Scam Call: कभी-कभी अजनबी कॉल्स की पहचान करना मुश्किल हो जाता है ये समझ में नहीं आता कि कौन सा कॉल स्पैम है और कौन सा जरूरी है लेकिन अब जल्द ही आपको इस समस्या से छुटकारा मिल जाएगा। टेलीकॉम कंपनियों के बीच इंटर ऑपरेटर ट्रायल अगले हफ्ते खत्म हो जाएगा और अगर ये ट्रायल सफल हुआ तो आपको अजनबी कॉल्स पर कॉलर का नाम भी दिखेगा।
ट्रायल पूरा होने की तारीख और प्रक्रिया
टेलीकम्युनिकेशन विभाग ने आदेश दिया है कि ये ट्रायल 18 अप्रैल तक पूरा किया जाए और रिपोर्ट उसी दिन तक सबमिट की जाए। इस ट्रायल का मुख्य उद्देश्य यह है कि यूजर को कॉलर का नाम और नंबर दिखे ताकि वह जान सके कि कौन सा कॉल जरूरी है और कौन सा स्पैम कॉल है।
जियो और एयरटेल के बीच ट्रायल खत्म हो चुका है और अब एयरटेल और वोडाफोन के बीच ट्रायल अगले हफ्ते शुरू होगा। ये ट्रायल खासकर हरियाणा और महाराष्ट्र में किए जा रहे हैं। यदि ट्रायल सही साबित होता है तो सरकार इसे धीरे-धीरे पूरे देश में लागू करेगी लेकिन 2G यूजर्स को थोड़ी देर और इंतजार करना होगा।
कॉलर नाम प्रजेंटेशन सर्विस का परिचय
यह सर्विस ‘कॉलर नाम प्रजेंटेशन’ नाम से जानी जाती है। इस सर्विस के माध्यम से इनकमिंग कॉल्स पर सिर्फ नंबर नहीं, बल्कि कॉलर का नाम भी स्क्रीन पर दिखाई देगा। इससे कॉलर की पहचान करना आसान होगा और स्पैम कॉल्स से बचाव होगा।
सरकार का फैसला और इसके फायदे
सरकार ने यह कदम स्पैम कॉल्स को रोकने के लिए उठाया है। टेलीकॉम कंपनियों को आदेश दिया गया है कि वे इस सर्विस को जल्द से जल्द शुरू करें ताकि यूजर को इनकमिंग कॉल्स की सही पहचान हो सके और उन्हें स्पैम कॉल्स से बचाया जा सके।