पंजाब के मोहाली जिले के जिरकपुर फ्लाईओवर पर एक गंभीर घटना हुई जब सेवानिवृत्त लेफ्टिनेंट जनरल डी.एस. हुड्डा की कार को पंजाब पुलिस की एक जीप ने टक्कर मार दी। यह जीप एक वीआईपी काफिले की एसकॉर्ट कर रही थी। घटना के बाद पुलिस जीप मौके से फरार हो गई। जनरल हुड्डा ने इस घटना का विवरण सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर साझा किया और अधिकारियों से सख्त कार्रवाई की मांग की। पंजाब पुलिस प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
टक्कर कैसे हुई, जनरल हुड्डा ने बताया पूरा वाकया
पिछली शाम जिरकपुर फ्लाईओवर पर जनरल हुड्डा अपनी पत्नी के साथ कार चला रहे थे। उन्होंने बताया कि पुलिस की जीप काफिले की अगुवाई कर रही थी और तेज गति से चल रही थी। वहीं भारी ट्रैफिक के कारण जनरल हुड्डा की कार धीमी हो गई थी, जिससे पुलिस जीप के ड्राइवर को देरी हुई। इसके बाद पुलिस ड्राइवर गुस्से में आ गया और बाएं तरफ से ओवरटेक कर दाईं तरफ से जानबूझकर उनकी कार को टक्कर मार दी। जनरल हुड्डा ने इसे जानबूझकर की गई टक्कर बताया और मुख्यमंत्री व पुलिस महानिदेशक से इस मामले में कार्रवाई की मांग की। उन्होंने कहा कि इस तरह की लापरवाही और घमंड पुलिस विभाग की छवि को नुकसान पहुंचाता है।
At 4 pm driving with my wife on the Zirakpur flyover. Two Punjab Police jeeps escorting a VIP towards Ambala come from behind with sirens blaring. Slowed the vehicle to let the first vehicle pass, the VIP vehicle perhaps took three additional seconds to pass because there was…
— Lt Gen D S Hooda (@LtGenHooda) November 12, 2025
पंजाब पुलिस महानिदेशक ने घटना पर किया तुरंत जवाब
जनरल हुड्डा के ट्वीट के बाद पंजाब के डीजीपी ने भी सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने घटना पर खेद जताया और कहा कि इस तरह का व्यवहार न तो स्वीकार्य है और न ही पंजाब पुलिस के मूल्यों के अनुरूप है। डीजीपी ने कहा कि मामले की जांच के लिए स्पेशल डीजीपी ट्रैफिक ए.एस. राय को संबंधित वाहन और पुलिसकर्मियों की पहचान करने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस और जनरल के बीच विवाद ने बढ़ाई सवालों की संख्या
इस घटना ने पंजाब पुलिस की कार्यप्रणाली और वीआईपी सुरक्षा के तरीकों पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। सेवानिवृत्त जनरल हुड्डा जैसी शख्सियत के साथ इस तरह की घटना ने पुलिस विभाग की छवि को झकझोरा है। जनता के बीच पुलिस के रवैये को लेकर असंतोष भी बढ़ रहा है। कई लोग सवाल उठा रहे हैं कि क्या पुलिसकर्मी अपनी जिम्मेदारियों का सही से निर्वाह कर रहे हैं और क्या वीआईपी सुरक्षा के नाम पर आम नागरिकों के साथ अन्याय नहीं हो रहा है।
अगली कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकीं
पंजाब पुलिस की ओर से जांच की जा रही है और जल्द ही दोषी पुलिसकर्मियों की पहचान कर कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में मुख्यमंत्री और पुलिस महानिदेशक की भूमिका भी महत्वपूर्ण होगी। प्रशासन के कदम जनता के विश्वास को बहाल करने में अहम साबित होंगे। फिलहाल, इस घटना ने पुलिस प्रशासन की जवाबदेही और सुधार की आवश्यकता को स्पष्ट किया है। जनता उम्मीद कर रही है कि इस मामले में उचित न्याय होगा और भविष्य में ऐसी घटनाएं दोहराई नहीं जाएंगी।

