भारत की आईटी दिग्गज कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज़ (TCS) के कर्मचारियों के लिए एक बार फिर चिंता का माहौल बन गया है। कंपनी की तिमाही रिपोर्ट के अनुसार, जून 2025 से सितंबर 2025 के बीच TCS के कर्मचारियों की संख्या 19,755 घटकर 5,93,314 रह गई। यह आंकड़ा पहले घोषित योजना की तुलना में 66% अधिक है। इससे स्पष्ट होता है कि कंपनी ने सिर्फ़ लक्षित छंटनी नहीं की, बल्कि बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को नौकरी से हटाया गया।
छंटनी का विवरण और COO का बयान
कंपनी के नए चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, सुदीप कुनुमल ने बताया कि कुछ कर्मचारी स्वेच्छा से नौकरी छोड़ गए, जबकि लगभग 6,000 कर्मचारियों को मजबूरन निकाला गया। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया अभी पूरी नहीं हुई है और भविष्य में और कर्मचारियों की छंटनी हो सकती है। जुलाई 2025 में TCS ने यह घोषणा की थी कि वह अपनी कुल कार्यबल का लगभग 2%, यानी करीब 12,000 कर्मचारियों को उस वर्ष रिलीज़ करेगा। प्रभावित कर्मचारियों में ज्यादातर मिड और सीनियर लेवल के कर्मचारी शामिल हैं।

NITES की बड़ी शिकायत
आईटी कर्मचारियों के संगठन NITES ने आरोप लगाया है कि TCS अपनी विशाल छंटनी को कम दिखा रहा है। NITES के अनुसार, कंपनी की वेबसाइट पर उपलब्ध डेटा से पता चलता है कि लगभग 8,000 कर्मचारी ऐसे हैं जिनकी नौकरी छूटने की जानकारी पहले कंपनी ने नहीं दी। संगठन का कहना है कि यह जनता और विधायकों को गुमराह करने का जानबूझकर किया गया प्रयास है।
मैनेजमेंट बनाम कर्मचारियों
NITES ने यह भी कहा कि इन मामलों में अधिकांश कर्मचारियों को मैनेजमेंट द्वारा निकाल दिया गया है, क्योंकि वास्तविक एट्रिशन रेट गिर रहा है। संगठन का कहना है कि TCS का बिज़नेस लगातार बढ़ रहा है, इसलिए ये छंटनी सिर्फ़ लाभ को प्राथमिकता देने और कर्मचारियों की समस्याओं की अनदेखी करने के लिए की जा रही है। इससे कर्मचारियों में असंतोष और भविष्य को लेकर चिंता बढ़ गई है।
TCS का रुख और कर्मचारियों का विरोध
CHRO सुदीप कुनुमल ने कहा कि प्रभावित कर्मचारियों को अच्छे सेवरेंस पैकेज, काउंसलिंग और नई नौकरी खोजने में मदद दी जा रही है। उन्होंने कहा कि यह कदम TCS के भविष्य की तैयारी और बिज़नेस योजना का हिस्सा है। लेकिन NITES का कहना है कि यह केवल कंपनी की संरचना बदलने का मामला नहीं है, बल्कि यह कर्मचारियों के प्रति अन्याय है। जो लोग कंपनी के साथ लंबे समय से काम कर रहे थे, उन्हें अचानक नौकरी से हटाया गया है।

