दुनिया के मशहूर म्यूजिक प्लेटफॉर्म Spotify ने करोड़ों लोगों की आदत बन चुकी है। लेकिन इसके संस्थापक और CEO डैनियल एक अब इस पद से हटने वाले हैं। 2006 से CEO रहे डैनियल अब 1 जनवरी, 2026 से Executive Chairman का पद संभालेंगे। कंपनी का संचालन अब गुस्ताव सोडरस्ट्रम और एलेक्स करेंगे। डैनियल अब यूरोप में नई टेक और हेल्थ कंपनियों पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं।
किशोरावस्था से ही कमाई की शुरुआत
डैनियल की कहानी केवल CEO पद या अरबों डॉलर की संपत्ति तक सीमित नहीं है। उन्होंने 13 साल की उम्र में कमाई शुरू कर दी थी। 19 साल की उम्र में उन्होंने इंजीनियरिंग पढ़ाई शुरू की, लेकिन कठिन गणित के कारण छोड़ दी। इसके बाद उन्होंने एक विज्ञापन कंपनी Advertigo शुरू की, जिसे 2006 में 1.25 मिलियन डॉलर में बेच दिया। 23 साल की उम्र में करोड़पति बनकर उन्होंने खुद को रिटायर घोषित कर दिया।

रिटायरमेंट के बाद का सच
शानदार अपार्टमेंट, फेरारी और पार्टियों वाली जिंदगी ने उन्हें जल्दी खुशियाँ दीं, लेकिन कुछ ही महीनों में डैनियल डिप्रेशन में चले गए। उन्होंने खुद कहा, “कोई नहीं सिखाता कि वित्तीय स्वतंत्रता मिलने के बाद क्या करना चाहिए।” उन्होंने महसूस किया कि पैसा ही जीवन का उद्देश्य नहीं है। स्टॉकहोम में फरवरी 1983 में जन्मे डैनियल का बचपन सामान्य था। पिता कार मैकेनिक और माता डेकेयर सेंटर में कार्यरत थीं।
टेक्नोलॉजी और म्यूजिक का संगम
डैनियल ने 9 साल की उम्र में C++ सीखा और 13 साल की उम्र में वेबसाइट बनाकर कमाई करने लगे। 16 साल की उम्र में उन्होंने स्कूल के कंप्यूटर लैब को बिजनेस हब में बदल दिया। EK Agency की स्थापना कर उन्होंने 25 छात्रों की टीम बनाई और लगभग 15,000 डॉलर प्रति माह कमाने लगे। हालांकि Google में नौकरी का मौका मिला, लेकिन डिग्री न होने के कारण उन्हें रिजेक्ट कर दिया गया।
Spotify: दूसरा अध्याय और सफलता का संदेश
खालीपन को महसूस कर डैनियल ने देखा कि उनके जीवन में हमेशा दो चीज़ें जुड़ी रही हैं: म्यूजिक और टेक्नोलॉजी। 2008 में उन्होंने Spotify की शुरुआत की। इस प्लेटफॉर्म ने म्यूजिक सुनने और सुनाने के तरीके को पूरी तरह बदल दिया। आज उनकी नेटवर्थ लगभग ₹91,000 करोड़ है और Forbes की रिच लिस्ट में वे 401वें स्थान पर हैं। 2016 में उन्होंने लेखक सोफिया लैवेंडर से विवाह किया और उनके दो बच्चे हैं। डैनियल की कहानी यह सिखाती है कि असली सफलता पैसा नहीं बल्कि अपने जुनून को जीना है।

