कन्नड़ अभिनेत्री Ranya Rao की जमानत याचिका पर बेंगलुरु की आर्थिक अपराध अदालत ने गुरुवार को अपना फैसला सुरक्षित रख लिया। अदालत शुक्रवार को डि.आर.आई. (राजस्व खुफिया निदेशालय) के तर्कों के बाद अपना निर्णय सुनाएगी। अदालत ने Ranya की और अधिक जांच के लिए उसकी हिरासत की मांग की है। Ranya को सोने की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
Ranya Rao की संदिग्ध यात्रा
Ranya Rao पर शक की वजह यह है कि वह अक्सर दुबई यात्रा करती थी। अधिकारियों का कहना है कि डि.आर.आई. के अधिकारियों ने उनकी गतिविधियों पर नज़र रखी थी। रिपोर्ट्स के अनुसार, Ranya ने पिछले साल करीब 30 बार दुबई की यात्रा की थी, जिसमें से चार यात्रा केवल पिछले 15 दिनों में की थीं। इस लगातार यात्रा को देखकर अधिकारियों के संदेह और आशंका में और इज़ाफा हुआ।
तीन दिन की हिरासत की मांग
अदालत में डि.आर.आई. ने Ranya की तीन दिन की हिरासत की मांग की। एजेंसी ने यह दावा किया कि राष्ट्रीय सुरक्षा पर संभावित असर को देखते हुए पूरी तरह से जांच की आवश्यकता है। डि.आर.आई. ने यह भी बताया कि Ranya से पूछताछ से बड़े तस्करी सिंडिकेट से जुड़ी जानकारी मिल सकती है, और इस मामले की गहरी और बहुस्तरीय जांच जरूरी है।
बेंगलुरु एयरपोर्ट से गिरफ्तार हुई Ranya
Ranya को सोमवार रात बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था। वह दुबई से एयर इंडिया की उड़ान से बेंगलुरु आई थीं। उसके पास से 14.8 किलोग्राम सोने की छड़ों की बरामदगी हुई थी, जिनकी कीमत लगभग 12.56 करोड़ रुपये बताई जा रही है। अधिकारियों के अनुसार, यह हाल के समय में बेंगलुरु एयरपोर्ट पर की गई सबसे बड़ी तस्करी की बरामदगी है।
Ranya के पिता का बयान
Ranya के सौतेले पिता रामचंद्र राव ने इस मामले पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि वह अपनी सौतेली बेटी और उसके पति के व्यापारिक मामलों से पूरी तरह अनजान थे। उन्होंने कहा कि 14.8 किलोग्राम तस्करी किए गए सोने की बरामदगी उनके लिए एक “बड़ी निराशा” है। रामचंद्र राव कर्नाटका राज्य पुलिस हाउसिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन लिमिटेड के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक हैं। उन्होंने यह भी बताया कि Ranya ने चार महीने पहले जतिन हुकरि से शादी की थी और शादी के बाद से वह कभी भी उनके घर नहीं आई।
मुंबई एयरपोर्ट पर 21.28 किलोग्राम सोने की तस्करी
इस बीच, डि.आर.आई. के अधिकारियों ने मुंबई के छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर भी एक बड़ी तस्करी का पर्दाफाश किया। दुबई से मुंबई आए दो यात्रियों को 21.28 किलोग्राम सोने के साथ गिरफ्तार किया गया। यह सोना 19 करोड़ रुपये के मूल्य का था और इसे यात्रियों ने अपनी कमर बेल्ट्स में छिपाकर रखा था।
मुंबई एयरपोर्ट पर तस्करी का मामला
डि.आर.आई. के अधिकारियों ने बताया कि उन्हें विशेष जानकारी मिली थी कि दो यात्री दुबई से मुंबई जा रहे थे और उनके पास तस्करी किया गया सोना था। इसके बाद, मुंबई एयरपोर्ट पर दुबई से आने वाले यात्रियों पर निगरानी बढ़ा दी गई। संदेह के आधार पर दोनों यात्रियों को रोका गया और जब उनसे पूछताछ की गई, तो उन्होंने तस्करी किए गए सोने की बात स्वीकार की।
मुंबई एयरपोर्ट पर निगरानी बढ़ाई गई
इस घटना के बाद, मुंबई एयरपोर्ट पर दुबई से आने वाले यात्रियों पर निगरानी को और बढ़ा दिया गया है। डि.आर.आई. के अधिकारियों ने कहा कि दोनों यात्रियों के खिलाफ कस्टम एक्ट के संबंधित सेक्शन्स के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
अवैध तस्करी और सख्त कार्रवाई की जरूरत
यह घटनाएं एक बार फिर यह साबित करती हैं कि भारत में सोने की तस्करी एक गंभीर समस्या बन गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि तस्करी करने वाले नेटवर्क बेहद सशक्त और संगठित हैं, और यह आर्थिक अपराध देश की सुरक्षा के लिए खतरे का कारण बन सकते हैं। तस्करी में शामिल व्यक्तियों और एजेंसियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता है।
अधिकारी यह भी मानते हैं कि सोने की तस्करी की बढ़ती घटनाओं पर रोक लगाने के लिए सख्त निगरानी और सटीक जांच प्रक्रिया की आवश्यकता है, ताकि देश के भीतर और बाहर तस्करी नेटवर्क को समय रहते नष्ट किया जा सके।
Ranya Rao की गिरफ्तारी और हालिया सोने की तस्करी की घटनाएं अवैध तस्करी और अपराध के खिलाफ सख्त कार्रवाई की आवश्यकता को दर्शाती हैं। डि.आर.आई. और अन्य सुरक्षा एजेंसियों को इन अपराधों के नेटवर्क को जड़ से समाप्त करने के लिए अपना काम और तेज करना होगा। इन घटनाओं से यह भी स्पष्ट है कि अवैध सट्टेबाजी और तस्करी से जुड़े अपराधों पर काबू पाने के लिए संयुक्त प्रयास की आवश्यकता है, ताकि देश की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और ऐसे अपराधियों को सजा दिलाई जा सके।