कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने हाल ही में कैबिनेट विस्तार की घोषणा की। उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए बताया कि कांग्रेस ने चार महीने पहले उनसे कैबिनेट विस्तार की मांग की थी। लेकिन उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया तब शुरू होगी जब उनकी सरकार दो और आधे साल पूरे कर लेगी। उन्होंने स्पष्ट किया, “जब यह लक्ष्य पूरा हो जाएगा, तब मैं कांग्रेस के नेताओं से चर्चा कर आगे बढ़ूंगा।” इससे यह संकेत मिला कि राज्य सरकार कैबिनेट reshuffle के लिए पूरी तैयारी कर रही है।
दिल्ली यात्रा और पार्टी हाई कमांड से मुलाकात
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया 16 नवंबर को दिल्ली में होंगे। उनका मुख्य उद्देश्य पूर्व पार्टी नेता और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल की पुस्तक के विमोचन में शामिल होना है। इसके अलावा उन्होंने बताया कि इस दौरान वह पार्टी हाई कमांड से भी मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा कि राज्य के प्रशासन और वर्तमान विकास पर उन्हें जानकारी देना हमारा कर्तव्य है। यह कदम सरकार की पारदर्शिता और पार्टी के साथ संवाद को दर्शाता है।

सिद्धारमैया ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा का शीत सत्र दिसंबर में होने की संभावना है। कैबिनेट reshuffle के लिए अंतिम सप्ताह नवंबर को प्राथमिकता दी जा रही है। हाल ही में मुख्यमंत्री ने अपने कैबिनेट सहयोगियों के साथ डिनर मीटिंग की, जिसमें पार्टी सूत्रों ने संकेत दिया कि कैबिनेट reshuffle पर विचार किया जा रहा है। यह reshuffle सरकार के मध्यकालीन मूल्यांकन और नई रणनीतियों के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
बिहार चुनाव और reshuffle का संबंध
मुख्यमंत्री ने हाल ही में कहा था कि राज्य में reshuffle बिहार चुनाव के बाद हो सकता है। उन्होंने पत्रकारों से कहा, “चुनाव खत्म होने के बाद देखा जाएगा।” कांग्रेस सरकार इस नवंबर में अपने पांच साल के कार्यकाल के मध्य बिंदु तक पहुंच रही है। यह reshuffle राजनीतिक स्थिरता के साथ-साथ पार्टी के अंदर संतुलन बनाए रखने के प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।
मुख्यमंत्री पद में संभावित बदलाव की अफवाहें
कर्नाटक की राजनीतिक हलचल में, खासकर कांग्रेस के अंदर, इस वर्ष मुख्यमंत्री पद में संभावित बदलाव की अटकलें तेज हैं। माना जा रहा है कि यह बदलाव 2023 में सरकार के गठन के समय किए गए गुप्त शक्ति-साझाकरण समझौते का हिस्सा है। ऐसे संकेत राज्य की राजनीतिक दिशा और नेतृत्व संरचना पर असर डाल सकते हैं। पार्टी के भीतर इस reshuffle की चर्चाएँ और भविष्य की रणनीतियाँ सभी की निगाहों में हैं।

