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Friday, March 21, 2025
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Maha Kumbh 2025: अंतिम सप्ताह में बढ़ती भीड़ को देखते हुए रेलवे ने किए विशेष इंतजाम

Maha Kumbh 2025: महाकुंभ मेला 2025 अपने समापन की ओर बढ़ रहा है और अंतिम सप्ताह में भारी भीड़ की संभावना को देखते हुए रेलवे ने विशेष इंतजाम किए हैं। भारतीय रेलवे ने कुंभ मेले के दौरान तीर्थयात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि को देखते हुए विभिन्न रेलवे स्टेशनों पर ‘होल्डिंग एरिया’ बनाए हैं। रेलवे मंत्रालय ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी।

यह निर्णय तब लिया गया जब हाल ही में 15 फरवरी को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मची भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई थी। इसे ध्यान में रखते हुए रेलवे ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए विशेष कदम उठाए हैं।

स्टेशनों पर बनाए गए विशेष ‘होल्डिंग एरिया’

रेलवे मंत्रालय ने बयान जारी कर यात्रियों से अपील की है कि वे सुचारू और सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए सरकारी दिशानिर्देशों का पालन करें। मंत्रालय के अनुसार, रेलवे ने उत्तरी रेलवे, उत्तर मध्य रेलवे, उत्तर पूर्व रेलवे और पूर्व मध्य रेलवे के विभिन्न स्टेशनों पर ‘होल्डिंग एरिया’ तैयार किए हैं। ये ‘होल्डिंग एरिया’ प्लेटफॉर्म के बाहर बनाए गए हैं, जिससे यात्रियों को नियंत्रित करने और भीड़ को रोकने में मदद मिलेगी।

मंत्रालय ने कहा, “यात्रियों को उनके ट्रेन के निर्धारित प्रस्थान समय पर ही प्लेटफॉर्म पर जाने की अनुमति दी जाएगी। इस पहल का उद्देश्य भीड़ प्रबंधन में सुधार करना और यात्रियों की सुरक्षा बढ़ाना है।”

Maha Kumbh 2025: अंतिम सप्ताह में बढ़ती भीड़ को देखते हुए रेलवे ने किए विशेष इंतजाम

किन स्टेशनों पर किए गए विशेष इंतजाम?

रेलवे ने प्रयागराज के अलावा गाजियाबाद, आनंद विहार, नई दिल्ली, अयोध्या धाम और बनारस जैसे प्रमुख रेलवे स्टेशनों पर बड़े पैमाने पर ‘होल्डिंग एरिया’ बनाए हैं। इसके अलावा, उत्तर पूर्व रेलवे ने भी बनारस, सिवान, बलिया, देवरिया, छपरा और गोरखपुर में विशेष इंतजाम किए हैं। इससे यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित किया जा सकेगा और भगदड़ जैसी घटनाओं से बचाव होगा।

रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए अतिरिक्त ट्रेनों की व्यवस्था भी की जा रही है, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु सुरक्षित तरीके से अपनी यात्रा पूरी कर सकें।

55 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने किया पवित्र स्नान

13 जनवरी से प्रयागराज में शुरू हुए महाकुंभ मेले में अब तक 55 करोड़ से अधिक श्रद्धालु पवित्र त्रिवेणी संगम में स्नान कर चुके हैं। राज्य सरकार द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार, यह मानव इतिहास में किसी भी धार्मिक, सांस्कृतिक या सामाजिक आयोजन में सबसे बड़ी भागीदारी है।

महाकुंभ का आयोजन 26 फरवरी (महाशिवरात्रि) तक चलेगा। ऐसे में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि अंतिम स्नान के दिन तक यह संख्या 60 करोड़ के पार जा सकती है।

60 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना

सरकार द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि भारत के 110 करोड़ सनातन धर्म के अनुयायियों में से लगभग आधे लोगों ने इस बार कुंभ स्नान किया है। यह संख्या अंतिम स्नान तक 60 करोड़ को पार कर सकती है

विश्व जनसंख्या समीक्षा (World Population Review) और पीयू रिसर्च (Pew Research) के अनुसार, भारत की कुल जनसंख्या 143 करोड़ है, जिसमें 110 करोड़ लोग सनातन धर्म का पालन करते हैं। बयान में दावा किया गया कि त्रिवेणी संगम में स्नान करने वालों की संख्या भारत के कुल सनातन अनुयायियों का लगभग 50 प्रतिशत है

देश की कुल आबादी का 38 प्रतिशत पहुंचा प्रयागराज

राज्य सरकार के बयान के अनुसार, कुंभ मेले में स्नान करने वालों की संख्या भारत की कुल जनसंख्या का 38 प्रतिशत से अधिक है। बयान में आगे कहा गया कि 2024 की पीयू रिसर्च रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में लगभग 120 करोड़ लोग सनातन धर्म का पालन करते हैं। ऐसे में यह अनुमान लगाया जा रहा है कि कुंभ मेले में अब तक विश्वभर के 45 प्रतिशत सनातनी श्रद्धालु संगम में स्नान कर चुके हैं

योगी आदित्यनाथ का पूर्वानुमान सही साबित हुआ

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पहले ही महाकुंभ में 45 करोड़ श्रद्धालुओं के आगमन की भविष्यवाणी की थी। लेकिन 14 फरवरी तक यह संख्या 50 करोड़ को पार कर गई और 17 फरवरी को 55 करोड़ तक पहुंच गई। अब उम्मीद जताई जा रही है कि अंतिम दिन तक यह संख्या 60 करोड़ के पार जा सकती है

भीड़ नियंत्रण के लिए कड़े सुरक्षा इंतजाम

कुंभ मेले के दौरान श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए केंद्र और राज्य सरकारों ने कई विशेष कदम उठाए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार ने सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत बनाने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल और पैरा-मिलिट्री फोर्स को तैनात किया है

इसके अलावा, CCTV कैमरों की संख्या बढ़ाई गई है और ड्रोन के जरिए भीड़ पर नजर रखी जा रही है। प्रशासन ने रूट डायवर्जन की भी योजना बनाई है, ताकि यातायात सुचारू रूप से चलता रहे।

रेलवे के लिए सबसे बड़ी चुनौती

रेलवे अधिकारियों का कहना है कि महाकुंभ के दौरान यात्रियों की भीड़ को नियंत्रित करना सबसे बड़ी चुनौती है। बीते वर्षों में रेलवे स्टेशनों पर भीड़ के कारण कई बार अव्यवस्था देखी गई थी।

इस बार रेलवे ने खास इंतजाम किए हैं, जिनमें अतिरिक्त ट्रेनों की व्यवस्था, स्टेशनों पर यात्रियों के लिए विश्राम स्थल, हेल्प डेस्क, मेडिकल सुविधाएं और सुरक्षा बलों की तैनाती शामिल है।

रेलवे प्रवक्ता के अनुसार, यात्रियों को सलाह दी जा रही है कि वे यात्रा से पहले अपनी ट्रेन का स्टेटस चेक करें और निर्धारित समय पर ही स्टेशन पहुंचे। इससे अनावश्यक भीड़ से बचा जा सकेगा।

महाकुंभ 2025 का अंतिम सप्ताह बेहद महत्वपूर्ण है। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए रेलवे और प्रशासन ने सुरक्षा और सुविधा के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। रेलवे स्टेशनों पर ‘होल्डिंग एरिया’ बनाने से भीड़ को नियंत्रित करने में मदद मिलेगी और भगदड़ जैसी घटनाओं से बचा जा सकेगा।

अब तक 55 करोड़ से अधिक लोग त्रिवेणी संगम में पवित्र स्नान कर चुके हैं और अनुमान है कि यह संख्या 60 करोड़ के पार पहुंच सकती है। महाकुंभ का यह आयोजन भारत के सांस्कृतिक और धार्मिक इतिहास में एक नया कीर्तिमान स्थापित कर रहा है

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