Hybrid Funds: शेयर बाजार में एक बार फिर तेजी का माहौल है, लेकिन इस तेजी का दौर कब तक चलेगा, इसका अंदाजा किसी को नहीं है। शेयर बाजार का स्वभाव ही अस्थिर होता है, जहां तेजी और मंदी का दौर लगातार चलता रहता है। ऐसे में यदि आप शेयर बाजार में निवेश करने से घबराते हैं या कम जोखिम में बेहतर रिटर्न चाहते हैं, तो हाइब्रिड फंड्स आपके लिए एक शानदार विकल्प हो सकते हैं।
क्या हैं हाइब्रिड फंड्स?
हाइब्रिड फंड्स एक प्रकार के म्यूचुअल फंड्स होते हैं, जो निवेशकों को कम जोखिम में संतुलित रिटर्न प्रदान करते हैं। इन फंड्स का पोर्टफोलियो इक्विटी (शेयर) और डेब्ट (बॉन्ड, डिबेंचर आदि) का मिला-जुला रूप होता है। इसका उद्देश्य बाजार में अस्थिरता के बावजूद संतुलित रिटर्न देना होता है।
✅ इक्विटी निवेश: यह फंड्स शेयर बाजार में निवेश करते हैं, जिससे निवेशकों को अच्छे रिटर्न का मौका मिलता है।
✅ डेब्ट निवेश: ये फंड्स सरकारी बॉन्ड, कॉर्पोरेट बॉन्ड और अन्य डेट इंस्ट्रूमेंट्स में भी निवेश करते हैं, जिससे पोर्टफोलियो को स्थिरता मिलती है।
हाइब्रिड फंड्स में निवेश का बढ़ता ट्रेंड
म्यूचुअल फंड्स में निवेश का रुझान लगातार बढ़ रहा है। फरवरी 2024 में हाइब्रिड फंड्स की श्रेणी में 28,461 करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जबकि निकासी में कमी देखी गई।
विशेषज्ञों का मानना है कि बाजार में जब अनिश्चितता होती है, तब निवेशक हाइब्रिड फंड्स की ओर रुख करते हैं। इसका कारण यह है कि ये फंड्स कम जोखिम में स्थिर रिटर्न देने का विकल्प प्रदान करते हैं।
हाइब्रिड फंड्स के फायदे
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कम जोखिम में बेहतर रिटर्न:
चूंकि हाइब्रिड फंड्स में इक्विटी और डेट दोनों का मिश्रण होता है, इसलिए इन फंड्स में जोखिम कम होता है और बाजार में गिरावट के दौरान भी संतुलित रिटर्न मिल सकता है। -
विविधता (Diversification):
ये फंड्स निवेशकों को विविध पोर्टफोलियो प्रदान करते हैं, जिससे जोखिम कम होता है और रिटर्न की संभावना बढ़ जाती है। -
टैक्स लाभ:
हाइब्रिड फंड्स में निवेश करने पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स में छूट मिलती है।
हाइब्रिड फंड्स ने दिए शानदार रिटर्न
बाजार में गिरावट के बावजूद कई हाइब्रिड फंड्स ने शानदार रिटर्न दिए हैं।
- निप्पॉन इंडिया मल्टी एसेट फंड: 1 साल में लगभग 15% का रिटर्न
- एडलवाइस बैलेंस्ड एडवांटेज फंड: लगभग 13% रिटर्न
- इन्वेस्को इंडिया बैलेंस्ड एडवांटेज फंड: 1 साल में 12.5% रिटर्न
- आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल बैलेंस्ड एडवांटेज फंड: 1 साल में लगभग 14% रिटर्न
इन फंड्स ने बाजार की अस्थिरता के बावजूद निवेशकों को आकर्षक लाभ प्रदान किया है।
हाइब्रिड फंड्स चुनते समय ध्यान रखने योग्य बातें
- निवेश अवधि: हाइब्रिड फंड्स आमतौर पर 3 से 5 साल की अवधि के लिए उपयुक्त होते हैं।
- रिस्क प्रोफाइल: हाइब्रिड फंड्स में इक्विटी का अनुपात अलग-अलग होता है, इसलिए अपनी जोखिम क्षमता के अनुसार फंड चुनें।
- एक्सपेंस रेशियो: फंड का एक्सपेंस रेशियो कम हो, तो निवेशकों को अधिक लाभ मिलता है।
कौन-कौन से हाइब्रिड फंड्स में करें निवेश?
विशेषज्ञों के अनुसार, मौजूदा बाजार परिस्थितियों में निम्नलिखित हाइब्रिड फंड्स में निवेश करना फायदेमंद हो सकता है:
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एचडीएफसी बैलेंस्ड एडवांटेज फंड:
- एसेट अंडर मैनेजमेंट: ₹74,000 करोड़
- 1 साल का रिटर्न: 14.6%
- 5 साल का रिटर्न: 12.8%
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आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल मल्टी एसेट फंड:
- एयूएम: ₹21,000 करोड़
- 1 साल का रिटर्न: 16.5%
- 5 साल का रिटर्न: 13.2%
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एसबीआई इक्विटी हाइब्रिड फंड:
- एयूएम: ₹62,000 करोड़
- 1 साल का रिटर्न: 12.5%
- 5 साल का रिटर्न: 11.7%
नए निवेशकों के लिए हाइब्रिड फंड्स क्यों हैं बेहतर विकल्प?
- न्यूनतम जोखिम: नए निवेशकों के लिए हाइब्रिड फंड्स सही विकल्प हैं, क्योंकि इनमें इक्विटी और डेट का संतुलन रहता है।
- डायवर्सिफाइड पोर्टफोलियो: निवेशक एक ही फंड में इक्विटी और डेट दोनों में निवेश कर सकते हैं।
- मार्केट की गिरावट में स्थिरता: जब बाजार में गिरावट आती है, तब भी डेट कंपोनेंट की वजह से पोर्टफोलियो स्थिर रहता है।
वर्तमान में बाजार की अस्थिरता के दौर में हाइब्रिड फंड्स निवेशकों के लिए एक बेहतरीन विकल्प हैं। ये फंड्स कम जोखिम में बेहतर रिटर्न प्रदान करते हैं। नए निवेशक या वे लोग जो कम जोखिम में निवेश करना चाहते हैं, उनके लिए ये फंड्स उपयुक्त हैं।