IIT Baba Arrested: IIT बाबा उर्फ अभय सिंह, जो महाकुंभ में अपने प्रवचनों के कारण चर्चा में रहे थे, एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। इस बार मामला धार्मिक प्रवचनों से अलग कानूनी पचड़े में फंसने का है। जयपुर के एक होटल में हुए हंगामे और उनके पास से गांजा बरामद होने के बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
होटल में हंगामा और पुलिस कार्रवाई
यह घटना 3 मार्च की है, जब जयपुर के एक होटल के स्टाफ ने बाबा के कमरे से आ रही तेज़ आवाज़ों की शिकायत की। होटल के कर्मचारियों ने बताया कि बाबा के कमरे में लगातार शोर-शराबा हो रहा था, जिससे अन्य मेहमानों को परेशानी हो रही थी। होटल स्टाफ की सूचना पर जब पुलिस मौके पर पहुंची, तो बाबा के पास से गांजा बरामद हुआ। इसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर थाने ले गई।
बाबा का बयान: “पहले बर्थडे विश करो, अरे वो तो प्रसाद है!”
पुलिस की हिरासत से रिहा होने के बाद बाबा ने मीडिया से बात की और फिर से एक विवादित बयान दे दिया। उन्होंने कहा, “पहले बर्थडे विश करो! अरे यार, वो तो प्रसाद है ना, गांजा!” बाबा ने दावा किया कि साधु-संत कुंभ मेले और अन्य धार्मिक आयोजनों में भी गांजा का सेवन करते हैं और यह एक आम बात है। उन्होंने पुलिस पर सवाल उठाते हुए कहा, “हजारों लोग कुंभ में गांजा पीते हैं, क्या आप सबको गिरफ्तार करोगे?”
NDPS एक्ट के तहत मामला दर्ज
जयपुर पुलिस के अनुसार, बाबा के पास से जो गांजा बरामद हुआ, उसकी मात्रा बहुत कम थी। इसलिए, उन्हें ज़मानत बांड भरने के बाद रिहा कर दिया गया। हालांकि, उनके खिलाफ NDPS (नारकोटिक्स ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंसेज) एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। अब पुलिस यह जांच कर रही है कि बाबा को यह नशीला पदार्थ कहां से मिला और वह इसका उपयोग किस उद्देश्य से कर रहे थे।
पहले भी विवादों में रहे हैं IIT बाबा
यह पहली बार नहीं है जब IIT बाबा विवादों में फंसे हैं। इससे पहले भी वह अपने अनोखे अंदाज और तर्कों के कारण महाकुंभ में चर्चा में रहे थे। उनके कई बयान अक्सर विवादित होते हैं, जो मीडिया और सोशल मीडिया पर बहस का विषय बनते हैं। बाबा के समर्थक उन्हें आध्यात्मिक गुरू मानते हैं, जबकि उनके आलोचक उनके विचारों और कार्यों पर सवाल उठाते हैं।
IIT बाबा की पृष्ठभूमि और प्रसिद्धि
IIT बाबा का असली नाम अभय सिंह है और वह खुद को IIT ग्रेजुएट बताते हैं। उन्होंने कथित तौर पर अपनी पढ़ाई पूरी करने के बाद सन्यासी बनने का निर्णय लिया। उनका प्रवचन देने का अनोखा अंदाज और आधुनिक विज्ञान से जुड़े विषयों पर उनकी व्याख्या ने उन्हें युवाओं के बीच खासा लोकप्रिय बना दिया। सोशल मीडिया पर उनके लाखों फॉलोअर्स हैं, जो उनके वीडियो और विचारों को साझा करते रहते हैं।
गांजे पर बाबा का तर्क: धार्मिक परंपरा या कानून का उल्लंघन?
IIT बाबा का कहना है कि साधु-संत सदियों से धार्मिक आयोजनों में गांजा का उपयोग करते आए हैं। उनका दावा है कि महाकुंभ और अन्य धार्मिक अवसरों पर साधु-संतों को गांजा का सेवन करते हुए देखा जाता है। हालांकि, कानूनी रूप से भारत में गांजा का सेवन, खरीद-फरोख्त और रख-रखाव अवैध है, और इस पर NDPS एक्ट के तहत सख्त कार्रवाई की जाती है।
सोशल मीडिया पर विवाद और लोगों की प्रतिक्रियाएं
IIT बाबा की गिरफ्तारी के बाद सोशल मीडिया पर भी तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिलीं। कुछ लोग बाबा के समर्थन में आए और कहा कि साधु-संतों के लिए यह आम बात है, जबकि अन्य ने इसे कानून का उल्लंघन बताया और कार्रवाई की मांग की। ट्विटर, फेसबुक और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स पर #IITBaba ट्रेंड कर रहा है और लोग इस पर अपनी राय व्यक्त कर रहे हैं।
क्या बाबा की लोकप्रियता पर पड़ेगा असर?
IIT बाबा की विवादास्पद छवि के बावजूद, उनके समर्थकों की संख्या कम नहीं हुई है। उनके प्रवचनों और वैज्ञानिक दृष्टिकोण की वजह से युवा वर्ग में उनकी अच्छी खासी लोकप्रियता बनी हुई है। हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि इस ताज़ा विवाद के बाद उनकी छवि पर क्या असर पड़ता है।
IIT बाबा का ताजा विवाद यह दिखाता है कि धार्मिक परंपराओं और कानून के बीच अक्सर टकराव देखने को मिलता है। जहां एक ओर बाबा इसे धार्मिक परंपरा का हिस्सा बता रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कानून इसे अपराध मानता है। अब यह देखना होगा कि पुलिस की जांच में आगे क्या सामने आता है और इस विवाद का बाबा के भविष्य पर क्या प्रभाव पड़ता है।