ICC Champions Trophy 2025 की शुरुआत 19 फरवरी से होने जा रही है, जिसमें पाकिस्तान टीम के चयनकर्ताओं ने 31 जनवरी को अपनी अंतिम टीम का ऐलान किया। इस टीम में कुछ पुराने चेहरों की वापसी हुई है, लेकिन युवा ओपनिंग बल्लेबाज सैम अयूब को चोट के कारण चयन से बाहर कर दिया गया। इसके बाद, पाकिस्तान टीम के पूर्व कप्तान बाबर आजम और फखर जमान को ओपनिंग बल्लेबाज की जिम्मेदारी दी जा सकती है। बाबर आजम ने इस चुनौती को स्वीकार करते हुए अपनी भूमिका पर चर्चा की है, जिसमें उन्हें भारतीय क्रिकेट के दिग्गज सचिन तेंदुलकर के उदाहरण से प्रेरणा मिली है।
सैम अयूब की अनुपस्थिति और बाबर आजम का नया रोल
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के एक सूत्र ने पीटीआई को जानकारी दी कि सैम अयूब की चोट के बाद यह साफ हो गया था कि वह अगले दो महीने तक खेल के लिए फिट नहीं हो पाएंगे, और ऐसे में उनके लिए चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने का सवाल ही नहीं था। इस स्थिति के बाद, पाकिस्तान टीम के चयनकर्ताओं आकीब जावेद और अजहर अली ने बाबर आजम से संपर्क किया और उन्हें ओपनिंग बल्लेबाज के रूप में जिम्मेदारी लेने के लिए कहा। चयनकर्ताओं ने बाबर से कहा कि वे मानते हैं कि यदि सचिन तेंदुलकर के करियर ने ओपनिंग की जिम्मेदारी संभालने के बाद एक नया मोड़ लिया था, तो बाबर आजम भी ऐसा कर सकते हैं। बाबर ने चयनकर्ताओं के इस सुझाव को स्वीकार किया और इस चैलेंज को अपनाया।
सचिन तेंदुलकर का उदाहरण और बाबर का रोल मॉडल
पाकिस्तान के चयनकर्ताओं ने बाबर आजम को सचिन तेंदुलकर के उदाहरण से समझाया, जिनका करियर ओपनिंग की जिम्मेदारी संभालने के बाद बदल गया था। सचिन तेंदुलकर ने अपने करियर के पहले 69 एकदिवसीय मैचों में मध्यक्रम में बल्लेबाजी की, लेकिन 1994 में न्यूजीलैंड के खिलाफ ऑकलैंड वनडे मैच में ओपनिंग करने का मौका मिलने के बाद उनका करियर पूरी तरह बदल गया। इसके बाद सचिन तेंदुलकर ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और ओपनिंग में अपनी बेहतरीन पारियों से क्रिकेट इतिहास में अपना नाम दर्ज किया। बाबर आजम को अब इस चुनौती को स्वीकार करते हुए पाकिस्तान के लिए ओपनिंग की जिम्मेदारी उठानी है।
बाबर आजम का ओपनिंग अनुभव और चैलेंज
बाबर आजम को पाकिस्तान टीम में मुख्य रूप से मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते देखा गया है, लेकिन उन्होंने T20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ओपनिंग बल्लेबाजी का जिम्मा पहले ही संभाल लिया था। बाबर आजम ने 123 एकदिवसीय मैचों में से सिर्फ दो बार ओपनिंग बल्लेबाज के तौर पर पारी की शुरुआत की है। इन दोनों मैचों में बाबर ने 62 नाबाद और 4 रन की पारियां खेली थीं, जो इंग्लैंड के खिलाफ 2015 में खेले गए एकदिवसीय मैचों का हिस्सा थीं।
अब बाबर को पाकिस्तान के लिए ओपनिंग बल्लेबाज के तौर पर नया चैलेंज मिला है। उनके लिए यह एक बड़ा कदम हो सकता है, क्योंकि उनके पास अब पाकिस्तान क्रिकेट टीम के प्रमुख बल्लेबाज के तौर पर ओपनिंग का जिम्मा होगा, और यही वह भूमिका है जिसे उन्होंने स्वीकार किया है। बाबर के लिए यह एक बड़ा अवसर हो सकता है, जहां वह अपने खेल को एक नई दिशा दे सकते हैं और पाकिस्तान के लिए महत्वपूर्ण योगदान दे सकते हैं।
चैंपियंस ट्रॉफी 2025: पाकिस्तान की पहली चुनौती
आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की शुरुआत 19 फरवरी को पाकिस्तान के लिए एक कठिन चुनौती के साथ होगी, जब उनका मुकाबला न्यूजीलैंड से होगा। इस मैच में बाबर आजम की भूमिका और उनकी बल्लेबाजी पर ध्यान केंद्रित रहेगा, खासकर जब पाकिस्तान को अपनी ओपनिंग जोड़ी में एक बदलाव का सामना करना पड़ेगा। पाकिस्तान को इस टूर्नामेंट में ग्रुप-ए में भारत और बांगलादेश जैसी मजबूत टीमों से भी भिड़ना है। पाकिस्तान का आखिरी ग्रुप मैच 23 फरवरी को भारत से और फिर 27 फरवरी को बांगलादेश से होगा।
बाबर आजम का नेतृत्व और पाकिस्तान की उम्मीदें
बाबर आजम को पाकिस्तान क्रिकेट का अगला नेतृत्वकर्ता माना जाता है और उनकी कप्तानी में टीम ने कई महत्वपूर्ण जीत हासिल की हैं। अब जब बाबर को ओपनिंग बल्लेबाज बनने का मौका मिला है, तो उन पर उम्मीदें और भी बढ़ गई हैं। पाकिस्तान की क्रिकेट टीम ने हमेशा अपनी ओपनिंग जोड़ी के साथ संघर्ष किया है, और बाबर आजम के लिए यह एक नया अवसर हो सकता है, जहां वह अपनी बल्लेबाजी से टीम को मजबूती दे सकते हैं। बाबर के इस चैलेंज को स्वीकार करने से न केवल पाकिस्तान टीम के लिए, बल्कि उनके व्यक्तिगत करियर के लिए भी एक नई दिशा मिल सकती है।
पाकिस्तान टीम में और क्या बदलाव हो सकते हैं?
पाकिस्तान टीम में इस टूर्नामेंट में कुछ अन्य बदलाव भी हो सकते हैं, जहां चयनकर्ता फिट खिलाड़ियों को प्राथमिकता देंगे। सैम अयूब के बाहर होने से टीम को ओपनिंग जोड़ी में बदलाव करना पड़ा है, और बाबर आजम के साथ फखर जमान की जोड़ी बन सकती है। इसके अलावा, पाकिस्तान के गेंदबाजी आक्रमण में भी कुछ रणनीतिक बदलाव हो सकते हैं, जहां टीम के मुख्य गेंदबाजों को प्रमुख भूमिका निभानी होगी।
पाकिस्तान टीम के लिए चैंपियंस ट्रॉफी 2025 बेहद महत्वपूर्ण टूर्नामेंट है, और बाबर आजम को ओपनिंग बल्लेबाज के रूप में चुनना चयनकर्ताओं का एक साहसी फैसला है। बाबर के लिए यह एक नया अवसर हो सकता है, जहां वह अपने करियर में एक नया मोड़ ला सकते हैं। सचिन तेंदुलकर के करियर को देखते हुए, पाकिस्तान टीम और उनके समर्थक उम्मीद करते हैं कि बाबर आजम भी इस चुनौती को स्वीकार कर शानदार प्रदर्शन करेंगे और पाकिस्तान को चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में सफलता दिलाने में मदद करेंगे।