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Thursday, May 15, 2025
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Google Warning: डीपफेक वीडियो में छुपा जाल जो मिनटों में उड़ाता है आपकी पहचान और पैसा

Google Warning: आजकल साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। गूगल ने हाल ही में एक चेतावनी जारी की है जिसमें बताया गया है कि ऑनलाइन ठगी के तरीके अब पहले से कहीं ज्यादा चतुर और खतरनाक हो गए हैं। इंटरनेट की पहुंच बढ़ने से ठगों को लोगों तक पहुंचना आसान हो गया है। वे सोशल इंजीनियरिंग ऑफर और फ्री गिफ्ट जैसी रणनीतियों का इस्तेमाल कर लोगों को फंसा रहे हैं। गूगल की ट्रस्ट एंड सेफ्टी टीम ने पांच सबसे नए ऑनलाइन स्कैम ट्रेंड्स की पहचान की है और लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।

डीपफेक से बन रही है फर्जी पहचान

गूगल ने बताया है कि आजकल डीपफेक तकनीक का इस्तेमाल कर पब्लिक फिगर्स की नकली वीडियो तैयार की जा रही हैं। ये वीडियो इतने असली लगते हैं कि लोग धोखे में आ जाते हैं। इन वीडियो के जरिए फर्जी निवेश और गिवअवे का झांसा दिया जाता है। यूजर को मेल और मैसेज भेजकर फंसाया जाता है। गूगल ने सुझाव दिया है कि किसी भी वीडियो में व्यक्ति के चेहरे के हावभाव अगर असामान्य लगें या प्रचार अजीब लगे तो तुरंत सतर्क हो जाएं।

Google Warning: डीपफेक वीडियो में छुपा जाल जो मिनटों में उड़ाता है आपकी पहचान और पैसा

क्रिप्टो में निवेश बना धोखाधड़ी का जरिया

गूगल ने चेतावनी दी है कि आजकल क्रिप्टोकरेंसी के नाम पर बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी हो रही है। लोग जल्दी और ज्यादा कमाई की उम्मीद में फर्जी स्कीम में निवेश कर बैठते हैं। इन स्कीम्स में रिटर्न बेहद आकर्षक दिखाया जाता है लेकिन ये पूरी तरह से जाल होता है। ऐसे निवेश से बचने के लिए कोई भी स्कीम जो अवास्तविक रिटर्न देने का दावा करे उस पर भरोसा न करें।

फर्जी ऐप्स से लूटा जा रहा डेटा

ठग अब फर्जी मोबाइल ऐप्स के जरिए भी यूजर्स की जानकारी चुरा रहे हैं। किसी बड़ी ब्रांड के नाम से नकली ऐप्स बनाकर उन्हें डाउनलोड करने के लिए कहा जाता है। यूजर जब इसमें अपनी निजी जानकारी अपलोड करता है तो वह सीधी ठगों के पास पहुंच जाती है। इतना ही नहीं यूजर के फोन में बैंक डिटेल्स तक चोरी कर ली जाती है। इससे बचने के लिए केवल विश्वसनीय स्रोत से ही ऐप डाउनलोड करें और किसी भी अनजाने लिंक को क्लिक न करें।

क्लोकिंग तकनीक से बदलते हैं असली पेज

गूगल ने यह भी बताया है कि स्कैमर्स अब क्लोकिंग तकनीक का इस्तेमाल कर रहे हैं जिसमें यूजर को असली साइट की जगह किसी नकली साइट पर पहुंचा दिया जाता है। जैसे ही यूजर नकली ई कॉमर्स साइट पर अपनी कार्ड डिटेल्स डालता है उसकी जानकारी चोरी हो जाती है। इससे बचने के लिए हमेशा साइट के URL पर ध्यान दें और देखें कि वह https से शुरू हो रहा है या नहीं।

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