बिहार विधानसभा चुनाव 2025 का परिणाम सामने आ गया है और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) ने बहुमत हासिल कर फिर से सरकार बनाने का रास्ता साफ कर दिया है। इस बार भाजपा ने 89 सीटें जीतीं जबकि जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के खाते में 85 सीटें आईं। वहीं, महागठबंधन को करारी हार का सामना करना पड़ा। खासकर कांग्रेस पार्टी का प्रदर्शन बेहद कमजोर रहा और पार्टी मात्र 6 सीटों पर सिमट गई। इस हार के बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने अपने-अपने विचार व्यक्त करते हुए पार्टी के भीतर गंभीर आत्मचिंतन की मांग की है।
शशि थरूर ने जताई पीड़ा और आत्मनिरीक्षण की जरूरत
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और थिरुवनंतपुरम सांसद शशि थरूर ने बिहार चुनावों में अपनी अनुपस्थिति पर अफसोस जताया। उन्होंने कहा कि उन्हें चुनाव प्रचार के लिए आमंत्रित नहीं किया गया। थरूर ने पार्टी की हार को लेकर कहा कि कांग्रेस को हार की वजहों का पूरी तरह से विश्लेषण करना होगा। उन्होंने यह भी कहा कि चूंकि कांग्रेस महागठबंधन में वरिष्ठ साझेदार नहीं थी, इसलिए राजद को भी अपनी कमियों पर ध्यान देना होगा। थरूर ने कहा, “मैं अपनी व्यक्तिगत स्थिति के बाहर कुछ नहीं कह सकता, लेकिन जो लोग बिहार में थे, वे नतीजों का अध्ययन जरूर करेंगे।”
No excuses ,No blame game No introspection , it’s time to look within and accept reality. Till when will countless loyal ground workers who have stayed with the party through thick and thin …wait to see success … instead it’s failure after failure due to power concentrated in…
— Mumtaz Patel (@mumtazpatels) November 14, 2025
मुमताज पटेल ने पार्टी की केंद्रित ताकत पर उठाए सवाल
कांग्रेस की एक और नेता मुमताज पटेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पार्टी की हार पर तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा, “अब और बहाने, आरोप-प्रत्यारोप और झूठी आत्मनिरीक्षण की जरूरत नहीं। असली सच्चाई को स्वीकार करना होगा। कितने वफादार और मेहनती कार्यकर्ता जो हर परिस्थिति में पार्टी के साथ खड़े रहे, उन्हें सफलता देखने के लिए और कितना इंतजार करना होगा? तबादलों और सत्ताधारियों की एक गुटबाजी के कारण पार्टी बार-बार हार रही है।”
शकील अहमद ने टिकट वितरण पर उठाए गंभीर आरोप
पूर्व बिहार मंत्री और कांग्रेस के अनुभवी नेता शकील अहमद ने भी पार्टी की गलतियों पर खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि टिकट वितरण के बाद कई वरिष्ठ नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर टिकटों के गलत आवंटन, आर्थिक अनियमितताओं जैसे आरोप लगाए थे। शकील ने कहा कि यदि ये आरोप सही पाए गए तो पार्टी को तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे फिलहाल कांग्रेस के सदस्य नहीं हैं, इसलिए सीधे तौर पर कुछ कहने का अधिकार नहीं रखते, लेकिन पार्टी की मजबूती के लिए जांच जरूरी है।
#WATCH | Delhi: Regarding the shortcomings of the Congress in the Bihar elections, Former Bihar Minister and Congress leader Shakeel Ahmad says, "I am not in the Congress. I have no right to speak. But immediately after the ticket distribution, several senior Congress leaders… pic.twitter.com/DcURDQS6t6
— ANI (@ANI) November 14, 2025
कांग्रेस का कमजोर प्रदर्शन और भविष्य की चुनौतियां
बिहार में कांग्रेस ने कुल 61 सीटों पर चुनाव लड़ा लेकिन केवल 6 सीटों पर जीत हासिल कर सकी। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार खुद कुटुम्बा सीट पर हार गए। विधान सभा दल के नेता शकील अहमद खान भी कड़वा सीट पर जेडीयू के दुलाल चंद्र गोस्वामी से 18,368 वोटों के बड़े अंतर से हारे। कांग्रेस के जीतने वाले छह प्रत्याशी हैं: सुरेंद्र प्रसाद, अभिषेक रंजन, मनोज बिस्वास, अबिदुर रहमान, मोहम्मद कमरुल होडा और मनोहर प्रसाद सिंह। इस कमजोर प्रदर्शन से पार्टी के सामने बड़ा आत्ममंथन और पुनर्गठन की चुनौती खड़ी हो गई है।

