Amarnath Yatra 2025: पहलगाम आतंकी हमले के बाद सुरक्षा के साये में अमरनाथ यात्रा की पहली टोली बुधवार को जम्मू से रवाना हुई। जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भगवती नगर यात्रा निवास से झंडी दिखाकर श्रद्धालुओं को रवाना किया। बम-बम भोले के नारों से गूंजते माहौल में श्रद्धालुओं ने कहा कि बाबा ने बुलाया है तो डर किस बात का। हम निर्भय होकर बाबा के दर्शन के लिए निकले हैं और यही प्रार्थना करते हैं कि देश में शांति बनी रहे।
इतिहास की सबसे बड़ी सुरक्षा तैनाती
इस बार अमरनाथ यात्रा के लिए लगभग 600 अर्धसैनिक बलों की कंपनियों की तैनाती की गई है। यह अब तक की सबसे बड़ी सुरक्षा व्यवस्था मानी जा रही है। जम्मू-कश्मीर पुलिस, केंद्रीय सुरक्षाबलों और खुफिया एजेंसियों के साथ मिलकर हाईवे और बेस कैंप्स पर विशेष निगरानी रखी जा रही है। हालिया हमलों को देखते हुए इस बार ड्रोन, CCTV और कुत्तों की टीमों का भी उपयोग किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह चाकचौबंद है।
#WATCH | Jammu | J&K LG Manoj Sinha flags off the first batch of pilgrims for Shri Amarnath Yatra starting today pic.twitter.com/OAsRfkZQUC
— ANI (@ANI) July 1, 2025
दो मार्गों से होगी यात्रा, 38 दिन तक चलेगी
अमरनाथ यात्रा 3 जुलाई से शुरू होकर 9 अगस्त तक चलेगी। इस बार यात्रा दो मार्गों से होगी—पहला पारंपरिक 48 किलोमीटर लंबा नुनवान-पहलगाम मार्ग जो अनंतनाग जिले से शुरू होता है और दूसरा 14 किलोमीटर छोटा लेकिन कठिन बालटाल मार्ग जो गांदरबल जिले से जाता है। दोनों मार्गों पर बेस कैंप्स बनाए गए हैं जहां से श्रद्धालुओं को आगे बढ़ाया जाएगा।
तीन लाख से अधिक श्रद्धालु कर चुके हैं पंजीकरण
अब तक 3.31 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पंजीकरण कर लिया है और ऑन-द-स्पॉट रजिस्ट्रेशन भी शुरू हो चुका है। पिछले दो दिनों में ही करीब 4,000 टोकन बांटे जा चुके हैं। यात्रियों के लिए मेडिकल सुविधाएं, रुकने के इंतजाम, खाने-पीने की व्यवस्था और ट्रैकिंग सहायता जैसी सुविधाएं भी इस बार बेहतर की गई हैं। यात्रा मार्ग में पड़ने वाले हर पड़ाव पर सुरक्षाबलों के साथ मेडिकल टीमें भी तैनात की गई हैं।
उपराज्यपाल की अपील: आतंकवाद से न डरें श्रद्धालु
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कहा कि श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड ने बेहतरीन इंतजाम किए हैं। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे आतंकवादी घटनाओं से भयभीत न हों। उन्होंने यह भी कहा कि इस बार यात्रा पिछले सभी वर्षों से बेहतर होगी। यात्रा से पहले उन्होंने एक उच्चस्तरीय बैठक कर सुरक्षा और अन्य तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है।