PM Modi: भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद प्रदीप पुरोहित के बयान ने देशभर में हंगामा मचा दिया है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तुलना छत्रपति शिवाजी महाराज से करते हुए कहा कि मोदी जी पिछले जन्म में छत्रपति शिवाजी थे। उनके इस बयान के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आ गया है। लोकसभा में उनके बयान को कार्यवाही से हटाने का आदेश भी दे दिया गया है।
प्रदीप पुरोहित का विवादित बयान
BJP सांसद प्रदीप पुरोहित ने कहा, “एक संत गिरिजा बाबा ने मुझसे कहा था कि देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पूर्वजन्म छत्रपति शिवाजी महाराज के रूप में हुआ था। यही वजह है कि वह आज राष्ट्र निर्माण का काम कर रहे हैं।”
उनके इस बयान के बाद विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी। कांग्रेस, शिवसेना (UBT) और एनसीपी ने इस बयान को छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान बताया और सांसद को निलंबित करने की मांग की।
लोकसभा में हंगामा, बयान को हटाने का आदेश
पुरोहित के इस बयान के बाद लोकसभा में विपक्षी दलों ने जमकर विरोध किया। कांग्रेस और शिवसेना के सांसदों ने इसे छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान करार दिया। लोकसभा के उपाध्यक्ष ने मामले की गंभीरता को देखते हुए सांसद के बयान को सदन की कार्यवाही से हटाने का आदेश दिया।
अखंड हिंदुस्तानाचे आराध्य दैवत आणि रयतेचे राजे छत्रपती शिवाजी महाराज यांचा वारंवार अपमान करण्याचे आणि महाराष्ट्रातील तसेच जगभरातील शिवप्रेमींची अस्मिता दुखावण्याचे नियोजनबद्ध कारस्थान भाजपच्या नेतेमंडळींकडून केले जात आहे.
या लोकांनी छत्रपती शिवाजी महाराजांचा मानाचा जिरेटोप… pic.twitter.com/N624xkfkQN
— Prof. Varsha Eknath Gaikwad (@VarshaEGaikwad) March 17, 2025
कांग्रेस का BJP पर हमला
कांग्रेस सांसद वर्षा एकनाथ गायकवाड़ ने BJP सांसद का वीडियो शेयर करते हुए कहा,
“BJP नेतृत्व छत्रपति शिवाजी महाराज का बार-बार अपमान कर रहा है। ये लोग शिव प्रेमियों की भावनाओं को ठेस पहुंचा रहे हैं। शिवाजी महाराज को नरेंद्र मोदी के समान बताकर उनकी विरासत का अपमान किया जा रहा है। हम इसका कड़ा विरोध करते हैं और मांग करते हैं कि PM मोदी देश से माफी मांगें और सांसद प्रदीप पुरोहित को तुरंत निलंबित किया जाए।”
महाराष्ट्र की राजनीति में BJP पर तीखा हमला
महाराष्ट्र में शिवाजी महाराज को लेकर राजनीति हमेशा से संवेदनशील रही है। कांग्रेस, शिवसेना (UBT) और एनसीपी ने इस मुद्दे पर BJP को आड़े हाथों लिया है।
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा,
“BJP जानबूझकर छत्रपति शिवाजी महाराज का अपमान कर रही है। पहले अमित शाह और फडणवीस ने शिवाजी को लेकर विवादित बयान दिया था और अब सांसद प्रदीप पुरोहित ने शिवाजी का मोदी से पुनर्जन्म जोड़ दिया। यह मराठा इतिहास का अपमान है।”
सोशल मीडिया पर BJP की आलोचना
सांसद प्रदीप पुरोहित के बयान के बाद सोशल मीडिया पर भी BJP को जमकर आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। ट्विटर और फेसबुक पर #ShivajiKaApmaan और #BJPInsultsShivaji जैसे हैशटैग ट्रेंड करने लगे।
कई यूजर्स ने BJP को घेरते हुए कहा कि पार्टी लगातार शिवाजी महाराज का अपमान कर रही है और मराठा समाज की भावनाओं को आहत कर रही है।
शिवाजी और औरंगज़ेब की ऐतिहासिक टकराहट का जिक्र
गौरतलब है कि देश में इन दिनों मुगल शासक औरंगज़ेब को लेकर भी जमकर बहस हो रही है। महाराष्ट्र और अन्य राज्यों में कई स्थानों पर औरंगज़ेब के समर्थन में लगाए गए पोस्टरों को लेकर विवाद हुआ था।
ऐसे में छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर इस तरह के बयान का आना और भी ज्यादा राजनीतिक रूप से संवेदनशील हो गया है।
छत्रपति शिवाजी महाराज ने अपने जीवनकाल में औरंगज़ेब की नाक में दम कर दिया था। उनकी वीरता और रणनीति ने मुगलों की सत्ता को कई बार हिलाकर रख दिया था।
BJP की सफाई
BJP ने सांसद प्रदीप पुरोहित के बयान से किनारा कर लिया है। पार्टी प्रवक्ता ने कहा कि यह उनका व्यक्तिगत विचार है और इसका पार्टी की आधिकारिक राय से कोई लेना-देना नहीं है।
हालांकि, विपक्ष का कहना है कि BJP जानबूझकर छत्रपति शिवाजी महाराज की छवि को कमजोर कर रही है और उनका राजनीतिक लाभ उठाने का प्रयास कर रही है।
महाराष्ट्र में गरमाई राजनीति
महाराष्ट्र में इस बयान के बाद राजनीतिक सरगर्मी बढ़ गई है। कांग्रेस और शिवसेना ने BJP के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।
शिवसेना के नेताओं का कहना है कि BJP लगातार मराठा वीर शिवाजी का अपमान कर रही है, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
इतिहासकारों की प्रतिक्रिया
इतिहासकारों ने भी इस बयान की आलोचना की है। उनका कहना है कि छत्रपति शिवाजी महाराज का व्यक्तित्व अद्वितीय था और उनकी तुलना किसी से भी नहीं की जा सकती।
इतिहासकार अनिरुद्ध देशपांडे ने कहा,
“शिवाजी महाराज भारतीय इतिहास के महान योद्धा थे। उनके बलिदान और संघर्ष का राजनीतिक इस्तेमाल करना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है।”
BJP सांसद प्रदीप पुरोहित के बयान ने देश में एक बार फिर छत्रपति शिवाजी महाराज को लेकर राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया है। विपक्ष ने BJP पर शिवाजी महाराज का अपमान करने का आरोप लगाया है और PM मोदी से माफी की मांग की है।
इस विवाद ने महाराष्ट्र की राजनीति को गर्मा दिया है और BJP को विपक्ष के तीखे हमलों का सामना करना पड़ रहा है।