Rupali Ganguly: पंजाबी सिंगर और एक्टर दिलजीत दोसांझ इन दिनों विवादों में घिर गए हैं। वजह है उनकी आने वाली फिल्म ‘सरदार जी 3’ जिसमें उन्होंने पाकिस्तानी एक्ट्रेस हानिया आमिर को कास्ट किया है। भारत-पाकिस्तान के बीच लगातार तनाव की स्थिति में एक पाकिस्तानी कलाकार के साथ काम करने को लेकर सोशल मीडिया पर दिलजीत की आलोचना हो रही है। कई लोग इसे देश के प्रति असंवेदनशीलता मान रहे हैं।
रूपाली गांगुली का ट्वीट और बॉर्डर 2 का जिक्र
टीवी एक्ट्रेस रूपाली गांगुली ने भी इस पूरे मामले में अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने सीधे तौर पर दिलजीत का नाम नहीं लिया लेकिन ‘बॉर्डर 2’ फिल्म में उनके शामिल होने पर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा कि ‘बॉर्डर’ जैसी फिल्में देशभक्ति की भावना जगाती हैं और अगर ऐसे किसी फिल्म में कोई ऐसा कलाकार हो जो देश के प्रति अपनी जिम्मेदारियां नहीं समझता तो यह निराशाजनक है।
Border was a film that evoked deep patriotism among the people of our nation. It's truly disheartening and frustrating to see an actor in #Border2 who fails to recognize his responsibilities towards the country. Kudos to the makers for showing clarity and conviction by dropping…
— Rupali Ganguly (@TheRupali) June 27, 2025
‘बॉर्डर 2’ से बाहर हुए दिलजीत? अफवाह या हकीकत?
कई मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि ‘बॉर्डर 2’ की टीम ने दिलजीत को फिल्म से बाहर कर दिया है और उनकी जगह अम्मी विर्क को लेने की योजना है। वहीं, रूपाली ने भी एक ट्वीट में कहा, “कुशलता और स्पष्टता के लिए मेकर्स की सराहना करनी चाहिए कि उन्होंने उस एक्टर को फिल्म से बाहर कर दिया। ऐसी फिल्म में कोई भ्रमित निष्ठा की जगह नहीं होनी चाहिए।” हालांकि, इस बारे में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
मेकर्स की सफाई: दिलजीत को नहीं हटाया गया
इसी बीच एक उच्च पदस्थ सूत्र ने ‘हिंदुस्तान टाइम्स’ को बताया कि दिलजीत को फिल्म से हटाने की कोई योजना नहीं है। सूत्र के अनुसार, “दिलजीत को फिल्म में लगभग 9 महीने पहले कास्ट किया गया था और अब तक फिल्म का आधा हिस्सा शूट भी हो चुका है। इस स्टेज पर उन्हें हटाना ना केवल मुश्किल है बल्कि फिल्म के शेड्यूल को भी प्रभावित करेगा।” इससे ये साफ होता है कि फिलहाल दिलजीत की मौजूदगी बरकरार है।
देशभक्ति और कलाकार की स्वतंत्रता के बीच संघर्ष
यह विवाद एक बार फिर इस बहस को हवा दे रहा है कि क्या एक कलाकार को किसी भी देश के साथ काम करने की स्वतंत्रता होनी चाहिए या उन्हें देश की संवेदनाओं को प्राथमिकता देनी चाहिए। ‘बॉर्डर 2’ जैसी फिल्में सिर्फ युद्ध नहीं बल्कि राष्ट्रीय गर्व की प्रतीक होती हैं। ऐसे में इस फिल्म के हर पहलू से लोग जुड़ाव महसूस करते हैं। आने वाले समय में देखना होगा कि यह मामला क्या मोड़ लेता है।