Operation Mahadev: भारतीय सुरक्षा बलों ने एक और बड़ी सफलता हासिल करते हुए श्रीनगर के बाहरी इलाके में ‘ऑपरेशन महादेव’ को अंजाम देकर तीन खतरनाक आतंकियों को मार गिराया है। मारे गए आतंकियों में मुख्य रूप से सुलैमान उर्फ आसिफ शामिल है, जिसे पहलगाम आतंकी हमले का मास्टरमाइंड माना जा रहा है। उसके साथ मारे गए दो अन्य आतंकी जिब्रान और हमजा अफगानी बताए जा रहे हैं। जिब्रान पिछले साल सोनमर्ग टनल हमले में कथित तौर पर शामिल था।
90 दिन की रणनीति और खुफिया सूचनाओं का नतीजा
18 जुलाई से भारतीय सेना को आतंकियों की गतिविधियों की जानकारी मिल रही थी। लगातार उनकी कॉल्स और रेडियो संचार इंटरसेप्ट हो रही थीं। आतंकी पहाड़ी इलाकों में छिपे हुए थे और अपने पाकिस्तानी संपर्कों व स्थानीय ओवर ग्राउंड वर्करों के साथ लगातार संपर्क में थे। इस पूरी गतिविधि पर नजर रखते हुए सेना ने खास रणनीति के तहत दो नेशनल राइफल टीम्स और स्पेशल फोर्स के जवानों को रवाना किया।
#WATCH | On Operation Mahadev, Jammu and Kashmir LG Manoj Sinha says, "It is true that three Pakistani terrorists have been eliminated. The police administration will give full information about this… I congratulate the army, police and all those involved in this operation." pic.twitter.com/QViSLnkA2Q
— ANI (@ANI) July 28, 2025
कैसे रचा गया ‘चक्रव्यूह’
ऑपरेशन के दौरान सबसे बड़ी प्राथमिकता थी कि आम नागरिकों को कोई नुकसान न हो और हमारे जवान भी सुरक्षित रहें। इसके लिए ऑपरेशन को बेहद सतर्कता और योजना से अंजाम दिया गया। सुरक्षा बलों ने चारों ओर से घेरेबंदी कर आतंकियों को बाहर निकलने का कोई मौका नहीं दिया। ऑपरेशन का नाम ‘महादेव’ इसलिए रखा गया क्योंकि यह सोमवार को हुआ और यह स्थान श्रीनगर के पास है जहां शंकराचार्य मंदिर और हरमन जैसे धार्मिक स्थल भी हैं।
सेना, CRPF और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई
भारतीय सेना के साथ इस ऑपरेशन में जम्मू-कश्मीर पुलिस की स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG), CRPF की दो यूनिट्स और वैली क्विक एक्शन टीम शामिल थी। यह सभी बल एकजुट होकर आतंकियों के खिलाफ मोर्चा संभाले हुए थे। जंगल का इलाका काफी घना था, लेकिन फिर भी किसी भी आतंकी को बच निकलने का मौका नहीं मिला। ऑपरेशन में आधुनिक उपकरणों जैसे नाइट विजन कैमरा और ड्रोन की भी मदद ली गई।
आतंक के खिलाफ लगातार जारी है अभियान
जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने ऑपरेशन में शामिल सभी जवानों को बधाई दी और कहा कि यह आतंक के सफाए की दिशा में बड़ा कदम है। उन्होंने कहा कि ऐसे अभियान बीते कई महीनों से जारी हैं और आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। मंगलवार दोपहर को ऑपरेशन में शामिल सभी बलों की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की जाएगी। सेना के कमांडर ऑपरेशन में शामिल जवानों से भी मुलाकात करेंगे।