Lok Sabha Winter Session: लोकसभा के सर्द सत्र के पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विपक्ष के नेताओं से हार के आघात को पार करने की सलाह दी है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि यहां ड्रामा नहीं बल्कि काम होना चाहिए। पीएम मोदी ने कहा, “जो कोई भी ड्रामा करना चाहता है वह कर सकता है, लेकिन इस सत्र का उद्देश्य देश की प्रगति होना चाहिए। जोर नारेबाजी पर नहीं बल्कि नीति निर्माण पर होना चाहिए।” उन्होंने विपक्ष को हार का रोष प्रकट करने के लिए सत्र का उपयोग न करने की चेतावनी भी दी।
लोकतंत्र और आर्थिक प्रगति का उदाहरण भारत
पीएम मोदी ने संसद भवन में कहा कि यह सत्र देश को प्रगति की ओर ले जाने के लिए ऊर्जा देगा। भारत ने हमेशा लोकतंत्र को जीवित रखा है और बार-बार इस प्रणाली की ताकत का प्रमाण दिया है। बिहार चुनावों में रिकॉर्ड वोटिंग इसका जीवंत उदाहरण है। उन्होंने कहा, “लोकतंत्र की ताकत के साथ-साथ अर्थव्यवस्था की मजबूती भी दुनिया देख रही है। भारत ने साबित किया है कि लोकतंत्र काम कर सकता है।”
#ParliamentWinterSession | Delhi: PM Narendra Modi says, "Whoever wants to do drama can do it. There should be delivery here and not drama…the emphasis should be on policy, not slogans." pic.twitter.com/hvOLmB23Yi
— ANI (@ANI) December 1, 2025
विपक्ष से अपेक्षा: जिम्मेदारी निभाएं
पीएम मोदी ने विपक्ष को जिम्मेदारी निभाने और मजबूत मुद्दे उठाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि कुछ दल अपनी हार को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं और सत्र को संघर्ष का मैदान बना रहे हैं। उन्होंने सभी सांसदों से अनुरोध किया कि वे इस सत्र को हार का ठिकाना न बनने दें और विजयों में घमंड भी न फैलने दें। जनता के प्रतिनिधि होने के नाते सांसदों को यहां अपने क्षेत्र और देश के विकास के मुद्दे उठाने चाहिए।
#ParliamentWinterSession | Delhi: PM Narendra Modi says, "This winter session isn't just a ritual…India has lived democracy. The zeal and enthusiasm of democracy have been expressed time and again in such a way that faith in democracy continues to grow stronger." pic.twitter.com/ihgkzQCoHu
— ANI (@ANI) December 1, 2025
युवा सांसदों को मिले मौका
पीएम मोदी ने सभी दलों के नए और युवा सांसदों को मौका देने की बात कही। उन्होंने कहा कि पहले बार सांसद बने या युवा सांसद असंतुष्ट हैं क्योंकि उन्हें अपनी ताकत दिखाने और अपने क्षेत्रों की समस्याओं को उजागर करने का पर्याप्त मौका नहीं मिल रहा है। उन्होंने कहा, “चाहे किसी भी पार्टी के हों, हमें अपनी नई पीढ़ी को अवसर देना चाहिए ताकि संसद उनके अनुभवों से लाभान्वित हो सके।”
#ParliamentWinterSession | Delhi: PM Narendra Modi says, "…I urge all parties, in this winter session, that the panic of defeat should not become a ground for debate. As public representatives, we should handle the responsibility and expectations of the people of the country… pic.twitter.com/Dt2oNCj3td
— ANI (@ANI) December 1, 2025
सुझाव देने को तैयार हैं पीएम मोदी
पीएम मोदी ने कहा कि जीएसटी सुधार ने देशवासियों के दिलों में सम्मान का माहौल बनाया है और इस सत्र में इस दिशा में और काम होना चाहिए। उन्होंने विपक्ष पर निशाना साधा कि वे जनता से जुड़ने में असमर्थ हैं और अपने क्रोध को सदन में निकाल रहे हैं। कुछ दलों ने नई परंपरा शुरू कर दी है जिसे बदलना होगा। पीएम मोदी ने कहा, “मैं सुझाव देने को तैयार हूं ताकि विपक्ष अपनी रणनीति बदल सके और लोकतांत्रिक ढंग से काम कर सके।”

