Danish Kaneria: पाहलगाम, जम्मू और कश्मीर में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद देश भर में आक्रोश का माहौल बन गया है। इस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई। इस घटना के बाद ना सिर्फ भारत, बल्कि दुनिया भर से प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। भारतीय सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है और सिंधु जल समझौते को रोकने जैसे कई बड़े फैसले लिए हैं। इस बीच, पाकिस्तान के एक पूर्व क्रिकेटर दानिश कनेरिया ने अपने देश के उप प्रधानमंत्री इश्क़ दार के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
पाकिस्तानी मंत्री का विवादित बयान
पाहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान से भी एक प्रतिक्रिया आई थी। पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री इश्क़ दार ने इस हमले को लेकर एक विवादित बयान दिया। इश्क़ दार ने आतंकी हमले को अंजाम देने वाले आतंकवादियों को ‘स्वतंत्रता सेनानी’ करार दिया। यह बयान पाकिस्तान में भी चर्चा का विषय बन गया। दानिश कनेरिया ने इस बयान का विरोध करते हुए एक कड़ी प्रतिक्रिया दी और पाकिस्तान सरकार की निंदा की।
When the Deputy Prime Minister of Pakistan calls terrorists “freedom fighters,” it’s not just a disgrace — it’s an open admission of state-sponsored terrorism. pic.twitter.com/QlS1UDzq20
— Danish Kaneria (@DanishKaneria61) April 24, 2025
दानिश कनेरिया का पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री पर हमला
दानिश कनेरिया ने पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री इश्क़ दार के बयान पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘X’ पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने लिखा कि जब पाकिस्तान का उप प्रधानमंत्री आतंकवादियों को ‘स्वतंत्रता सेनानी’ कहता है तो यह न सिर्फ अपमानजनक है, बल्कि यह दर्शाता है कि पाकिस्तान पूरी तरह से आतंकवाद का समर्थन कर रहा है। दानिश ने यह भी कहा कि इस तरह के बयानों से पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय छवि को नुकसान पहुंचता है।
कनेरिया ने पाकिस्तान में शांति की जरूरत जताई
दानिश कनेरिया ने इस आतंकी हमले की कड़ी निंदा की थी और सोशल मीडिया पर सक्रिय रहते हुए लोगों के सवालों का जवाब भी दिया। एक यूजर ने दानिश से कहा कि वह पाकिस्तान में रहते हुए पाकिस्तान के खिलाफ बोलते हैं, यह शर्म की बात है। दानिश ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वह पाकिस्तान या उसके लोगों के खिलाफ नहीं बोलते, बल्कि पाकिस्तान में आतंकवाद का सामना कर रहे लोगों के लिए वह आवाज उठाते हैं। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में शांति की आवश्यकता है और इस तरह के हालात में एक ऐसे सरकार की जरूरत है जो शांति के लिए काम करे।