ChatGPT जैसे AI टूल्स के आने के बाद से Google सर्च की लोकप्रियता में गिरावट देखी जा रही है। अब लोग अपनी जिज्ञासाओं का समाधान पाने के लिए गूगल की बजाय AI चैटबॉट्स का उपयोग करने लगे हैं। इस बदलाव से गूगल को अपने यूज़र्स को खोने का डर सता रहा है। इसी को देखते हुए अब कंपनी सर्च में एक नया फीचर जोड़ने की योजना बना रही है, जो ChatGPT की तरह काम करेगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गूगल अपने सर्च इंजन के लिए एक AI मोड पर काम कर रहा है, जिसे जल्द ही लॉन्च किया जा सकता है। आइए जानते हैं इस फीचर के बारे में विस्तार से।
कैसे काम करेगा गूगल सर्च का AI मोड?
गूगल सर्च में AI मोड को मौजूदा AI ओवरव्यू से अलग बनाया जाएगा। यह एक विशेष गूगल सर्च मोड होगा, जिसे यूज़र्स को मैन्युअली चुनना होगा। इसका कार्य करने का तरीका ChatGPT सर्च की तरह होगा। इसमें यूज़र्स ओपन-एंडेड (खुली) क्वेरी पूछ सकेंगे और AI मोड उसी के अनुसार जवाब देगा। इसके साथ ही, जवाब के साथ स्रोत (सोर्स) के लिंक भी प्रदान किए जाएंगे, जिससे यूज़र्स संबंधित जानकारी को और विस्तार से पढ़ सकेंगे।
पिछले साल दिसंबर में इस फीचर से जुड़ी एक बड़ी लीक सामने आई थी। अब ताजा रिपोर्ट्स के अनुसार, गूगल इस फीचर का आंतरिक परीक्षण कर रहा है। फिलहाल, इसे डेस्कटॉप वर्जन पर टेस्ट किया जा रहा है।
गूगल का इस AI मोड पर क्या कहना है?
गूगल के अनुसार, यह AI मोड सर्च को अधिक स्मार्ट बनाएगा और जानकारी को एक आसान और व्यवस्थित तरीके से पेश करेगा। इस मोड में यूज़र्स को अतिरिक्त लिंक भी दिए जाएंगे, जिससे वे इंटरनेट पर और अधिक जानकारी आसानी से एक्सप्लोर कर सकेंगे। इस फीचर में एडवांस्ड रीजनिंग (तार्किक क्षमता) और थिंकिंग (सोचने की शक्ति) को भी जोड़ा जाएगा।
इसका यूज़र इंटरफेस मौजूदा गूगल सर्च से मिलता-जुलता होगा, लेकिन इसमें टॉप पर AI मोड का ऑप्शन दिया जाएगा। जब कोई यूज़र इस मोड में सवाल पूछेगा, तो जवाब ChatGPT की चैट की तरह मिलेगा। साथ ही, एक बार जवाब मिलने के बाद यूज़र्स फॉलो-अप प्रश्न भी पूछ सकेंगे।
गूगल क्यों ला रहा है यह फीचर?
गूगल को इस समय Microsoft के ChatGPT और OpenAI जैसे प्लेटफार्म्स से कड़ी प्रतिस्पर्धा मिल रही है। इसके अलावा, गूगल का खुद का AI टूल Gemini भी बाजार में मौजूद है, लेकिन सर्च में AI का सही उपयोग नहीं हो पा रहा है। AI-संचालित चैटबॉट्स यूज़र्स को अधिक इंटरैक्टिव और डिटेल्ड जवाब प्रदान कर रहे हैं, जिससे गूगल सर्च का उपयोग कम हो रहा है।
इसी वजह से गूगल अब अपने सर्च प्लेटफॉर्म को और बेहतर बनाने के लिए इस नए AI मोड को विकसित कर रहा है। इसका उद्देश्य यूज़र्स को एक बेहतर अनुभव देना है ताकि वे गूगल सर्च को अधिक समय तक इस्तेमाल करें और अन्य AI टूल्स की जरूरत कम पड़े।
AI मोड के संभावित फीचर्स
- स्मार्ट सर्च सिस्टम – यह फीचर उपयोगकर्ताओं के प्रश्नों का विश्लेषण कर सबसे सटीक उत्तर प्रदान करेगा।
- स्रोत लिंक उपलब्ध कराना – AI द्वारा दिए गए उत्तर के साथ ही स्रोतों के लिंक भी मिलेंगे, जिससे यूज़र्स विश्वसनीय जानकारी तक आसानी से पहुंच सकें।
- इंटरएक्टिव जवाब – ChatGPT की तरह, AI मोड में भी यूज़र्स जवाब पर चर्चा कर सकेंगे और फॉलो-अप सवाल पूछ सकेंगे।
- तेज़ और प्रभावी सर्च – पारंपरिक गूगल सर्च की तुलना में, AI मोड अधिक तेज़ और सटीक उत्तर देगा।
- एडवांस्ड लॉजिक और रीजनिंग – इस मोड में गूगल अधिक तार्किक और गहन सोच वाली तकनीक का उपयोग करेगा, जिससे उत्तर ज्यादा बेहतर होंगे।
- डेस्कटॉप से शुरूआत – फिलहाल, इसका परीक्षण डेस्कटॉप वर्जन पर किया जा रहा है। बाद में इसे मोबाइल और अन्य प्लेटफार्म्स पर भी रोलआउट किया जा सकता है।
यूज़र्स को क्या होगा फायदा?
- तेज़ और अधिक सटीक उत्तर मिलेंगे।
- विस्तृत जानकारी के लिए विश्वसनीय स्रोत लिंक उपलब्ध होंगे।
- इंटरएक्टिव सर्च अनुभव मिलेगा, जिससे सवालों के जवाब समझना आसान होगा।
- गूगल सर्च का इस्तेमाल और भी स्मार्ट और रोचक बनेगा।
क्या यह ChatGPT को टक्कर दे पाएगा?
गूगल सर्च का AI मोड निश्चित रूप से ChatGPT को टक्कर देने के लिए तैयार किया जा रहा है। हालांकि, ChatGPT पहले से ही एक मजबूत प्लेटफॉर्म के रूप में उभरा है और इसके पास व्यापक यूज़र बेस है। गूगल को अपने AI मोड को और अधिक उपयोगी और प्रभावी बनाना होगा ताकि यूज़र्स इसे अपनाने के लिए प्रेरित हों।
AI के क्षेत्र में गूगल का अनुभव काफी पुराना है, इसलिए यह देखना दिलचस्प होगा कि यह नया मोड कैसे काम करता है और यूज़र्स इसे कितना पसंद करते हैं।
गूगल सर्च का नया AI मोड निश्चित रूप से इंटरनेट सर्च के तरीके में बदलाव लाने वाला है। यह मोड अधिक स्मार्ट, इंटरएक्टिव और उपयोगी होगा, जिससे यूज़र्स को बेहतर सर्च अनुभव मिलेगा। हालांकि, यह देखना अभी बाकी है कि यह फीचर कब तक रोलआउट किया जाता है और यह ChatGPT को कितनी प्रतिस्पर्धा दे पाता है।
AI तकनीक के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए, गूगल का यह कदम काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकता है। यह नया मोड यूज़र्स के लिए कितनी सुविधा लेकर आएगा, इसका पता जल्द ही चल जाएगा।