Aurangzeb’s Tomb Controversy: महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में औरंगजेब की मजार को लेकर बढ़ते विवाद के बीच पुलिस ने सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट डालने वालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस ने अब तक आठ मामले दर्ज किए हैं, जबकि साइबर पुलिस ने सोशल मीडिया से कुल 506 आपत्तिजनक पोस्ट हटाए हैं। इसके अलावा, पुलिस ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म जैसे व्हाट्सएप, फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स (ट्विटर) और यूट्यूब पर साइबर पेट्रोलिंग भी तेज कर दी है।
सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट पर कड़ी कार्रवाई
छत्रपति संभाजीनगर पुलिस ने सोशल मीडिया पर भड़काऊ और आपत्तिजनक पोस्ट करने वालों के खिलाफ अभियान छेड़ दिया है। पुलिस के अनुसार, यदि किसी व्हाट्सएप ग्रुप में आपत्तिजनक पोस्ट साझा की जाती है, तो ग्रुप एडमिन के खिलाफ भी आपराधिक मुकदमा दर्ज किया जाएगा।
साइबर पुलिस ने अब तक 506 पोस्ट को सोशल मीडिया से हटवाया है, जिनमें धार्मिक भावनाएं आहत करने वाली और भड़काऊ सामग्री शामिल थी। पुलिस का कहना है कि स्थिति पर नजर रखने के लिए लगातार साइबर पेट्रोलिंग की जा रही है।
नागपुर में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के खिलाफ केस दर्ज
इस मामले में नागपुर में भी तनाव बढ़ गया है। पुलिस ने विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल के नेताओं के खिलाफ धार्मिक भावनाएं आहत करने का मामला दर्ज किया है। दरअसल, नागपुर के महल क्षेत्र में वीएचपी और बजरंग दल ने औरंगजेब की मजार को हटाने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया था।
प्रदर्शन के दौरान कथित रूप से एक समुदाय के धार्मिक ग्रंथ को जलाए जाने की अफवाह फैल गई, जिससे स्थिति और बिगड़ गई। इस पर आक्रोशित भीड़ ने पुलिस पर पथराव कर दिया। सोमवार रात को हुई इस हिंसा के बाद शहर में तनाव का माहौल बन गया।
पुलिस ने VHP और बजरंग दल नेताओं के खिलाफ FIR दर्ज की
पुलिस ने बताया कि गणेशपेठ थाने में वीएचपी और बजरंग दल के नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। इन पर धार्मिक भावनाएं आहत करने और हिंसा भड़काने का आरोप है। दर्ज एफआईआर में विश्व हिंदू परिषद के महाराष्ट्र-गोवा के प्रभारी सचिव गोविंद शेंडे और अन्य लोगों के नाम शामिल हैं।
इसके अलावा, अमोल ठाकरे, डॉ. महाजन, तायनी, रजत पुरी, सुशील, वृषभ आर्चेल, शुभम और मुकेश बारापात्रे जैसे वीएचपी और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। हालांकि, अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
नागपुर में हिंसा के बाद लगा कर्फ्यू
सोमवार को नागपुर में हुई हिंसा के बाद पुलिस ने मंगलवार सुबह करीब 4:30 बजे शहर के कई इलाकों में कर्फ्यू लगा दिया। खासतौर पर कोतवाली, गणेशपेठ और लकड़गंज थाना क्षेत्र में कर्फ्यू लगाया गया, जहां लोगों को केवल आवश्यक कामों के लिए ही बाहर निकलने की अनुमति थी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि शहर में 11 संवेदनशील स्थानों पर सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। इसके अलावा, पूरे नागपुर में नाकाबंदी कर दी गई है और पुलिस लगातार गश्त कर रही है।
औरंगजेब की मजार को लेकर बढ़ा विवाद
छत्रपति संभाजीनगर में औरंगजेब की मजार को लेकर विवाद पिछले कुछ महीनों से लगातार बढ़ता जा रहा है। हिंदू संगठनों का आरोप है कि मजार के नाम पर अवैध गतिविधियां हो रही हैं, जिसके कारण इसे हटाने की मांग की जा रही है।
वहीं, मुस्लिम समुदाय का कहना है कि मजार को लेकर जानबूझकर सांप्रदायिक तनाव पैदा किया जा रहा है। पुलिस का कहना है कि सोशल मीडिया पर इस मुद्दे को लेकर लगातार भड़काऊ पोस्ट किए जा रहे हैं, जिससे माहौल और बिगड़ रहा है।
साइबर सेल कर रही सतर्क निगरानी
छत्रपति संभाजीनगर पुलिस का कहना है कि वह सोशल मीडिया पर सख्त निगरानी रख रही है। साइबर सेल की टीमें व्हाट्सएप ग्रुप, फेसबुक पेज, इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसे प्लेटफॉर्म पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।
यदि किसी ग्रुप में भड़काऊ पोस्ट शेयर होती है, तो उस ग्रुप एडमिन के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर किसी भी तरह का भड़काऊ या आपत्तिजनक कंटेंट शेयर न करें, अन्यथा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
राजनीतिक प्रतिक्रिया
औरंगजेब की मजार को लेकर उठे विवाद पर राजनीतिक दल भी प्रतिक्रिया दे रहे हैं। भाजपा ने वीएचपी और बजरंग दल के नेताओं के खिलाफ दर्ज एफआईआर को लेकर राज्य सरकार पर निशाना साधा है। भाजपा नेताओं का कहना है कि हिंदू संगठनों को जानबूझकर निशाना बनाया जा रहा है।
वहीं, कांग्रेस ने इस विवाद के लिए राज्य सरकार की नाकामी को जिम्मेदार ठहराया है। कांग्रेस का कहना है कि राज्य सरकार सांप्रदायिक तनाव को रोकने में पूरी तरह विफल रही है।
पुलिस की अपील: अफवाहों पर ध्यान न दें
पुलिस ने नागपुर और संभाजीनगर के नागरिकों से अपील की है कि वे सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों पर ध्यान न दें। यदि किसी को कोई भड़काऊ या आपत्तिजनक पोस्ट दिखाई देती है, तो वह तुरंत पुलिस को सूचित करें।
छत्रपति संभाजीनगर में औरंगजेब की मजार को लेकर बढ़ते विवाद के बीच पुलिस लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है। सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। वहीं, नागपुर में हिंसा के बाद तनावपूर्ण माहौल को देखते हुए कर्फ्यू लगा दिया गया है। पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है।