Assam के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने बताया कि राज्य की पुलिस ने चार बांगलादेशी घुसपैठियों को गिरफ्तार किया है, जो अवैध तरीके से भारत में घुसने की कोशिश कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर इस घटना की जानकारी देते हुए बताया कि ये सभी घुसपैठिए अवैध तरीके से भारत में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन असम पुलिस की तत्परता के कारण उन्हें पकड़ा जा सका। मुख्यमंत्री ने यह भी बताया कि इन घुसपैठियों को बांगलादेश के सरकारी अधिकारियों को सौंप दिया गया और वे वापस बांगलादेश भेज दिए गए। हालांकि, मुख्यमंत्री ने यह जानकारी नहीं दी कि ये घुसपैठिए कहां से पकड़े गए या कौन से सीमावर्ती जिले से इन्हें भेजा गया।
मुख्यमंत्री का बयान:
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि असम सरकार ने पिछले सात महीनों में 305 बांगलादेशी घुसपैठियों को पकड़ा है और उन्हें उनके देश वापस भेजा है। उन्होंने इस कार्रवाई को राज्य सरकार की ‘अवैध घुसपैठ मुक्त असम’ की प्रतिबद्धता का हिस्सा बताया। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि राज्य में घुसपैठियों को पकड़ने के लिए लगातार अभियान चलाए जा रहे हैं और इस कार्य में असम पुलिस की भूमिका सराहनीय रही है।
4 Illegal Infiltrators Held and Deported
Continuing with their efforts to combat infiltration, @assampolice apprehended 4 Bangladeshi nationals and pushed them back across the border.
Abdul Kabir
Bodhiur Rahman
Md. Tayub
Abdul KalamGreat work, team! pic.twitter.com/RLzurD1OYN
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) March 10, 2025
BSF की चौकसी:
बांगलादेश से भारत में अवैध घुसपैठ की रोकथाम के लिए बीएसएफ (बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स) ने भारत-बांगलादेश सीमा पर चौकसी बढ़ा दी है। खासकर असम और अन्य उत्तर-पूर्वी राज्यों में 1,885 किलोमीटर लंबी सीमा पर बीएसएफ ने अपनी निगरानी बढ़ा दी है। पिछले साल बांगलादेश में अशांति के बाद बीएसएफ ने अपनी गतिविधियों को और मजबूत किया है। असम पुलिस भी सीमा पर उच्च सतर्कता बनाए रखे हुए है ताकि कोई भी व्यक्ति राज्य में अवैध रूप से प्रवेश न कर सके।
दिल्ली पुलिस की कार्रवाई:
दिल्ली पुलिस ने भी अवैध रूप से भारत में रह रहे पांच बांगलादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने अलग-अलग इलाकों से इन पांचों बांगलादेशियों को पकड़ा। पुलिस ने बताया कि इनमें से दो बांगलादेशी दिल्ली के सदर बाजार क्षेत्र से पकड़े गए, जबकि तीन अन्य विभिन्न जिलों से पकड़े गए। ये सभी बांगलादेशी नागरिक भारत में अवैध रूप से निवास कर रहे थे और फर्जी दस्तावेजों के जरिए यहां रह रहे थे।
फर्जी दस्तावेजों के मामले की जांच:
दिल्ली पुलिस ने अब इस मामले में जांच शुरू कर दी है कि इन बांगलादेशियों ने फर्जी दस्तावेज कहां से बनवाए थे और ये दस्तावेज किसने बनाए। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि दिल्ली और अन्य स्थानों पर और कितने बांगलादेशी अवैध रूप से रह रहे हैं। इन गिरफ्तार बांगलादेशियों से पूछताछ की जा रही है ताकि उनके नेटवर्क का पता लगाया जा सके और आगे की कानूनी कार्रवाई की जा सके।
राज्य सरकार का निर्णय:
असम सरकार ने बांगलादेश से अवैध घुसपैठ को रोकने के लिए कई सख्त कदम उठाए हैं। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि राज्य सरकार का लक्ष्य है कि असम को अवैध घुसपैठ से पूरी तरह मुक्त किया जाए और इसके लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने राज्य पुलिस और बीएसएफ की भूमिका की सराहना की, जो अवैध घुसपैठियों को पकड़ने और उन्हें वापस भेजने में सक्रिय रूप से शामिल हैं।
सीमा पर सुरक्षा का महत्व:
भारत और बांगलादेश के बीच सीमा क्षेत्र में सुरक्षा की स्थिति हमेशा चुनौतीपूर्ण रही है। भारत सरकार और राज्य सरकारों ने सुरक्षा उपायों को और मजबूत किया है ताकि घुसपैठियों को रोका जा सके। विशेष रूप से असम, पश्चिम बंगाल और त्रिपुरा जैसे राज्यों में सीमा सुरक्षा के प्रयासों को बढ़ाया गया है। बीएसएफ और राज्य पुलिस मिलकर सीमा पर गश्त और निगरानी बढ़ा रहे हैं ताकि किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधियों को रोका जा सके।
असम और दिल्ली पुलिस की कार्रवाई बांगलादेश से अवैध घुसपैठियों की पहचान और उन्हें पकड़ने के मामले में महत्वपूर्ण है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा की ‘अवैध घुसपैठ मुक्त असम’ की पहल को गंभीरता से लिया जा रहा है और राज्य सरकार का प्रयास है कि राज्य की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाए। बीएसएफ और राज्य पुलिस द्वारा लगातार की जा रही कार्रवाई से यह संकेत मिलता है कि सरकार इस मामले में किसी भी तरह की ढील नहीं बरतने वाली है और अवैध घुसपैठ की रोकथाम के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे।