पिछले बुधवार को Air India के यात्रियों को बड़ा संकट झेलना पड़ा जब एयरलाइन के चेक-इन सिस्टम में एक तकनीकी खराबी आ गई। यह समस्या तीसरे पक्ष के कनेक्टिविटी नेटवर्क की खराबी के कारण हुई थी। इसके चलते दिल्ली सहित कई प्रमुख हवाई अड्डों पर एयर इंडिया की उड़ानों में एक घंटे से ज्यादा की देरी हो गई। सूत्रों के अनुसार यह परेशानी करीब 70 मिनट तक बनी रही, जिसके बाद सिस्टम को बहाल किया गया।
दिल्ली एयरपोर्ट पर चेक-इन सिस्टम 70 मिनट तक रहा ठप
दिल्ली के टर्मिनल T2 और T3 पर एयर इंडिया के चेक-इन सिस्टम में करीब 3:40 बजे से 4:50 बजे तक लगभग 70 मिनट तक खराबी आई। इस दौरान यात्रियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। एयर इंडिया ने यात्रियों से आग्रह किया कि वे हवाई अड्डे के लिए निकलने से पहले अपनी उड़ान की स्थिति वेबसाइट पर जरूर जांच लें और यात्रा के लिए अतिरिक्त समय निकालें ताकि किसी भी तरह की असुविधा से बचा जा सके।
A third-party connectivity network issue had impacted check-in systems at some airports, thereby delaying flight departures of some airlines, including Air India. The system has since been restored. However, some of our flights may continue to be delayed for some…
— Air India (@airindia) November 5, 2025
एयर इंडिया ने दी स्थिति की जानकारी
गुरुवार शाम 5:13 बजे एयर इंडिया ने अपनी आधिकारिक सोशल मीडिया पोस्ट पर जानकारी दी कि सिस्टम अब बहाल हो चुका है। हालांकि उन्होंने कहा कि स्थिति अभी पूरी तरह से सामान्य नहीं हुई है इसलिए कुछ उड़ानों में देरी हो सकती है। एयरलाइन ने प्रभावित हवाई अड्डों के नाम सार्वजनिक नहीं किए लेकिन सूत्रों के अनुसार देश के अधिकांश घरेलू हवाई अड्डों पर यह समस्या देखी गई।
विदेशी एयरलाइंस को भी हुई परेशानी
दिल्ली हवाई अड्डे के ऑपरेटर DIAL ने भी सोशल मीडिया पर जानकारी दी कि कुछ विदेशी एयरलाइंस के चेक-इन सिस्टम में भी तकनीकी खराबी आई थी। DIAL ने शाम 6:39 बजे घोषणा की कि सभी हवाई अड्डे के संचालन अब सामान्य हो चुके हैं और यात्री बिना किसी परेशानी के अपनी यात्रा जारी रख सकते हैं। इससे पहले, बुधवार को DIAL ने बताया था कि चेक-इन प्रक्रिया में तकनीकी समस्याएं कुछ एयरलाइंस को प्रभावित कर रही हैं।
तकनीकी खराबी ने उड़ानों के शेड्यूल को किया प्रभावित
इस तकनीकी खराबी के कारण एयर इंडिया समेत कई एयरलाइंस की उड़ानों का शेड्यूल प्रभावित हुआ। यात्रियों को लंबा इंतजार करना पड़ा और कई बार उन्हें हवाई अड्डे पर अतिरिक्त समय बिताना पड़ा। विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह की तकनीकी खामियों से बचने के लिए एयरलाइंस को अपनी सिस्टम की नियमित जांच और सुधार करना होगा। यात्रियों के लिए भी यह जरूरी है कि वे अपनी उड़ानों की जानकारी समय-समय पर अपडेट करते रहें ताकि किसी अप्रत्याशित समस्या से बचा जा सके।

