भोजन डिलीवरी कंपनी Zomato और क्विक कॉमर्स ऐप Blinkit की पैरेंट कंपनी Eternal ने प्लेटफॉर्म फीस में इजाफा कर दिया है। मंगलवार को कंपनी ने घोषणा की कि अब ग्राहकों से लिया जाने वाला प्लेटफॉर्म चार्ज ₹10 से बढ़ाकर ₹12 कर दिया गया है। यानी ग्राहकों पर लगभग 20% का अतिरिक्त बोझ आएगा। ध्यान दें कि कंपनी ने पहली बार यह प्लेटफॉर्म चार्ज 2 अगस्त 2023 को शुरू किया था।
छोटा लगने वाला इजाफा, बड़ा असर
हालांकि यह बढ़ोतरी सिर्फ ₹2 की लग रही है, लेकिन विशेषज्ञों का कहना है कि इसका असर काफी बड़ा है। अनुमान है कि कंपनी दिन में लगभग 25 लाख ऑर्डर पूरा करती है। ऐसे में केवल प्लेटफॉर्म फीस से कंपनी को प्रतिदिन अतिरिक्त ₹15 करोड़ तक की आमदनी हो सकती है। सालाना आधार पर यह आय ₹180 से 200 करोड़ तक पहुँच सकती है। वहीं, यूजर्स ने इस फैसले पर नाराजगी जाहिर की है। उनका कहना है कि प्लेटफॉर्म पर डिस्काउंट और ऑफर कम किए जा रहे हैं, और उसी समय फीस बढ़ाना ग्राहकों के लिए मुश्किल साबित हो रहा है।
कंपनी के मुनाफे में भारी वृद्धि
जून तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट सिर्फ ₹25 करोड़ रह गया, जबकि पिछले साल इसी अवधि में यह ₹253 करोड़ था। वहीं, कंपनी की राजस्व वृद्धि ₹4,206 करोड़ से बढ़कर ₹7,167 करोड़ हो गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि यह वृद्धि Blinkit और अन्य नए व्यवसायों में निवेश की वजह से हुई है। अब प्लेटफॉर्म फीस में बढ़ोतरी के बाद, कंपनी के मुनाफे में और इजाफा होने की संभावना है।
Zomato की प्लेटफॉर्म फीस का सफर
Zomato ने प्लेटफॉर्म फीस बढ़ाने का सफर धीरे-धीरे तय किया है। इसकी समय-सीमा इस प्रकार रही:
- अगस्त 2023: पहली बार ₹2 फीस लागू
- 2023 के अंत तक: बढ़कर ₹3
- 1 जनवरी 2024: बढ़कर ₹4
- 31 दिसंबर 2023: अस्थायी रूप से बढ़ाकर ₹9
- इसके बाद फीस स्थायी रूप से ₹10 कर दी गई
- और अब सितंबर 2025 से यह बढ़कर ₹12 हो गई है
इस लगातार बढ़ती फीस से कंपनी की आमदनी और मुनाफे में वृद्धि होगी, लेकिन ग्राहकों पर यह अतिरिक्त बोझ भी साबित होगा। यह बदलाव Zomato और Blinkit के उपयोगकर्ताओं के लिए महंगाई का नया अध्याय खोल सकता है।