Yashasvi Jaiswal: कुछ समय पहले ऐसी खबरें सामने आई थीं कि यशस्वी जायसवाल मुंबई की घरेलू टीम छोड़कर गोवा की ओर से खेलना चाहते हैं। उन्होंने इसके लिए नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) भी हासिल कर लिया था। लेकिन अब उन्होंने अपना फैसला बदल लिया है। मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन (MCA) ने पुष्टि की है कि यशस्वी अब घरेलू सीज़न में मुंबई के लिए ही खेलेंगे। सोमवार, 30 जून को उन्हें दोबारा मुंबई टीम में शामिल करने की मंजूरी दे दी गई।
रणजी ट्रॉफी में अब तक का प्रदर्शन
हालांकि यशस्वी जायसवाल का करियर अभी लंबा नहीं है, लेकिन उन्होंने अब तक जो किया है वह काबिले तारीफ है। उन्होंने 10 रणजी ट्रॉफी मैचों में मुंबई के लिए 863 रन बनाए हैं। उनका औसत 53.93 का रहा है, जिसमें चार शानदार शतक भी शामिल हैं। इससे साफ है कि वह एक भरोसेमंद बल्लेबाज़ के रूप में उभर रहे हैं। वहीं, लिस्ट ए क्रिकेट की बात करें तो उन्होंने 25 पारियों में 1296 रन बनाए हैं और उनका औसत 58 के आसपास रहा है।
इंग्लैंड सीरीज़ में पहले मैच में शतक, लेकिन जीत से चूके
इस समय यशस्वी इंग्लैंड दौरे पर हैं, जहां भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज़ चल रही है। पहले मैच में उन्होंने बेहतरीन बल्लेबाज़ी करते हुए शानदार शतक जड़ा, लेकिन इसके बावजूद भारत को हार का सामना करना पड़ा। जायसवाल ने अपने प्रदर्शन से टीम को अच्छी शुरुआत दी, लेकिन बाकी बल्लेबाज़ों के फ्लॉप रहने से जीत नहीं मिल सकी।
फील्डिंग बनी चिंता का विषय
जहां एक ओर जायसवाल की बल्लेबाज़ी की तारीफ हो रही है, वहीं दूसरी ओर उनकी फील्डिंग पर सवाल खड़े हो रहे हैं। पहले टेस्ट मैच में उन्होंने तीन से चार आसान कैच टपका दिए, जो बाद में भारत की हार की वजह बन गए। टीम इंडिया के लिए ऐसे मौके गंवाना भारी पड़ सकता है। अब देखने वाली बात होगी कि वे आने वाले मैचों में इस कमी को कैसे सुधारते हैं।
नजरें अब दूसरे टेस्ट पर, क्या दोहराएंगे शतक?
अब सभी की निगाहें इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच पर टिकी हैं। जायसवाल से उम्मीदें फिर से हैं कि वे एक और बड़ी पारी खेलेंगे और टीम को जीत दिलाने में मदद करेंगे। बल्लेबाज़ी में वे आत्मविश्वास से भरे हुए हैं, लेकिन उन्हें अपनी फील्डिंग पर भी उतना ही ध्यान देना होगा। मुंबई में वापसी ने यह भी दिखाया है कि वह अभी अपने मूल शहर से जुड़कर आगे बढ़ना चाहते हैं।