ध्रुव जुरेल ने साउथ अफ्रीका ए के खिलाफ चार दिवसीय मैच में लगातार दो नाबाद शतक जड़े। उनकी बल्लेबाजी की खूब चर्चा हुई और लगा कि टेस्ट टीम में उन्हें मौका मिल सकता है। लेकिन प्लेइंग इलेवन की तस्वीर उतनी आसान नहीं है। पूर्व भारतीय बल्लेबाज सुरेश रैना का कहना है कि जुरेल भले ही शानदार फॉर्म में हों लेकिन टीम की जरूरत और संतुलन के हिसाब से फिलहाल वह भारत की पहली पसंद नहीं दिखते। यह बयान साफ कर देता है कि दो शतकों के बावजूद उनकी जगह पक्की नहीं है।
रैना ने साफ कहा. पंत पहले विकेटकीपर होंगे
स्टार स्पोर्ट्स के शो में सुरेश रैना से जब पूछा गया कि क्या ध्रुव जुरेल प्लेइंग इलेवन में फिट बैठते हैं तो उनका तुरंत जवाब था कि पहला विकेटकीपर सिर्फ ऋषभ पंत होंगे। पंत की फिटनेस और अनुभव उन्हें टीम में मजबूत स्थान देता है। एंकर ने पूछा कि जुरेल बतौर बल्लेबाज खेल सकते हैं क्या। इस पर रैना ने टीम का पूरा कॉम्बिनेशन समझाया। लेकिन उनकी बातों से साफ था कि जुरेल इस कॉम्बिनेशन में कहीं भी जगह नहीं बना पा रहे हैं।
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बल्लेबाज के तौर पर भी जगह मुश्किल
रैना का कहना है कि भारत का टॉप ऑर्डर पहले से तय है। शुभमन गिल और यशस्वी जायसवाल पारी की शुरुआत करते हैं। उनके बाद साई सुदर्शन और केएल राहुल जैसी स्थापित विकल्प मौजूद हैं। इसके बाद ऋषभ पंत आते हैं। निचले क्रम में रविंद्र जडेजा वाशिंगटन सुंदर और अक्षर पटेल टीम में बैटिंग डेप्थ के साथ ऑलराउंड ऑप्शन देते हैं। इतनी मजबूत लाइनअप में जुरेल जैसे युवा खिलाड़ी के लिए बतौर बल्लेबाज भी जगह बनाना आसान नहीं है। दो शतकों के बाद भी टीम बैलेंस ज्यादा मायने रखता है।
ईडन गार्डन्स की पिच और तीन स्पिनरों का समीकरण
भारत और साउथ अफ्रीका के बीच पहला टेस्ट ईडन गार्डन्स में खेला जाएगा। रैना का मानना है कि इस पिच पर तीन स्पिनर उतारे जा सकते हैं। रविंद्र जडेजा और वाशिंगटन सुंदर तो पक्के चुनाव होंगे और तीसरे स्पिनर के तौर पर कुलदीप यादव की संभावनाएं सबसे मजबूत दिखती हैं। इस स्थिति में अक्षर पटेल बाहर बैठ सकते हैं। लेकिन चाहे जो भी संयोजन बने जुरेल इस मैच की प्लेइंग इलेवन में फिट नहीं बैठते। यह साफ संकेत है कि टीम उनसे आगे के खिलाड़ियों पर भरोसा कर रही है।
स्क्वॉड में जगह पक्की. प्लेइंग इलेवन अभी दूर
ध्रुव जुरेल भारतीय टीम की 15 सदस्यीय टेस्ट टीम में शामिल हैं। यह खुद में बड़ी उपलब्धि है और उनके प्रदर्शन की सराहना भी। लेकिन सुरेश रैना के विश्लेषण से साफ है कि फिलहाल प्लेइंग इलेवन तक पहुंचना उनके लिए मुश्किल है। लगातार दो शतक लगाने के बाद भी उन्हें इंतजार करना पड़ सकता है। टीम मैनेजमेंट शायद उन्हें एक बैकअप विकल्प के रूप में देख रहा है। आने वाले मैचों में हालात बदल सकते हैं लेकिन पहले टेस्ट के लिए उनके खेलने की संभावना बेहद कम मानी जा रही है।

