Asia Cup: एशिया कप 2025 की शुरुआत 9 सितंबर से होने जा रही है और भारतीय टीम 10 सितंबर को अपना पहला मुकाबला खेलेगी। ऐसे में क्रिकेट प्रेमियों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि जब पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसी टीमें टूर्नामेंट से पहले पूरी तैयारी कर रही हैं, तो आखिर भारतीय टीम क्यों आराम कर रही है और किसी भी टी20 सीरीज का हिस्सा नहीं बन रही है। यह सवाल इसलिए भी अहम है क्योंकि एशिया कप जैसे बड़े टूर्नामेंट से पहले आमतौर पर टीमें मैच प्रैक्टिस पर ज्यादा ध्यान देती हैं।
पाकिस्तान और बांग्लादेश कर रहे हैं पूरी तैयारी
पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने एशिया कप 2025 के लिए स्क्वाड का ऐलान कर दिया है और सलमान अली आगा को टीम की कमान सौंपी गई है। टूर्नामेंट से पहले पाकिस्तानी टीम संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में होने वाली टी20 ट्राई सीरीज में हिस्सा लेगी। इस सीरीज में पाकिस्तान के अलावा अफगानिस्तान और यूएई की टीमें भी खेलेंगी। तीनों टीमें एक-दूसरे से दो-दो मैच खेलेंगी और फिर टॉप-2 टीमें फाइनल में भिड़ेंगी। इस तरह पाकिस्तान अपनी टीम को एशिया कप से पहले पर्याप्त मैच प्रैक्टिस दिला रहा है।
वहीं बांग्लादेश क्रिकेट टीम ने भी एशिया कप की तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। टीम की कप्तानी इस बार लिटन दास करेंगे। एशिया कप से पहले बांग्लादेश की टीम नीदरलैंड्स के खिलाफ तीन मैचों की टी20 अंतरराष्ट्रीय सीरीज खेलेगी। यह सीरीज 30 अगस्त से शुरू होकर 3 सितंबर तक चलेगी। इससे बांग्लादेश के खिलाड़ियों को टी20 फॉर्मेट की आदत डालने और सही संयोजन बनाने का अच्छा मौका मिलेगा।
टीम इंडिया क्यों नहीं खेल रही कोई सीरीज?
इसके उलट भारतीय टीम ने एशिया कप 2025 से पहले एक भी टी20 सीरीज नहीं खेली है। दरअसल, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने पहले टीम इंडिया के लिए श्रीलंका के खिलाफ टी20 सीरीज का शेड्यूल बनाया था। लेकिन कुछ कारणों से यह सीरीज रद्द हो गई। ऐसे में माना जा रहा था कि बोर्ड तुरंत किसी और देश (जैसे जिम्बाब्वे या आयरलैंड) के खिलाफ सीरीज आयोजित करेगा। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया और अब एशिया कप के शुरू होने में सिर्फ कुछ ही दिन बाकी रह गए हैं।

इससे यह स्थिति बनी है कि टीम इंडिया के खिलाड़ियों के पास प्रैक्टिस मैचों का अनुभव नहीं होगा। जबकि पाकिस्तान, अफगानिस्तान, यूएई और बांग्लादेश जैसी टीमें एशिया कप से पहले मैच फिटनेस हासिल कर लेंगी।
क्या है भारतीय टीम की रणनीति?
कहा जा रहा है कि भारतीय टीम के प्रमुख खिलाड़ियों को आराम देने का फैसला इसलिए लिया गया है ताकि वे फिटनेस और इंजरी मैनेजमेंट पर ध्यान दे सकें। पिछले कुछ महीनों से भारतीय खिलाड़ी लगातार क्रिकेट खेल रहे हैं। आईपीएल 2025 के बाद कई खिलाड़ियों ने वेस्टइंडीज दौरे में हिस्सा लिया, वहीं टेस्ट और वनडे सीरीज भी खेली। ऐसे में खिलाड़ियों को मानसिक और शारीरिक रूप से तरोताजा रखना जरूरी माना गया।
टीम मैनेजमेंट का मानना है कि खिलाड़ियों के पास घरेलू प्रैक्टिस कैंप और नेट सेशन का अनुभव है और वे सीधे एशिया कप जैसे बड़े टूर्नामेंट में खेलने के लिए तैयार हैं। हालांकि इस रणनीति को लेकर क्रिकेट फैंस और विशेषज्ञों में सवाल उठ रहे हैं। उनका कहना है कि केवल प्रैक्टिस सेशन पर भरोसा करना काफी नहीं होता, मैच प्रैक्टिस से ही खिलाड़ियों की असली ताकत और कमजोरियां सामने आती हैं।
क्या हो सकता है नुकसान?
अगर देखा जाए तो एशिया कप 2025 केवल एशिया की चैंपियन टीम तय करने का टूर्नामेंट ही नहीं है, बल्कि यह टी20 वर्ल्ड कप 2026 की तैयारियों का भी हिस्सा है। ऐसे में पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसी टीमें पहले से ही अपने संयोजन और खिलाड़ियों की परफॉर्मेंस को परखने में लगी हैं। लेकिन भारत के पास यह मौका नहीं है। इससे हो सकता है कि शुरुआती मैचों में भारतीय टीम तालमेल बिठाने में पिछड़ जाए।
एशिया कप 2025 से पहले भारतीय टीम का आराम फरमाना निश्चित रूप से चर्चा का विषय है। जहां पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसी टीमें जमकर अभ्यास कर रही हैं, वहीं भारत के खिलाड़ी सीधे टूर्नामेंट में उतरेंगे। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि टीम इंडिया की यह रणनीति सही साबित होती है या शुरुआती मैचों में टीम को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ती है।