UPI Payment: अब UPI से लेन-देन करना और भी आसान होने वाला है। नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया यानी एनपीसीआई एक बड़ी अपडेट पर काम कर रही है जिसमें पिन डालने की जरूरत नहीं होगी। अब आप अपनी पहचान चेहरे या फिंगरप्रिंट से भी करा सकेंगे। यानी जैसे ही आप पेमेंट करेंगे आपका चेहरा या उंगली पहचान ली जाएगी और पैसे ट्रांसफर हो जाएंगे।
धोखाधड़ी रोकने के लिए नई तकनीक का सहारा
आज के समय में डिजिटल फ्रॉड तेजी से बढ़ रहे हैं। खासकर पिन चोरी होने के मामले बढ़े हैं। इसी खतरे को देखते हुए एनपीसीआई ने बायोमेट्रिक आधारित पेमेंट का विकल्प लाने का फैसला लिया है। इससे न सिर्फ ट्रांजैक्शन की सुरक्षा बढ़ेगी बल्कि लोगों को बार-बार पिन याद रखने की परेशानी से भी छुटकारा मिलेगा।
1 अगस्त से बदलेंगे यूपीआई के कई नियम
1 अगस्त 2025 से यूपीआई से जुड़े कई नियमों में बदलाव होने जा रहा है। अब बैंक बैलेंस चेक करने की लिमिट तय कर दी गई है। यूजर अब एक दिन में अधिकतम 50 बार ही बैलेंस चेक कर सकेंगे। इससे सर्वर पर दबाव कम होगा और सिस्टम पहले से बेहतर तरीके से काम करेगा।
ऑटो-पे और ट्रांजैक्शन फेल की जानकारी भी बदलेगी
नई गाइडलाइन के अनुसार अब ऑटो-पे रिक्वेस्ट सिर्फ तय समय स्लॉट में ही पूरी की जाएंगी। ये समय होगा सुबह 10 बजे से पहले, दोपहर 1 बजे से 5 बजे के बीच और रात 9:30 बजे के बाद। इसके अलावा अगर कोई ट्रांजैक्शन फेल होता है तो उसकी जानकारी अब तेजी से मिल जाएगी जिससे यूजर को लंबे समय तक इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
नए बैंक लिंक करने पर भी मिलेगी पुष्टि
अब अगर आप यूपीआई में कोई नया बैंक अकाउंट लिंक करते हैं तो सिर्फ ओटीपी से काम नहीं चलेगा। बैंक की ओर से अतिरिक्त कन्फर्मेशन लेना जरूरी होगा। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि वाकई वही व्यक्ति अपना खाता जोड़ रहा है। इस प्रक्रिया से धोखाधड़ी पर लगाम लगेगी और वेरिफिकेशन सिस्टम मजबूत होगा।