Trump Mobile: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अब टेलीकॉम सेक्टर में भी उतर आए हैं। उन्होंने हाल ही में अपना नया मोबाइल ब्रांड “Trump Mobile” लॉन्च किया है। इस ब्रांड का पहला स्मार्टफोन T1 नाम से लॉन्च किया गया है। इसकी कीमत $499 यानी करीब ₹41,000 रखी गई है। साथ ही एक अनलिमिटेड मोबाइल प्लान भी पेश किया गया है जिसकी कीमत $47.45 प्रति माह है। खास बात ये है कि कंपनी का दावा है कि यह फोन पूरी तरह से अमेरिका में बना है और इसकी सुरक्षा व नेटवर्क सर्विस बेहद दमदार है।
फोन की डिजाइन और प्री-ऑर्डर की प्रक्रिया
Trump T1 स्मार्टफोन को खास अमेरिकन टच देने की कोशिश की गई है। फोन में गोल्ड फिनिश डिजाइन दिया गया है जो इसे लग्जरी लुक देता है। प्री-ऑर्डर करने के लिए कंपनी ने अपनी वेबसाइट TrumpMobile.com पर एक प्रक्रिया बताई है। इसके तहत यूज़र को पहले वेबसाइट पर जाकर ‘Pre-order Now’ पर क्लिक करना होता है। फिर $100 यानी लगभग ₹8,658 की डाउन पेमेंट करनी होती है। बाकी की राशि $399 यानी लगभग ₹34,546 बाद में भरनी होती है। फिर यूज़र को अपना शिपिंग एड्रेस भरना होता है और कंफर्मेशन ईमेल का इंतज़ार करना होता है।
शुरुआत में ही यूज़र्स को आई मुश्किलें
लेकिन जिस तरह से इस फोन की चर्चा हो रही थी वैसी शुरुआत नहीं हो पाई। प्री-ऑर्डर करने की प्रक्रिया में ही ढेरों समस्याएं सामने आ रही हैं। कई यूज़र्स ने शिकायत की है कि वेबसाइट बार-बार क्रैश हो रही है। पेज पर 404 एरर दिख रहा है और पेमेंट के समय वेबसाइट हैंग हो जाती है। यानी जो लोग फोन खरीदना चाहते हैं उन्हें सही से ऑर्डर तक नहीं करने दिया जा रहा।
पैसा कटा लेकिन न कंफर्मेशन मिला न शिपिंग एड्रेस भरा
एक यूज़र ने बताया कि जब उसने ट्रंप T1 फोन का प्री-ऑर्डर करने की कोशिश की तो $100 की जगह $64.70 ही कटे और कोई भी कंफर्मेशन नहीं मिला। हैरानी की बात यह रही कि कई लोगों को बिना पूरा पेमेंट किए और बिना शिपिंग एड्रेस डाले ही शिपमेंट का ईमेल भी मिल गया। एक यूज़र को मेल आया कि उसका ऑर्डर भेज दिया गया है जबकि उसने पूरी प्रक्रिया ही पूरी नहीं की थी।
लॉगिन करने में भी दिक्कतें और वेबसाइट की खामियां
यहां तक कि जिन यूज़र्स को ईमेल मिला था कि वे अपनी डिटेल्स वेबसाइट पर जाकर अपडेट करें वे भी ऐसा नहीं कर पाए। जैसे ही उन्होंने लॉगिन करने की कोशिश की वेबसाइट एरर देने लगी। ऐसे में सवाल उठने लगे हैं कि क्या ट्रंप की यह टेक्नोलॉजी ब्रांड शुरुआत में ही फेल साबित होगी या आने वाले वक्त में इन तकनीकी खामियों को सुधारा जाएगा।