दुनिया की दिग्गज टेक कंपनी Apple में एक बड़ा बदलाव होने वाला है. पिछले चौदह वर्षों से एप्पल को नई ऊंचाइयों तक ले जाने वाले तिम कुक अब अपनी भूमिका से हट सकते हैं. रिपोर्टों के अनुसार एप्पल ने आधिकारिक रूप से उनके उत्तराधिकारी की खोज शुरू कर दी है. कंपनी के बोर्ड और शीर्ष अधिकारी कई महीनों से इस बदलाव पर गंभीर चर्चा कर रहे हैं. हालांकि एप्पल की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है लेकिन संकेत साफ हैं कि एप्पल अब नए नेतृत्व के लिए तैयार हो रही है.
अगला सीईओ कौन होगा
सबसे बड़ा सवाल यह है कि एप्पल का अगला सीईओ कौन बनेगा. फिलहाल सबसे मजबूत दावेदार जॉन टर्नस को माना जा रहा है जो एप्पल के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट ऑफ हार्डवेयर इंजीनियरिंग हैं. जॉन टर्नस कई वर्षों से एप्पल के iPhone iPad और Mac जैसे बड़े प्रोजेक्ट्स को संभालते आ रहे हैं. उनकी शांत नेतृत्व शैली तकनीकी क्षमता और एप्पल के संचालन की गहरी समझ उन्हें इस पद के लिए उपयुक्त बनाती है. अगर वे सीईओ बनते हैं तो यह एप्पल के लिए तकनीक आधारित नए युग की शुरुआत होगी.

बदलाव की जरूरत आखिर क्यों पड़ी
अमेरिकी मीडिया की रिपोर्टें बताती हैं कि बदलाव की यह प्रक्रिया स्वाभाविक है. तिम कुक अब चौंसठ साल के हो चुके हैं और एप्पल में अपने पद पर लंबा समय बिता चुके हैं. कंपनी अचानक नेतृत्व परिवर्तन नहीं चाहती इसलिए वह पहले से ही लंबे समय की रणनीति तैयार कर रही है. एप्पल का मानना है कि समय रहते हुए मजबूत और योजनाबद्ध तरीके से नया नेतृत्व तैयार करना जरूरी है ताकि कंपनी की स्थिरता और विकास बना रहे.
कब हो सकती है घोषणा
रिपोर्ट्स का कहना है कि एप्पल अपने नए सीईओ का ऐलान जनवरी के अंत से पहले नहीं करेगी. जनवरी कंपनी के लिए बेहद महत्वपूर्ण समय होता है क्योंकि इसी दौरान त्योहारों के सीजन की बिक्री का डेटा सामने आता है. एप्पल नहीं चाहती कि सीईओ परिवर्तन जैसे बड़े कदम से वित्तीय माहौल पर कोई असर पड़े इसलिए घोषणा सावधानी से और सही समय पर की जाएगी.
एप्पल का भविष्य किस दिशा में जाएगा
नए सीईओ के आने के बाद एप्पल किस दिशा में आगे बढ़ेगी यह देखना दिलचस्प होगा. कंपनी पहले से ही एआई वियरबल्स और उन्नत हार्डवेयर तकनीक पर बड़े प्रोजेक्ट्स चला रही है. जॉन टर्नस जैसे तकनीकी विशेषज्ञ के आने से एप्पल की नवाचार क्षमता और भी मजबूत हो सकती है. हालांकि तिम कुक के बाद की यह यात्रा कंपनी के लिए चुनौतीपूर्ण भी होगी लेकिन एप्पल की योजना और तैयारी से लगता है कि कंपनी एक और मजबूत अध्याय की ओर बढ़ रही है.

