Sydney attacker: ऑस्ट्रेलिया के सिडनी स्थित बोंडी बीच पर हुए टेरर अटैक ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया था। इस हमले से जुड़ी एक अहम जानकारी सामने आई है। तेलंगाना के डीजीपी बी. शिवधर रेड्डी ने बताया कि इस हमले का मुख्य आरोपी साजिद अकरम हैदराबाद में पैदा हुआ था। हालांकि, वह बीते 27 साल से हैदराबाद में नहीं रह रहा था। साजिद ने अपनी आगे की पढ़ाई के लिए 1998 में ऑस्ट्रेलिया का रुख किया और तब से वहीं रह रहा है। इस दौरान वह केवल 6 बार हैदराबाद लौटा। ये यात्राएं 2000, 2004, 2009, 2012, 2016 और 2022 में हुईं। इन दौरों में वह परिवार की प्रॉपर्टी और एक बार अपने पिता के निधन के बाद भी आया।
साजिद अकरम के बारे में खुलासे
डीजीपी बी. शिवधर रेड्डी ने बताया कि फिलहाल उनके संपर्क में कोई भी ऑस्ट्रेलियाई एजेंसी या पुलिस नहीं है। साजिद अकरम से जुड़ी जानकारी केंद्रीय एजेंसियों के जरिए ही हासिल की गई। केंद्रीय एजेंसी ने यह जानकारी दी कि साजिद का जन्म हैदराबाद में हुआ था और इसी आधार पर तेलंगाना पुलिस ने अपनी जांच शुरू की। इस जानकारी के बाद स्थानीय अधिकारियों ने साजिद की पिछले कुछ दशकों की यात्राओं और गतिविधियों की पड़ताल की।
#WATCH | Hyderabad: On Bondi Beach attack in Australia, Telangana DGP B. Shivadhar Reddy says, "Regarding the incident in Sydney, he (the attacker, Sajid Akram) was born in Hyderabad. He has not been living in Hyderabad, Telangana, India since 1998. He went to Australia in 1998… pic.twitter.com/jfo9FMUM0Q
— ANI (@ANI) December 19, 2025
हमले में आरोपी पर लगे 59 आरोप
सिडनी के बोंडी बीच में हनुक्का फेस्टिवल के दौरान हुई गोलीबारी की जांच के अनुसार, संदिग्ध साजिद अकरम पर कुल 59 आरोप लगाए गए हैं। इनमें मर्डर के 15 आरोप शामिल हैं। इस हमले में एक बच्चा समेत 15 लोग मारे गए। आरोपी 24 साल का था और उसके पिता की भी इस घटना में भूमिका थी। ऑस्ट्रेलियाई पुलिस ने बताया कि हमले में आरोपी के पिता को पुलिस ने मार गिराया। घटना के दौरान आरोपी ने निर्दोष लोगों पर अंधाधुंध गोलीबारी की थी।
इस्लामिक स्टेट से प्रेरित टेरर अटैक
ऑस्ट्रेलिया की फेडरल पुलिस कमिश्नर क्रिसी बैरेट ने स्पष्ट किया कि सिडनी बोंडी बीच पर हुआ हनुक्का फेस्टिवल हमला इस्लामिक स्टेट से प्रेरित टेरर अटैक था। इस हमले में मारे गए हर व्यक्ति की हत्या के लिए आरोपी पर अलग-अलग आरोप लगाए गए हैं। इसके अलावा, आतंकवादी घटना को अंजाम देने का भी आरोप आरोपियों पर लगाया गया है। इस घटना ने न केवल ऑस्ट्रेलिया बल्कि पूरी दुनिया में सुरक्षा की चिंताओं को बढ़ा दिया है और इस मामले की जांच अभी जारी है।

