Suraj Pancholi: जिया खान की आत्महत्या के बाद जो नाम सबसे ज्यादा सुर्खियों में रहा वह था सूरज पंचोली। उस समय सूरज पर जिया को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगा था। उन पर अभिनेत्री के साथ मारपीट करने के भी आरोप लगे थे। इन आरोपों के बाद सूरज की छवि पर काफी असर पड़ा।
20 साल की उम्र में बना दिया गया विलेन
सूरज पंचोली ने हाल ही में इस मामले पर चुप्पी तोड़ी और अपने जीवन के सबसे मुश्किल दिनों के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि जब यह सब हुआ वह केवल 20 साल के थे। उन्होंने कहा कि उस समय उन्हें एक आतंकवादी जैसा ट्रीट किया गया। लोग उन्हें राक्षस समझने लगे थे।
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मीडिया ट्रायल ने किया मानसिक उत्पीड़न
सूरज का कहना है कि लोगों ने उन्हें बहुत कुछ कहा और मीडिया ने उन्हें गलत तरीके से पेश किया। उन्होंने बताया कि उन्हें कोर्ट में बार बार पेश होना पड़ता था। कभी हफ्ते में दो बार तो कभी छह दिन लगातार। उन्होंने कहा कि 20 से 30 की उम्र कोर्ट में बैठकर गुजारना बहुत कठिन रहा।
पिता आदित्य पंचोली से नफरत का भी असर पड़ा
सूरज पंचोली ने यह भी दावा किया कि यह सब शायद उनके पिता आदित्य पंचोली से नफरत के कारण हुआ। उन्होंने कहा कि शायद कुछ लोगों को उनके पिता पसंद नहीं थे और इसी कारण उन्हें निशाना बनाया गया। उन्होंने बताया कि उन्हें हर तरफ से घिरा हुआ महसूस होता था और इससे निकलने का बस एक ही रास्ता था अदालत।
नकली निकले जिया खान के पत्र
सूरज ने यह भी खुलासा किया कि जिन चिट्ठियों के आधार पर उन्हें गिरफ्तार किया गया था उन्हें कोर्ट ने फर्जी करार दिया। उन्होंने सवाल किया कि जब वे पत्र असली नहीं थे तो उन्हें क्यों फंसाया गया। सूरज का कहना है कि अब जब लोग उनकी बात सुन रहे हैं तो वह सच सामने लाना चाहते हैं।