Silver Price Today: बुधवार के ट्रेडिंग सत्र में चाँदी की कीमतों में भारी उछाल देखा गया। फ्यूचर्स ट्रेडिंग में चाँदी के दाम ₹8,356 बढ़कर ₹2,06,111 प्रति किलो ग्राम के ऐतिहासिक उच्च स्तर पर पहुँच गए। वैश्विक बाजार में सप्लाई की कमी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा अगले साल ब्याज दर में कटौती की उम्मीद के चलते चाँदी की मांग बढ़ी है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर मार्च 2026 डिलीवरी वाले कॉन्ट्रैक्ट के दाम ₹8,356 या 4.2 प्रतिशत बढ़कर ₹2,06,111 प्रति किलो ग्राम तक पहुँच गए।
MCX पर सिल्वर और गोल्ड की कीमतों का हाल
MCX पर मंगलवार को चाँदी की कीमत ₹1,97,755 प्रति किलो ग्राम थी। मई 2026 डिलीवरी वाले कॉन्ट्रैक्ट के दाम ₹8,266 या 4.12 प्रतिशत बढ़कर ₹2,08,914 प्रति किलो ग्राम तक पहुँच गए। इस साल की शुरुआत यानी 1 जनवरी, 2025 से चाँदी की कीमत में अब तक ₹1,18,533 या 135.34 प्रतिशत की जबरदस्त वृद्धि दर्ज की गई है।
वहीं, सोने की कीमतों में मामूली गिरावट आई। फरवरी 2026 डिलीवरी वाले सोने के कॉन्ट्रैक्ट के दाम ₹359 या 0.27 प्रतिशत गिरकर ₹1,34,050 प्रति 10 ग्राम रह गए। इसी तरह, अप्रैल 2026 डिलीवरी वाले कॉन्ट्रैक्ट के दाम ₹293 या 0.21 प्रतिशत घटकर ₹1,37,117 प्रति 10 ग्राम पर बंद हुए।
वैश्विक बाजार में सोने और चाँदी की स्थिति
वैश्विक स्तर पर सोने और चाँदी दोनों की कीमतों में तेजी देखी गई। COMEX गोल्ड फ्यूचर्स 0.30 प्रतिशत बढ़कर $4,345.1 प्रति औंस पर पहुँच गए। रिलायंस सिक्योरिटीज़ के वरिष्ठ शोध विश्लेषक जिगर त्रिवेदी ने कहा, “सोने की कीमत $4,320 प्रति औंस को पार कर गई है। यह अक्टूबर में देखी गई ऐतिहासिक उच्चतम कीमतों के करीब है।”
वहीं, चाँदी की कीमत पहली बार $66 प्रति औंस के स्तर को पार कर गई और $66.65 प्रति औंस के ऐतिहासिक उच्चतम स्तर तक पहुँच गई। चॉइस ब्रोकिंग के कमोडिटी और करेंसी विश्लेषक अमीर एम ने कहा, “65 डॉलर की सीमा पार करना चाँदी के लिए एक नए युग की शुरुआत है। पहली बार 40 साल में चाँदी की कीमत कच्चे तेल की कीमत से अधिक हो गई है।”
चाँदी की बढ़ती मांग और भविष्य की संभावनाएँ
विशेषज्ञों का कहना है कि चाँदी की कीमतों में तेजी कई कारणों से बनी हुई है। लगातार पांचवें वर्ष चाँदी की आपूर्ति कम रही है। इसके अलावा, भारतीय रुपये का डॉलर के मुकाबले गिरना भी डॉलर में मूल्यांकित कमोडिटी की कीमतों को बढ़ावा दे रहा है। बाजार विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले समय में चाँदी और अन्य दुर्लभ धातुओं की मांग और कीमतें बढ़ती रहेंगी, क्योंकि निवेशक सुरक्षित और वास्तविक संपत्ति में निवेश करना पसंद कर रहे हैं।

