Silver Price Today: ‘रिच डैड पुअर डैड’ जैसी दुनिया की सबसे चर्चित फाइनेंशियल किताब के लेखक और निवेश सलाहकार रॉबर्ट कियोसाकी ने इस बार निवेशकों को चांदी खरीदने की सलाह दी है। उनका कहना है कि जुलाई में चांदी की कीमतें बहुत तेज़ी से बढ़ सकती हैं और अभी इसका सही वक्त है खरीदारी करने का। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा कि “सही मुनाफा तब कमाया जाता है जब आप खरीदते हैं, ना कि तब जब आप बेचते हैं।” उन्होंने चांदी को आज का सबसे बेहतरीन ‘असिमेट्रिक बाय’ बताया है, यानी ऐसा निवेश जिसमें नुकसान का खतरा कम है और मुनाफा ज्यादा मिल सकता है। कियोसाकी ने यहां तक कहा कि आज हर कोई चांदी खरीद सकता है, लेकिन कल ये मौका भी हाथ से निकल सकता है।
बाजार में फिलहाल गिरावट, सोना और चांदी दोनों फिसले
हालांकि रॉबर्ट कियोसाकी चांदी के भविष्य को लेकर काफी उत्साहित हैं लेकिन हकीकत में अभी बाजार में हालात कुछ उलट ही नजर आ रहे हैं। इज़राइल और ईरान के बीच हुए संघर्षविराम के बाद दुनिया में भू-राजनीतिक तनाव में कमी आई है। इस वजह से सोना और चांदी दोनों की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है। एमसीएक्स पर जुलाई डिलीवरी वाली चांदी की पिछली कीमत ₹1,06,755 प्रति किलोग्राम थी जो अब ₹1,06,629 प्रति किलोग्राम पर आ गई है। वहीं दिन का न्यूनतम स्तर ₹1,06,109 रहा। सोने की बात करें तो अगस्त डिलीवरी का ओपन प्राइस ₹96,261 प्रति 10 ग्राम था और दिन का न्यूनतम स्तर ₹95,954 रहा। सुबह 11:25 बजे तक कीमत ₹96,100 दर्ज की गई यानी इसमें ₹987 की गिरावट देखने को मिली। ये आंकड़े यह दिखाते हैं कि फिलहाल बाजार में निवेशकों का मूड थोड़ा सतर्क है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी दिखा कमजोरी का असर
ग्लोबल स्तर पर भी बुलियन यानी कीमती धातुओं के बाजार में कमजोरी का असर देखने को मिला है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट गोल्ड की कीमत 0.4 फीसदी गिरकर $3,313.23 प्रति औंस पर आ गई। वहीं अमेरिकी गोल्ड फ्यूचर्स में 0.7 फीसदी की गिरावट रही और कीमत $3,325.70 प्रति औंस दर्ज की गई। अगर बात करें स्पॉट सिल्वर की तो वह लगभग स्थिर रहा और $36.63 प्रति औंस पर बना रहा। इससे साफ है कि भू-राजनीतिक स्थिरता आने पर कीमती धातुओं की कीमतों में नरमी देखने को मिलती है और फिलहाल यही ट्रेंड दिख रहा है। इसलिए भले ही कियोसाकी भविष्य में तेजी की बात कर रहे हों लेकिन बाजार में इसकी झलक अभी नहीं दिख रही।
निवेश से पहले समझदारी से फैसला लें, जल्दबाज़ी ना करें
यह सही है कि रॉबर्ट कियोसाकी जैसे निवेश विशेषज्ञ की बातों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता लेकिन आंख मूंदकर भरोसा करना भी जोखिमभरा हो सकता है। बाजार की चाल, सपोर्ट-रेजिस्टेंस लेवल और अपने फाइनेंशियल टारगेट को समझना बहुत ज़रूरी है। निवेश तभी फायदा देता है जब वह सही वक्त पर और सोच-समझकर किया गया हो। इसलिए निवेशकों को यह सलाह दी जाती है कि वे फिलहाल बाजार के ट्रेंड को ध्यान से देखें और फिर ही कोई कदम उठाएं। किसी भी बड़े रिटर्न के लालच में जल्दबाजी करना नुकसान का सौदा हो सकता है। चांदी हो या सोना, निवेश का असली मुनाफा तभी मिलता है जब प्लानिंग मजबूत हो।