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Thursday, March 13, 2025
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Air India की सेवाओं पर भड़के जयदीप शेरगिल, कहा- ‘रिकॉर्ड तोड़ दी बदहाल व्यवस्था’

Air India: केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के बाद अब BJP प्रवक्ता जयदीप शेरगिल ने एयर इंडिया की खराब प्रबंधन व्यवस्था पर अपना गुस्सा जाहिर किया है। उनका गुस्सा इस हद तक था कि उन्होंने एयर इंडिया को ‘सबसे खराब एयरलाइन’ कह दिया। शेरगिल ने एयर इंडिया की टूटी सीटों को लेकर भी अपनी नाराजगी व्यक्त की।

एयर इंडिया की आलोचना

जयदीप शेरगिल ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा कि अगर एयरलाइंस के लिए ऑस्कर जैसा कोई अवॉर्ड होता, तो एयर इंडिया सभी श्रेणियों में जीत जाती। उन्होंने कहा, “टूटी सीटें, सबसे खराब स्टाफ, अत्यधिक खराब ‘ऑन ग्राउंड’ सपोर्ट स्टाफ, और कस्टमर सर्विस के प्रति लापरवाही। एयर इंडिया में यात्रा करना एक सुखद अनुभव नहीं है, लेकिन आज इसने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।”

एयर इंडिया का जवाब

हालांकि, एयर इंडिया ने शेरगिल की शिकायतों का जवाब देते हुए उन्हें असुविधा के लिए खेद व्यक्त किया। एयरलाइन ने शेरगिल के पोस्ट का जवाब देते हुए कहा, “प्रिय शेरगिल, हमें हुई असुविधा के लिए खेद है। कृपया हमें अपने यात्रा विवरण डीएम के माध्यम से भेजें, हम आपसे संपर्क करेंगे।”

शिवराज सिंह चौहान का एयर इंडिया पर गुस्सा

इससे पहले केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को एयर इंडिया की आलोचना करते हुए कहा था कि उन्हें ‘टूटी और धंसी’ सीट अलॉट की गई थी। शिवराज चौहान ने कहा कि एयरलाइन के लिए यह अनैतिक है कि वह यात्रियों को खराब और दर्दनाक सीट पर बिठाए, जबकि उनसे पूरी कीमत वसूली जाती है। चौहान ने ‘X’ पर अपने अनुभव को साझा करते हुए एयर इंडिया से ‘Thorough’ जांच की मांग की थी।

सीट पर असुविधा का अनुभव

शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि वह भोपाल से दिल्ली एयर इंडिया की फ्लाइट AI 436 में यात्रा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि वह Pusa किसान मेला का उद्घाटन करने, कुरुक्षेत्र में नेचुरल फार्मिंग मिशन की बैठक में भाग लेने और चंडीगढ़ में किसानों के प्रतिनिधियों से चर्चा करने जा रहे थे। चौहान ने पोस्ट में लिखा, “मुझे सीट नंबर 8C अलॉट की गई थी। जब मैं वहां बैठा तो वह सीट टूटी हुई और धंसी हुई थी। बैठना असुविधाजनक था। जब मैंने एयरलाइन स्टाफ से पूछा कि मुझे खराब सीट क्यों दी गई, तो उन्होंने कहा कि पहले ही मैनेजमेंट को जानकारी दी गई थी कि यह सीट ठीक नहीं है, इसका टिकट नहीं बेचना चाहिए। ऐसी सिर्फ एक सीट नहीं है, बल्कि और भी कई सीटें खराब हैं।”

यात्रियों के लिए परेशानी

चौहान ने कहा कि को-पैसेंजर्स ने मुझे बहुत अनुरोध किया कि मैं सीट बदल लूं, लेकिन मैंने सोचा कि किसी अन्य यात्री को परेशान क्यों करूं, इसलिए मैंने तय किया कि इस सीट पर ही अपनी यात्रा पूरी करूंगा। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें यह उम्मीद थी कि जब से टाटा ने एयर इंडिया का प्रबंधन संभाला है, तब से एयरलाइन की सेवा में सुधार होगा, लेकिन यह केवल एक भ्रांति साबित हुआ।

क्या यह यात्री के साथ धोखा है?

चौहान ने पोस्ट में लिखा, “मुझे बैठने में असुविधा की चिंता नहीं है, लेकिन जब यात्रियों से पूरी कीमत ली जाती है और उन्हें खराब और असुविधाजनक सीटों पर बैठाया जाता है, तो यह अनैतिक है। क्या यह यात्रियों के साथ धोखा नहीं है? क्या भविष्य में इस तरह की समस्याओं से बचने के लिए एयर इंडिया प्रबंधन कोई कदम उठाएगा या फिर यह यात्रियों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए इसी तरह चलता रहेगा?”

एयर इंडिया की लापरवाही पर सवाल

इस घटना ने एयर इंडिया के प्रबंधन की लापरवाही को उजागर किया है, खासकर उस समय जब एयरलाइन यात्रियों से पूरी कीमत ले रही होती है। इससे पहले, एयर इंडिया को कई बार यात्रियों की शिकायतों का सामना करना पड़ा है, जिसमें खराब सेवा, देरी, और कर्मचारियों की लापरवाही की शिकायतें शामिल हैं। अब इस तरह की घटनाएं यह साबित करती हैं कि एयरलाइन में अभी भी सुधार की जरूरत है।

क्या एयर इंडिया की सेवाओं में सुधार होगा?

शिवराज सिंह चौहान और जयदीप शेरगिल दोनों ही ने एयर इंडिया की सेवाओं पर गंभीर सवाल उठाए हैं। उनके अनुभव से यह स्पष्ट होता है कि एयरलाइन के अंदर काफी समस्याएं हैं, जिनका समाधान करना जरूरी है। टाटा के प्रबंधन में एयर इंडिया ने कई बदलाव किए थे, लेकिन इन घटनाओं से यह सवाल उठता है कि क्या एयरलाइन ने वाकई में अपनी सेवाओं में सुधार किया है, या फिर यह केवल एक दिखावा था।

यात्रियों को बेहतर सेवा की उम्मीद

यात्री अब एयर इंडिया से बेहतर सेवा की उम्मीद कर रहे हैं। जब से टाटा ने एयर इंडिया का प्रबंधन संभाला है, तब से उम्मीदें बढ़ गई थीं कि एयरलाइन की सेवा बेहतर होगी। लेकिन इन घटनाओं ने उन उम्मीदों को धक्का पहुंचाया है। अब यह देखना होगा कि एयर इंडिया अपने कर्मचारियों की ट्रेनिंग और विमान की स्थिति में सुधार के लिए क्या कदम उठाती है, ताकि यात्रियों को भविष्य में इस तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े।

शिवराज सिंह चौहान और जयदीप शेरगिल द्वारा एयर इंडिया की आलोचना के बाद यह सवाल उठता है कि क्या एयर इंडिया को अपने संचालन और सेवाओं में सुधार की आवश्यकता है। यात्रियों की शिकायतें अब खुलकर सामने आ रही हैं और इसके बाद एयर इंडिया को अपनी छवि सुधारने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी। यात्रियों को उनकी यात्रा के दौरान सुखद अनुभव प्रदान करना एयर इंडिया का प्राथमिक कर्तव्य है, और यदि एयरलाइन को अपनी छवि को बनाए रखना है, तो उसे इस दिशा में गंभीर कदम उठाने होंगे।

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