Sahib Singh Verma 16th death anniversary: आज पूर्व मुख्यमंत्री साहिब सिंह वर्मा की 16वीं पुण्यतिथि है। इस अवसर पर दिल्ली के मंत्री प्रवेश वर्मा ने एक प्रार्थना सभा का आयोजन किया जिसमें मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता समेत कई राजनीतिक नेता और आम लोग शामिल हुए। सभा में साहिब सिंह वर्मा के जीवन और संघर्ष को याद करते हुए सभी ने उन्हें श्रद्धांजलि दी। प्रवेश वर्मा ने पिता से जुड़ी कई ऐसी बातें साझा कीं जिनसे वहां मौजूद हर व्यक्ति भावुक हो गया।
18 साल पहले हुआ हादसा, जिसने तोड़ दिया परिवार
प्रवेश वर्मा ने बताया कि 30 जून 2007 को एक सड़क हादसे में उनके पिता साहिब सिंह वर्मा की मृत्यु हो गई थी। उस कार में उनके साथ तीन अन्य लोग भी थे – ड्राइवर, पीएसओ और एक गांव के साथी। सभी की उसी हादसे में मौत हो गई थी। उन्होंने कहा कि उस समय उनके परिवार की हालत बेहद खराब थी लेकिन जनता के सहयोग से वे दोबारा खड़े हो सके। उन्होंने उपस्थित सभी लोगों का आभार जताया और कहा कि आज जो कुछ भी हूं, वो आप सबकी वजह से हूं।
VIDEO | Remembering his father and former Delhi CM Sahib Singh Verma at prayer meet on his death anniversary, Delhi Minister Parvesh Verma (@p_sahibsingh) says, "I am grateful to everyone who have gathered here. He died in an accident 18 years back. The condition of the family… pic.twitter.com/c5BNsm9l4D
— Press Trust of India (@PTI_News) June 30, 2025
मौत के वक्त भी दूसरे की चिंता करते रहे उनके साथी
प्रवेश वर्मा ने एक मार्मिक किस्सा साझा किया जिससे पता चलता है कि साहिब सिंह वर्मा के साथ काम करने वालों का उनके प्रति कितना प्रेम था। उन्होंने बताया कि दुर्घटना के बाद जब गांव वालों ने गाड़ी के अंदर देखा, तो पीएसओ जगदीर ही सांस ले रहे थे। लेकिन वे बार-बार यही कह रहे थे कि “साहिब सिंह को बचाओ।” कुछ समय बाद उनकी भी मृत्यु हो गई। यह बात दर्शाती है कि साहिब सिंह वर्मा अपने साथियों से कितनी आत्मीयता रखते थे।
ऐसे नेता जो खुद खाना बनाकर करते थे सहयोगियों की सेवा
प्रवेश वर्मा ने बताया कि उनके पिता अपने साथ काम करने वालों को अपने बेटे की तरह मानते थे। उन्होंने कहा कि जब भी उनके पिता किसी शादी समारोह से लौटते थे, तो सबसे पहले यह पूछते कि “तुम लोगों ने खाना खाया या नहीं।” जब उन्हें पता चलता कि किसी ने नहीं खाया, तो वे खुद रसोई में जाकर खाना बनाते। उन्होंने कहा कि उन्हें खाना बनाना तक नहीं आता था, लेकिन अपने साथियों के लिए वे यह भी करते थे।
रेखा गुप्ता ने किया याद, कहा सेवा और सादगी के प्रतीक थे साहिब सिंह
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता भी प्रार्थना सभा में पहुंचीं और साहिब सिंह वर्मा को याद करते हुए सोशल मीडिया पर लिखा, “दिल्ली की राजनीति में मजदूरों, किसानों और वंचित समाज की मजबूत आवाज रहे डॉ. साहिब सिंह वर्मा जी को पुण्यतिथि पर सादर श्रद्धांजलि।” उन्होंने आगे कहा, “सेवा और सिद्धांत ही उनके संकल्प थे। दिल्ली के देहात से संसद तक का उनका सफर देश के प्रति समर्पण, सादगी और निरंतर संघर्ष का प्रतीक रहा।”
दिल्ली की राजनीति में श्रमिकों, किसानों और वंचित समाज की प्रखर आवाज़ रहे पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. साहिब सिंह वर्मा जी की पुण्यतिथि पर श्रद्धापूर्वक नमन।
सेवा और सिद्धांत उनका संकल्प था। दिल्ली देहात से संसद तक उनका जीवन राष्ट्र के प्रति समर्पण, सादगी और सतत संघर्ष का प्रतीक रहा।… pic.twitter.com/QUVDZpCFts
— Rekha Gupta (@gupta_rekha) June 30, 2025