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Monday, September 1, 2025
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अमेरिका से बढ़ते व्यापार तनाव ने बढ़ाई शेयर बाजार की चिंता, विदेशी निवेशकों ने निकाला 18 हजार करोड़

पिछले सप्ताह भारतीय शेयर बाजार में कमजोरी बनी रही और देश की शीर्ष 10 सबसे मूल्यवान कंपनियों में से छह के बाजार पूंजीकरण में कुल मिलाकर 1.36 लाख करोड़ रुपये से अधिक की गिरावट देखी गई। इस दौरान रिलायंस इंडस्ट्रीज को सबसे बड़ा नुकसान हुआ। बीएसई का सेंसेक्स लगातार छठे सप्ताह गिरावट के साथ बंद हुआ। पिछले सप्ताह सेंसेक्स 742.12 अंक यानी 0.92 प्रतिशत गिर गया, जबकि निफ्टी 202.05 अंक यानी 0.82 प्रतिशत नीचे आया। इस गिरावट के बीच रिलायंस इंडस्ट्रीज, एचडीएफसी बैंक, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, इंफोसिस और हिंदुस्तान यूनिलीवर जैसी बड़ी कंपनियों के बाजार मूल्य में कमी आई।

कौन-कौन सी कंपनियां हुईं लाभ में?

हालांकि, इस नकारात्मक माहौल के बावजूद कुछ कंपनियों ने लाभ दर्ज किया। टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS), स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI), लाइफ इंश्योरेंस कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (LIC) और बजाज फाइनेंस इस दौरान लाभ में रहीं। रिलायंस इंडस्ट्रीज का बाजार पूंजीकरण 34,710.8 करोड़ रुपये घटकर 18,51,174.59 करोड़ रुपये पर आ गया। एचडीएफसी बैंक का पूंजीकरण 29,722.04 करोड़ रुपये कम होकर 15,14,303.58 करोड़ रुपये रहा। इसके अलावा, आईसीआईसीआई बैंक और इंफोसिस के पूंजीकरण में भी क्रमशः 24,719.45 करोड़ और 19,504.31 करोड़ रुपये की गिरावट हुई। भारती एयरटेल और हिंदुस्तान यूनिलीवर के पूंजीकरण में भी क्रमशः 15,053.55 करोड़ और 12,441.09 करोड़ रुपये की कमी आई।

अमेरिका से बढ़ते व्यापार तनाव ने बढ़ाई शेयर बाजार की चिंता, विदेशी निवेशकों ने निकाला 18 हजार करोड़

लाभ में रहने वाली कंपनियों का प्रदर्शन

दूसरी ओर, एलआईसी का बाजार मूल्य 17,678.37 करोड़ रुपये बढ़कर 5,77,187.67 करोड़ रुपये हो गया। इसी तरह, टीसीएस का मूल्य 11,360.8 करोड़ रुपये बढ़कर 10,97,908.66 करोड़ रुपये पहुंच गया। एसबीआई का पूंजीकरण भी 9,784.46 करोड़ रुपये बढ़ा और 7,42,649.34 करोड़ रुपये हो गया। बजाज फाइनेंस का मूल्य थोड़ा बढ़कर 5,45,148.52 करोड़ रुपये रहा। इन कंपनियों के बढ़े पूंजीकरण से बाजार को कुछ राहत मिली है।

विदेशी निवेशकों के बिकवाली से बिगड़ा माहौल

विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) द्वारा अगस्त माह में लगभग 18,000 करोड़ रुपये की निकासी के कारण बाजार में गिरावट रुक नहीं रही है। अमेरिकी बाजारों के साथ व्यापार तनाव, कंपनियों के पहले तिमाही के कमजोर नतीजों और रुपये के मूल्य में गिरावट से विदेशी निवेशकों ने भारतीय बाजार से निवेश वापस लेना शुरू कर दिया है। इस कारण बाजार में निरंतर दबाव बना हुआ है और निवेशकों का मनोबल गिरा है।

रिलायंस इंडस्ट्रीज बनी सबसे मूल्यवान कंपनी

मूल्यांकन के मामले में रिलायंस इंडस्ट्रीज देश की सबसे मूल्यवान कंपनी बनी हुई है। इसके बाद एचडीएफसी बैंक, टीसीएस, भारती एयरटेल, आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, इंफोसिस, हिंदुस्तान यूनिलीवर, एलआईसी और बजाज फाइनेंस की सूची है। हालांकि बाजार में गिरावट आई है, लेकिन ये कंपनियां अभी भी देश के आर्थिक परिदृश्य की मजबूत नींव हैं।

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