उत्तराखंड के विभिन्न हिस्सों में सोमवार रात से मंगलवार सुबह तक भारी बारिश ने भारी तबाही मचाई। देहरादून-हरिद्वार नेशनल हाईवे पर स्थित एक पुल का हिस्सा टूटकर बह गया। यह हादसा फ़न वैली और उत्तराखंड डेंटल कॉलेज के पास हुआ। इसके कारण सड़क पर यातायात बाधित हो गया और लोगों की आवाजाही मुश्किल हो गई। स्थानीय प्रशासन और पुलिस ने तुरंत प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया।
सहस्त्रधारा में बादल फटने से नदी-नाले उफान पर
सहस्त्रधारा, जो देहरादून का प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है, में देर रात बादल फटने से नदियाँ और नाले उफान पर आ गए। इस कारण कई दुकानों को पानी ने बहा दिया और कुछ लोग लापता हो गए। स्थानीय लोगों ने बताया कि पानी का स्तर बहुत तेजी से बढ़ा और दुकानदारों को सुरक्षित स्थानों पर जाने का समय ही नहीं मिला। यह घटना पर्यटन और स्थानीय व्यवसायियों के लिए भारी चुनौती साबित हुई।
#WATCH | Uttarakhand: Due to the heavy rainfall since last night, the bridge near Fun Valley and Uttarakhand Dental College on the Dehradun–Haridwar National Highway has been damaged.
(Source: Police) pic.twitter.com/4dHTscMg7G
— ANI (@ANI) September 16, 2025
तापकेश्वर महादेव मंदिर डूबा
देहरादून का प्रसिद्ध तापकेश्वर महादेव मंदिर भी इस बारिश से प्रभावित हुआ। मंदिर के पुरोहित आचार्य बिपिन जोशी ने बताया कि सुबह 5 बजे के बाद से नदी का पानी तेजी से बढ़ना शुरू हो गया, जिससे मंदिर परिसर पूरी तरह जलमग्न हो गया। यह स्थान श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। प्रशासन ने मंदिर और आसपास के क्षेत्र से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की कार्रवाई शुरू कर दी।
#WATCH | Dehradun: Uttarakhand CM Pushkar Singh Dhami inspected the disaster-affected area in Kesarwala, Maldevta area.
A 100-meter-long road was washed away in Maldevta, Raipur, due to the flow of water triggered by heavy rains in the Sahastradhara area of Dehradun… pic.twitter.com/YDsmQPlVfM
— ANI (@ANI) September 16, 2025
प्रशासन और आपदा प्रबंधन की प्रतिक्रिया
आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि देहरादून और मसूरी में सहस्त्रधारा और माल देवता क्षेत्रों से नुकसान की रिपोर्टें मिली हैं। देहरादून में 2-3 लोग लापता हैं और मसूरी में एक व्यक्ति की मौत की पुष्टि की जा रही है। प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव दल सक्रिय हैं और लगभग 300-400 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाया गया है। प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए है।
मुख्यमंत्री ने दी स्थिति की जानकारी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने X (पूर्व ट्विटर) पर जानकारी साझा की और कहा, “सहस्त्रधारा में देर रात भारी बारिश से कुछ दुकानों को नुकसान पहुँचा। जिला प्रशासन, SDRF और पुलिस तुरंत मौके पर पहुँचकर राहत और बचाव कार्य में जुट गए हैं।” उन्होंने आगे कहा कि वह स्थानीय प्रशासन के संपर्क में हैं और व्यक्तिगत रूप से स्थिति की निगरानी कर रहे हैं। उन्होंने सभी के सुरक्षित रहने की प्रार्थना भी की।

