Railways: संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस (12394/12393), जो दिल्ली और पटना के बीच सुपरफास्ट ट्रेन के रूप में चलती है, में कोचों की संख्या बढ़ाने की संभावना है। इस मुद्दे को राज्यसभा में उठाया गया, क्योंकि ट्रेन में भीड़ अत्यधिक है और यात्रियों को बहुत असुविधा हो रही है। बीजेपी सांसद धर्मशीला गुप्ता ने इस ट्रेन में अनारक्षित कोचों की संख्या बढ़ाने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यह ट्रेन सिर्फ एक साधन नहीं, बल्कि बिहार के लाखों छात्रों, मजदूरों, कार्यरत पेशेवरों, आम लोगों और व्यापारियों के लिए जीवनरेखा का काम करती है।
सांसद धर्मशीला गुप्ता ने राज्यसभा में उठाया मुद्दा
राज्यसभा के शून्य घंटे के दौरान बीजेपी सांसद धर्मशीला गुप्ता ने यह मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस में भीड़ इतनी अधिक है कि यात्रियों को अत्यधिक असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने जोर देकर कहा कि यह ट्रेन कई लोगों के जीवन और रोज़मर्रा की गतिविधियों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। गुप्ता ने यह भी कहा कि आम कोचों की स्थिति बहुत खराब, असुरक्षित और अव्यवस्थित है। उन्होंने यह मुद्दा इसलिए उठाया क्योंकि इस ट्रेन में सीटों की संख्या कम और यात्रियों की संख्या कई गुना अधिक है, जिससे स्टेशन से ट्रेन के अंदर तक गंभीर भीड़ और हंगामा उत्पन्न हो जाता है।
अनारक्षित कोचों की स्थिति खस्ता और असुरक्षित
धर्मशीला गुप्ता ने कहा, “अनारक्षित कोचों में स्थिति बेहद खराब, असुरक्षित और अव्यवस्थित है। बुजुर्ग, महिलाएं, बच्चे और विकलांग यात्रियों को विशेष कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। भीड़ के कारण ट्रेन में चढ़ना और उतरना जोखिम भरा हो जाता है।” उन्होंने राज्यसभा में यह मांग की कि संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस में अतिरिक्त अनारक्षित कोच जोड़ें जाएं। इसके अलावा उन्होंने सुझाव दिया कि यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए विशेष ट्रेनें और अतिरिक्त सेवाएं भी चलाई जाएं।
यात्रियों की सुरक्षा के लिए बेहतर प्रबंधन आवश्यक
सांसद ने यह भी कहा कि भीड़ को नियंत्रित करने और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी प्रबंधन की व्यवस्था की जानी चाहिए। इसके तहत स्टेशन पर भीड़ नियंत्रण के उपाय, सही सूचना और मार्गदर्शन, तथा ट्रेन में सफाई और सुरक्षा बढ़ाने के लिए कदम उठाने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर समय रहते कदम नहीं उठाए गए तो यात्रियों को असुरक्षित परिस्थितियों का सामना करना पड़ेगा, और ट्रेन यात्रा के दौरान जोखिम बढ़ जाएगा। सांसद की यह मांग यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाई गई है।

