प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सात साल बाद चीन का दौरा कर रहे हैं। इस दौरे के दौरान पीएम मोदी ने चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। वहीं, शंघाई सहयोग संगठन (SCO) शिखर सम्मेलन से पहले, पीएम मोदी, शी जिनपिंग और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को एक मंच पर देखा गया। यह तस्वीरें दुनिया भर के लोग बेसब्री से देख रहे थे और अब ये सार्वजनिक हो गई हैं।
पुतिन ने पीएम मोदी को गले लगाया
तस्वीरों में देखा गया कि जैसे ही पुतिन ने पीएम मोदी को देखा, उन्होंने उन्हें गले लगा लिया। इन तस्वीरों में दोनों नेताओं को हाथ मिलाते और गले लगाते हुए देखा जा सकता है। पीएम मोदी ने स्वयं इन तस्वीरों को अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर साझा किया।
After the proceedings at the SCO Summit venue, President Putin and I travelled together to the venue of our bilateral meeting. Conversations with him are always insightful. pic.twitter.com/oYZVGDLxtc
— Narendra Modi (@narendramodi) September 1, 2025
पीएम मोदी ने तस्वीरों के साथ लिखा संदेश
पीएम मोदी ने पुतिन के साथ तस्वीर साझा करते हुए कैप्शन में लिखा, “It is always a pleasure to meet President Putin.” ये तस्वीरें ऐसे समय में आई हैं जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर रूस से तेल खरीदने के कारण 50 प्रतिशत टैरिफ लगाया है। इसके बावजूद भारत ने अमेरिका के दबाव में नहीं झुकने का स्पष्ट संकेत दिया।
चीन, रूस और भारत के नेताओं की बैठक
तियानजिन, चीन से कुछ और तस्वीरें भी सामने आई हैं, जिसमें तीन बड़े देशों – भारत, चीन और रूस के नेता एक साथ बातचीत करते नजर आ रहे हैं। इस दौरान व्यापार, ऊर्जा और क्षेत्रीय सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई। विशेषज्ञों का मानना है कि यह बैठक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भारत की सामरिक स्थिति और कूटनीतिक संतुलन के लिए महत्वपूर्ण है।
अमेरिकी टैरिफ और भारत का स्पष्ट रुख
ट्रंप प्रशासन ने भारत पर दबाव डाला कि वह रूस से तेल न खरीदे। भारत ने इस दबाव को ठुकराते हुए अपनी नीतियों पर कायम रहने का संदेश दिया। इसके जवाब में अमेरिका ने भारत पर 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा की, जो 27 अगस्त से लागू हो चुका है। इस परिस्थिति में पीएम मोदी और पुतिन की मुलाकात और दोस्ताना संवाद अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की स्थिरता और स्वाभिमान को दर्शाता है।
अंतरराष्ट्रीय राजनीति और ऊर्जा सुरक्षा
इस मुलाकात के दौरान ऊर्जा सुरक्षा, व्यापार और रणनीतिक सहयोग जैसे मुद्दों पर भी चर्चा हुई। भारत, चीन और रूस के नेताओं की बैठक ने यह संकेत दिया कि क्षेत्रीय और वैश्विक स्तर पर भारत अपने हितों के लिए संतुलित और सक्रिय कूटनीति कर रहा है। इसके अलावा, यह बैठक अमेरिकी दबाव और अंतरराष्ट्रीय टैरिफ नीति के बीच भारत की स्थिति को मजबूत करती है।
Always a delight to meet President Putin! pic.twitter.com/XtDSyWEmtw
— Narendra Modi (@narendramodi) September 1, 2025
मीडिया और सोशल मीडिया पर चर्चा
पीएम मोदी द्वारा साझा की गई तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं। लोग इन तस्वीरों को काफी पसंद कर रहे हैं और इसे भारत के अंतरराष्ट्रीय संबंधों में एक महत्वपूर्ण कदम के रूप में देख रहे हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यह तस्वीरें भारत की वैश्विक कूटनीति और रणनीतिक संतुलन को उजागर करती हैं।
कुल मिलाकर, पीएम मोदी की चीन यात्रा और पुतिन-शी जिनपिंग के साथ उनकी मुलाकात न केवल तीन देशों के बीच सहयोग को बढ़ाने का अवसर है, बल्कि यह भारत की स्वतंत्र और संतुलित कूटनीतिक नीति को भी दर्शाती है। यह दौरा अंतरराष्ट्रीय मंच पर भारत की स्थिति को मजबूती प्रदान करता है और ऊर्जा सुरक्षा व व्यापारिक हितों के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।