अगर आप जोखिम से दूर रहकर निवेश करना चाहते हैं तो Post Office की दो स्कीमें आपके लिए बेहतरीन विकल्प बन सकती हैं। पहली योजना है सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम और दूसरी है सुकन्या समृद्धि योजना। दोनों योजनाओं में सरकार द्वारा गारंटी दी जाती है और यह पूरी तरह से सुरक्षित होती हैं। खास बात यह है कि दोनों योजनाओं पर ब्याज दरें भी सबसे ज्यादा मिलती हैं।
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में कौन कर सकता है निवेश
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोग खाता खोल सकते हैं। वहीं, 55 से 60 साल की उम्र के ऐसे सेवानिवृत्त सिविल कर्मचारी भी निवेश कर सकते हैं जिन्होंने हाल ही में रिटायरमेंट लिया हो और एक महीने के भीतर इस स्कीम में पैसा जमा किया हो। रक्षा सेवाओं से रिटायर होने वाले 50 साल से ऊपर के जवान भी इसमें निवेश कर सकते हैं बशर्ते वे एक माह के अंदर राशि जमा करें।

सुकन्या समृद्धि योजना: बेटियों के भविष्य की गारंटी
सुकन्या समृद्धि योजना खासतौर पर बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करने के लिए है। इस योजना में माता-पिता अपनी 10 साल से कम उम्र की बेटी के नाम पर खाता खोल सकते हैं। एक बेटी के नाम पर सिर्फ एक खाता खोला जा सकता है और अधिकतम दो बेटियों के लिए खाता खुलवाने की अनुमति है। यह योजना लंबी अवधि की होती है और शिक्षा या विवाह जैसे बड़े खर्चों के लिए आदर्श होती है।
ब्याज और रिटर्न का गणित जानिए आसान भाषा में
सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम में हर तिमाही ₹10,000 के निवेश पर ₹205 का ब्याज मिलता है। पाँच साल की अवधि में कुल ₹4,100 ब्याज मिलता है। अगर ₹1 लाख का एकमुश्त निवेश किया जाए तो मैच्योरिटी पर कुल ₹41,000 ब्याज मिलता है। वहीं सुकन्या समृद्धि योजना में अगर आप हर साल ₹1 लाख जमा करते हैं और आपकी बेटी की उम्र अभी 10 साल है तो 2046 में यानी 21 साल बाद आपको लगभग ₹47.88 लाख मिलेंगे। यानी ₹15 लाख के निवेश पर ₹32.88 लाख का लाभ मिलेगा।
क्यों हैं ये योजनाएं आम लोगों की पहली पसंद
इन दोनों योजनाओं की खास बात यह है कि ये पूरी तरह से सरकारी हैं इसलिए जोखिम नहीं होता। साथ ही ये टैक्स छूट के फायदे भी देती हैं। ब्याज दरें भी फिक्स रहती हैं जिससे रिटर्न पहले से पता होता है। यही वजह है कि लाखों लोग हर साल इन योजनाओं में पैसा लगाकर अपने भविष्य को सुरक्षित करते हैं।

