PM Fasal Bima Yojana Update: केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किसानों के लिए एक बेहद महत्वपूर्ण घोषणा की है। उन्होंने बताया कि अब किसानों को जंगली जानवरों द्वारा फसलों को पहुंचाए गए नुकसान की भरपाई भी मिलेगी। इसके साथ ही अत्यधिक वर्षा के कारण खेतों में आने वाली बाढ़ और जलभराव से होने वाले नुकसान को भी प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में शामिल कर लिया गया है। पहले ये दोनों नुकसान बीमा के दायरे से बाहर थे लेकिन किसानों की लंबे समय से चली आ रही मांग को देखते हुए सरकार ने इसे मंजूरी दे दी है।
मंत्री शिवराज सिंह चौहान का किसानों के नाम संदेश
घोषणा करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमेशा किसानों के हितों को प्राथमिकता दी है। उन्होंने कहा कि जंगली जानवरों द्वारा फसलों को नुकसान और जलभराव से होने वाली बर्बादी दो ऐसे कारण थे जो योजना में शामिल नहीं थे लेकिन किसानों की परेशानी को देखते हुए अब इन्हें बीमा में शामिल कर लिया गया है। उन्होंने किसानों से अपील की कि वे अब बिना देर किए फसल का बीमा जरूर कराएं ताकि किसी भी आपदा की स्थिति में उन्हें आर्थिक सुरक्षा मिल सके।
प्रिय किसान बहनों और भाइयों…
आज आपको एक खुशखबरी दे रहा हूँ। प्राकृतिक आपदाओं के कारण फसलों के नुकसान पर हमारे प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना बनाई है।
लेकिन इसमें दो नुकसान कवर नहीं थे, जिसकी लंबे समय से आप मांग कर रहे थे।
पहला:- जंगली… pic.twitter.com/sERW3pK7kz
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) November 20, 2025
जंगली जानवर और जलभराव का डर हुआ कम
ग्रामीण इलाकों में जंगली सूअर, नीलगाय और अन्य जानवरों द्वारा फसलों को नुकसान पहुंचाना एक बड़ी समस्या रही है। इससे किसान कई बार पूरी फसल खो देते थे लेकिन मुआवजे का कोई आधार नहीं था। उसी तरह अत्यधिक बारिश के बाद खेतों में पानी भर जाने से खरीफ और रबी दोनों मौसम की फसलें खराब हो जाती थीं। अब इन दोनों कारणों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में शामिल किए जाने के बाद किसान बड़ी राहत महसूस कर रहे हैं और उन्हें भरोसा है कि नुकसान की स्थिति में सरकार आर्थिक मदद देगी।
देश में खाद्यान्न उत्पादन में ऐतिहासिक बढ़ोतरी
शिवराज सिंह चौहान ने जानकारी दी कि वर्ष 2024-25 के अंतिम अनुमान के अनुसार देश का कुल खाद्यान्न उत्पादन बढ़कर 357.73 मिलियन टन पहुंच गया है। यह पिछले वर्ष की तुलना में लगभग 8 प्रतिशत ज्यादा है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि किसानों की मेहनत आधुनिक तकनीक के उपयोग और केंद्र सरकार की किसान हितैषी नीतियों का संयुक्त परिणाम है। पिछले दस वर्षों में खाद्यान्न उत्पादन में 106 मिलियन टन से अधिक की ऐतिहासिक वृद्धि दर्ज की गई है।
सरकार की नीति ने बढ़ाया किसानों का आत्मविश्वास
इन नए नियमों के लागू होने से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और अधिक प्रभावी और भरोसेमंद बन गई है। किसानों में यह संदेश गया है कि सरकार प्राकृतिक आपदाओं और अनियंत्रित परिस्थितियों में भी उनके साथ खड़ी है। जंगली जानवरों द्वारा नुकसान हो या जलभराव से फसल बर्बाद हो अब किसान आर्थिक रूप से सुरक्षित महसूस करेंगे। इससे न केवल किसानों का आत्मविश्वास बढ़ेगा बल्कि देश के कृषि क्षेत्र की मजबूती भी सुनिश्चित होगी।

