Parliament Monsoon Session: संसद का मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू होगा और 12 अगस्त तक चलेगा। यह जानकारी केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बुधवार को दी। सरकार ने यह भी कहा है कि इस सत्र में ऑपरेशन सिंदूर पर नियमों के तहत चर्चा की जाएगी। लगभग तीन महीने के लंबे अंतराल के बाद लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदन फिर से बुलाए जा रहे हैं।
पहले सत्र के बाद अब फिर से संसद सक्रिय होगी
साल 2025 का पहला बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू हुआ था और 4 अप्रैल को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया था। अब मानसून सत्र 21 जुलाई को सुबह 11 बजे से दोनों सदनों में शुरू होगा। यह सत्र 23 दिनों तक चलेगा और इसमें कई बड़े बिलों पर चर्चा होने की संभावना है।
ऑपरेशन सिंदूर को लेकर गर्माएगा सत्र
केंद्र सरकार ने साफ किया है कि ऑपरेशन सिंदूर पर विशेष सत्र नहीं बुलाया जाएगा लेकिन इसे मानसून सत्र में शामिल किया गया है। विपक्ष इस मुद्दे पर लगातार सरकार से विशेष सत्र की मांग कर रहा था। यहां तक कि मंगलवार को 16 विपक्षी दलों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर यह मांग दोहराई थी।
विपक्ष का तीखा हमला और सरकार की रणनीति
बुधवार को इंडिया एलायंस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सरकार पर सवाल उठाए। दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि ट्रंप के बयानों पर संसद को क्यों नहीं जानकारी दी जा रही है। संजय राउत ने पूछा कि अगर अमेरिका के कहने पर सीजफायर हो सकता है तो विपक्ष की मांग पर विशेष सत्र क्यों नहीं हो सकता। रामगोपाल यादव ने भी भारत की कूटनीति पर सवाल उठाए।
पाकिस्तान और महाभियोग पर भी होगी चर्चा
इस सत्र में पाकिस्तान के मुद्दे पर भी चर्चा हो सकती है। ऑपरेशन सिंदूर और हाल की घटनाओं को लेकर विपक्ष सरकार से तीखे सवाल करेगा। इसके अलावा जस्टिस वर्मा के खिलाफ महाभियोग की प्रक्रिया भी इसी सत्र में पूरी की जाएगी। पहले हफ्ते में ही यह प्रस्ताव लाया जा सकता है। साथ ही विपक्ष की ओर से जस्टिस यादव पर लाए गए प्रस्ताव को लेकर भी बहस की उम्मीद है।