National Herald Case: हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने साफ कहा कि नेशनल हेराल्ड हमारा अखबार है और हम इसे आगे भी भरपूर विज्ञापन देते रहेंगे। उन्होंने यह बयान भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजीव बिंदल के उस आरोप के जवाब में दिया जिसमें उन्होंने कहा था कि कांग्रेस सरकार ने बड़े स्तर पर नेशनल हेराल्ड को विज्ञापन दिए हैं। मुख्यमंत्री ने बिना झिझक स्वीकार किया कि अखबार उनका है और विज्ञापन देना उनकी नीति का हिस्सा है।
बीजेपी का आरोप कांग्रेस कर रही है भ्रष्टाचार का समर्थन
बीजेपी नेता और विधानसभा में विपक्ष के नेता जयराम ठाकुर ने कांग्रेस सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस जांच एजेंसियों को डराना चाहती है ताकि उन्हें भ्रष्टाचार करने की खुली छूट मिल जाए। उन्होंने आरोप लगाया कि नेशनल हेराल्ड केस में करोड़ों की हेराफेरी हुई है जिसके पक्के दस्तावेज गवाह और सबूत मौजूद हैं। ऐसे में कांग्रेस को कानून की प्रक्रिया का सम्मान करना चाहिए अगर वे निर्दोष हैं तो उन्हें डरने की क्या जरूरत है।
जांच एजेंसियों के दफ्तरों का घेराव गलत तरीका बताया गया
जयराम ठाकुर ने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी पूरे देश में ईडी के दफ्तरों का घेराव कर रही है जो पूरी तरह से अनुचित है। उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी के खिलाफ ईडी ने जो चार्जशीट दाखिल की है वह कानूनी प्रक्रिया का हिस्सा है और उसका विरोध इस तरह सड़क पर उतर कर करना लोकतंत्र के लिए ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस को यकीन है कि वह दोषी नहीं है तो उन्हें कानून का सामना करना चाहिए न कि एजेंसियों को धमकाना चाहिए।
हिमाचल में नहीं छपता अखबार फिर भी करोड़ों का विज्ञापन
जयराम ठाकुर ने एक और बड़ा सवाल उठाया कि हिमाचल प्रदेश में नेशनल हेराल्ड का एक भी संस्करण नहीं छपता फिर भी सुक्खू सरकार ने इस अखबार को ढाई करोड़ रुपये के विज्ञापन दे दिए। उन्होंने कहा कि यह सिर्फ इसलिए किया गया क्योंकि यह अखबार कांग्रेस का है और राहुल गांधी से जुड़ा हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया कि आम जनता इलाज के लिए गहने गिरवी रख रही है और सरकार राहुल गांधी के अखबार पर करोड़ों खर्च कर रही है।
जनता की परेशानियों पर सरकार का कोई ध्यान नहीं
बीजेपी नेता ने कहा कि एक तरफ राज्य में महिलाएं इलाज के लिए गहने बेचने पर मजबूर हैं और एक बच्ची का पिता सिर्फ पचास हजार रुपये के इंजेक्शन के अभाव में दम तोड़ देता है और दूसरी ओर सरकार अपने नेताओं के प्रचार के लिए नेशनल हेराल्ड जैसे अखबारों पर करोड़ों खर्च कर रही है। उन्होंने कहा कि यह जनता के पैसों का दुरुपयोग है और सरकार की असंवेदनशीलता को दर्शाता है।