Mutual Fund Companies: अगर आप म्यूचुअल फंड में निवेश करने की सोच रहे हैं और आपको ज्यादा रिटर्न चाहिए तो स्मॉल कैप फंड आपके लिए एक शानदार विकल्प हो सकते हैं। भारत में कई म्यूचुअल फंड कंपनियां हैं जो अलग-अलग कैटेगरी में फंड ऑफर करती हैं। इनमें इक्विटी सेगमेंट के तीन मुख्य प्रकार होते हैं – लार्ज कैप, मिड कैप और स्मॉल कैप। यहां हम आपको बताएंगे उन टॉप 5 स्मॉल कैप फंड्स के बारे में जिन्होंने पिछले 5 सालों में सबसे ज्यादा रिटर्न दिया है।
Quant Small Cap Fund बना सबसे आगे
Quant Small Cap Fund ने पिछले 5 सालों में जबरदस्त प्रदर्शन किया है। इस फंड ने 45.62 प्रतिशत का वार्षिक रिटर्न दिया है जो कि इस कैटेगरी में सबसे अधिक है। इस फंड का एक्सपेंस रेशियो 0.66 प्रतिशत है। एक्सपेंस रेशियो दरअसल वह खर्च होता है जो म्यूचुअल फंड को चलाने और मैनेज करने के लिए लिया जाता है। इस फंड का एसेट अंडर मैनेजमेंट यानी AUM 29,629.09 करोड़ रुपये है। इसका मतलब है कि निवेशकों ने इस फंड पर काफी भरोसा दिखाया है।
निप्पॉन और बंधन फंड्स भी हैं शानदार विकल्प
दूसरे नंबर पर आता है Nippon India Small Cap Fund जिसने पिछले 5 सालों में 38.50 प्रतिशत का सालाना रिटर्न दिया है। इसका एक्सपेंस रेशियो 0.65 प्रतिशत है और AUM है 66,601.80 करोड़ रुपये। यह फंड साइज के मामले में सबसे बड़ा है। तीसरे नंबर पर Bandhan Small Cap Fund है जिसने 38.08 प्रतिशत का रिटर्न दिया है और इसका एक्सपेंस रेशियो सबसे कम 0.39 प्रतिशत है। इसके AUM की बात करें तो यह 12,981.57 करोड़ रुपये है।
बैंक ऑफ इंडिया और HSBC ने भी दिया दमदार रिटर्न
Bank of India Small Cap Fund ने भी निवेशकों को निराश नहीं किया है। इसने 5 सालों में 36.29 प्रतिशत का सालाना रिटर्न दिया है। इसका एक्सपेंस रेशियो 0.47 प्रतिशत है और AUM 1,907.82 करोड़ रुपये है। वहीं HSBC Small Cap Fund ने भी 36.25 प्रतिशत का वार्षिक रिटर्न देकर निवेशकों को फायदा पहुंचाया है। इसका एक्सपेंस रेशियो 0.63 प्रतिशत है और AUM 16,909.21 करोड़ रुपये है।
निष्कर्ष: लंबे समय के लिए निवेश करें तो मिल सकते हैं बड़े रिटर्न
स्मॉल कैप फंड्स आम तौर पर ज्यादा जोखिम वाले माने जाते हैं लेकिन लंबे समय के निवेश में ये शानदार रिटर्न भी दे सकते हैं। ऊपर बताए गए फंड्स ने यह साबित कर दिया है कि धैर्य और सही फंड का चयन करने से अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। हालांकि, निवेश से पहले अपनी जोखिम क्षमता और निवेश लक्ष्य को जरूर ध्यान में रखें और किसी वित्तीय सलाहकार से सलाह लेना बेहतर रहेगा।