राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख Mohan Bhagwat 6 मार्च को बिहार के सुपौल जिले के वीरपुर में दौरा करेंगे। इस दौरान वे सरस्वती विद्या मंदिर के नए भवन का उद्घाटन करेंगे। संघ कार्यकर्ता और अधिकारी इस कार्यक्रम को सफल बनाने की तैयारियों में जुटे हुए हैं। इस दौरे के दौरान, भागवत विभिन्न संगठनों के अधिकारियों, स्वयंसेवकों और आम नागरिकों से समाज और राष्ट्र निर्माण से जुड़े मुद्दों पर संवाद करेंगे।
संघ कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों में उत्साह
संघ प्रमुख Mohan Bhagwat के इस दौरे को लेकर संघ कार्यकर्ताओं, स्वयंसेवकों, शिक्षकों, छात्रों और स्थानीय नागरिकों में भारी उत्साह देखा जा रहा है। स्वागत की तैयारियों को लेकर स्थानीय प्रशासन और संघ अधिकारियों की एक संयुक्त बैठक आयोजित की गई, जिसमें कार्यक्रम की रूपरेखा तय की गई। सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए विशेष इंतजाम किए गए हैं। संघ के क्षेत्र संगठन मंत्री ख्यालीराम ने कहा कि विश्व के सबसे बड़े संगठन के प्रमुख का वीरपुर आना गर्व की बात है और संघ इस कार्यक्रम को पूरी तैयारी के साथ आयोजित कर रहा है।
चार वर्षों बाद हो रहा है यह बहुप्रतीक्षित दौरा
मोहन भागवत का यह दौरा लगभग चार वर्षों के अंतराल के बाद हो रहा है, जिससे संघ कार्यकर्ताओं और स्थानीय नागरिकों की उत्सुकता और भी बढ़ गई है। इस यात्रा के माध्यम से संघ प्रमुख संगठन के कार्यों की समीक्षा करेंगे और कार्यकर्ताओं को मार्गदर्शन प्रदान करेंगे।
आधुनिक सुविधाओं से युक्त होगा नया भवन
सरस्वती विद्या मंदिर का नया भवन आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा, जो छात्रों को बेहतर शैक्षिक वातावरण प्रदान करेगा। संघ के वरिष्ठ अधिकारियों का मानना है कि इस दौरे से विद्यालय को नई पहचान मिलेगी और शिक्षा एवं संस्कृति के प्रचार-प्रसार को और गति मिलेगी।
प्रमुख हस्तियों की उपस्थिति
इस कार्यक्रम में संघ के कई वरिष्ठ अधिकारी, शिक्षाविद, स्थानीय नेता और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहेंगे। इस अवसर पर क्षेत्र प्रचार प्रमुख विद्या भारती बिहार और झारखंड के नवीन सिंह परमार, लोक शिक्षा समिति कोसी विभाग प्रमुख रमेश चंद्र शुक्ल, क्रीड़ा भारती प्रांतीय सदस्य मुकुल कुमार दास, रामअवतार मेहता, उत्तर बिहार प्रांतीय उपाध्यक्ष सुमन चंद्र, सुरेश चंद्र और सुबोध कुमार शर्मा सहित कई अन्य प्रमुख हस्तियां मौजूद रहेंगी।
पूरे क्षेत्र में उत्सव जैसा माहौल
संघ प्रमुख के इस दौरे को लेकर वीरपुर और आसपास के क्षेत्रों में उत्सव जैसा माहौल बना हुआ है। विद्यालय प्रशासन, संघ कार्यकर्ता और स्थानीय लोग इस ऐतिहासिक अवसर को यादगार बनाने के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। कार्यक्रम की तैयारियों में लगे स्वयंसेवक और संघ पदाधिकारी यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि आयोजन भव्य और अनुशासित तरीके से संपन्न हो।
संघ प्रमुख की यात्रा के संभावित प्रभाव
मोहन भागवत की इस यात्रा के कई महत्वपूर्ण प्रभाव देखने को मिल सकते हैं:
- संघ कार्यकर्ताओं का मनोबल बढ़ेगा: संघ प्रमुख के मार्गदर्शन से कार्यकर्ताओं में नई ऊर्जा का संचार होगा।
- शिक्षा को मिलेगा प्रोत्साहन: सरस्वती विद्या मंदिर के नए भवन का उद्घाटन शिक्षा क्षेत्र को और मजबूती देगा।
- स्थानीय समुदाय को लाभ: स्थानीय नागरिकों और संघ से जुड़े लोगों को संगठन की विचारधारा और उद्देश्यों को बेहतर ढंग से समझने का अवसर मिलेगा।
- राष्ट्रीयता और संस्कृति का प्रचार: संघ प्रमुख का दौरा राष्ट्रीयता और सांस्कृतिक मूल्यों को बढ़ावा देने में सहायक होगा।
संघ प्रमुख मोहन भागवत की वीरपुर यात्रा संघ के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह न केवल संगठन के विस्तार और मजबूती में सहायक होगी, बल्कि शिक्षा और संस्कृति के प्रचार-प्रसार में भी योगदान देगी। स्थानीय नागरिकों, शिक्षकों, छात्रों और संघ कार्यकर्ताओं के लिए यह एक ऐतिहासिक अवसर होगा, जो उन्हें समाज और राष्ट्र निर्माण में सक्रिय योगदान देने के लिए प्रेरित करेगा।