Marufa Akter: महिला वनडे वर्ल्ड कप 2025 में बांग्लादेश और पाकिस्तान की टीमें टूर्नामेंट से बाहर हो गई हैं। बांग्लादेश ने अपने अभियान की शानदार शुरुआत पाकिस्तान को हराकर की थी, लेकिन उसके बाद टीम को लगातार पांच हार का सामना करना पड़ा। पाकिस्तान की हार ने भारत और अन्य टीमों को फायदा पहुंचाया, लेकिन बांग्लादेश की युवा तेज गेंदबाज मरूफ़ा अख्तर ने अपनी अद्भुत गेंदबाजी से देश का नाम रोशन किया।
मरूफ़ा अख्तर की दर्दभरी यात्रा
मरूफ़ा अख्तर का वर्ल्ड कप में आगाज जादुई रहा। अपने पहले ही मैच में पाकिस्तान के खिलाफ उन्होंने दो विकेट लेकर टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई। इस प्रदर्शन के लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द मैच का पुरस्कार भी मिला। मरूफ़ा की गेंद को स्विंग कराने की कला ने उन्हें तुरंत स्टार बना दिया। 20 वर्षीय मरूफ़ा निलफामारी, बांग्लादेश की निवासी हैं और उनकी कहानी प्रेरणादायक है।
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विपरीत परिस्थितियों में संघर्ष
मरूफ़ा ने एक साक्षात्कार में बताया कि बचपन में उन्हें आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। उन्होंने कहा, “लोग हमें शादी में नहीं बुलाते थे क्योंकि हमारे पास अच्छे कपड़े नहीं थे। अगर हम जाते भी, तो सम्मान खो देते। ईद पर भी नए कपड़े खरीदने का समय नहीं होता था।” उनके संघर्ष ने उन्हें मजबूत और आत्मनिर्भर बनाया।
किसानों के खेतों में काम और परिवार का सहारा
मरूफ़ा के पिता किसान हैं। उन्होंने बताया कि कोविड-19 महामारी के दौरान उन्होंने अपने पिता के साथ खेत जोते। उन्होंने कहा, “मैं जिस तरह अपने परिवार की देखभाल करती हूं, शायद कई लड़के नहीं कर सकते। यह मुझे एक विशेष प्रकार की शांति देता है। बचपन में मैं सोचती थी कि लोग मुझे कब सराहेंगे, अब जब मैं टीवी पर खुद को देखती हूं, तो अच्छा लगता है।” इस अनुभव ने उन्हें मानसिक रूप से भी मजबूत बनाया।
वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन
मरूफ़ा अख्तर बांग्लादेश की सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज बनकर उभरी हैं। उन्होंने पांच वर्ल्ड कप मैचों में छह विकेट लिए और उनकी इकोनॉमी रेट 6.27 रही। 2023 अंडर-19 महिला टी20 वर्ल्ड कप के बाद राष्ट्रीय टीम में शामिल हुईं मरूफ़ा ने अब तक 29 वनडे में 25 विकेट और 30 टी20 में 20 विकेट अपने नाम किए हैं। उनकी मेहनत और संघर्ष की कहानी युवा क्रिकेटर्स के लिए प्रेरणा का स्रोत है।

