Amanta Healthcare ने मंगलवार, 9 सितंबर को भारतीय शेयर बाजार में जोरदार प्रवेश किया। कंपनी के शेयर NSE पर ₹ 135 प्रति शेयर के भाव से लिस्ट हुए, जो इसके इश्यू प्राइस ₹ 126 से 7.14% अधिक है। वहीं BSE पर यह शेयर ₹ 134 के भाव से लिस्ट हुए, जो इश्यू प्राइस से 6.35% ज्यादा है। Livemint की रिपोर्ट के अनुसार यह लिस्टिंग बिल्कुल बाजार की उम्मीदों के अनुरूप रही। ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) में पहले ही यह संकेत मिल चुका था कि लिस्टिंग प्राइस ₹ 135 के आसपास रह सकता है और यह अनुमान सही साबित हुआ।
IPO को मिला जबरदस्त समर्थन
अमांता हेल्थकेयर के IPO को निवेशकों से जबरदस्त समर्थन मिला। यह IPO 1 सितंबर को खुला और 3 सितंबर को बंद हुआ। इसके अलॉटमेंट का फैसला 4 सितंबर को हुआ और 9 सितंबर को इसका लिस्टिंग हुआ। कुल इश्यू साइज़ 126 करोड़ रुपये का था, जबकि शेयरों की संख्या 1 करोड़ थी और यह केवल फ्रेश इश्यू था। रिटेल निवेशकों के लिए एक लॉट में 119 शेयर अलॉट किए गए, जिसके लिए न्यूनतम बोली ₹ 14,994 करनी पड़ती थी।
शेयरों की उच्च मांग ने दिखाया निवेशकों का विश्वास
BSE के आंकड़ों के अनुसार इस IPO को कुल 82.61 गुना की जबरदस्त सब्सक्रिप्शन मिली। अगर हम कैटेगरी वाइज सब्सक्रिप्शन देखें, तो रिटेल निवेशकों ने 54.98 गुना, नॉन-इंस्टिट्यूशनल निवेशकों ने 209.42 गुना और क्वालिफाइड इंस्टिट्यूशनल बायर्स ने 35.86 गुना सब्सक्रिप्शन की। यह आंकड़ा साफ दर्शाता है कि निवेशक अमांता हेल्थकेयर के बिजनेस मॉडल और भविष्य की ग्रोथ संभावनाओं में कितना विश्वास रखते हैं।
लिस्टिंग से निवेशकों को हुआ फायदा
IPO लिस्टिंग के पहले से ही निवेशकों की उम्मीदें बहुत उच्च थीं। GMP के अनुसार लिस्टिंग प्राइस का अनुमान ₹ 135 था और यह बिल्कुल सही साबित हुआ। लिस्टिंग के पहले दिन ही शेयरों में 7% से अधिक का प्रीमियम निवेशकों को फायदा पहुंचाने वाला रहा। यह दिखाता है कि निवेशकों ने कंपनी की क्षमता और मार्केट में इसकी संभावनाओं को सही तरीके से आंकल लिया था।
भविष्य की संभावनाएं और निवेशकों की उम्मीदें
अमांता हेल्थकेयर की मजबूत लिस्टिंग ने निवेशकों के विश्वास को और मजबूत किया है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस IPO की सफलता कंपनी के भविष्य के विकास के लिए सकारात्मक संकेत है। निवेशकों को उम्मीद है कि कंपनी अपने बिजनेस मॉडल और रणनीति के दम पर लंबी अवधि में भी अच्छा प्रदर्शन करेगी। इस लिस्टिंग ने यह भी साबित किया कि भारतीय निवेशक अच्छे बिजनेस मॉडल में निवेश करने के लिए तैयार हैं।