Kulgam Encounter: जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में लगातार दूसरे दिन सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच एनकाउंटर जारी है। यह एनकाउंटर सोमवार से चल रहा है और तलाशी अभियान अभी भी जारी है। अधिकारियों के अनुसार, कुलगाम में आतंकियों के खिलाफ यह ऑपरेशन आज सुबह फिर से शुरू हुआ। अब तक इस जबरदस्त मुठभेड़ में दो आतंकवादी और दो जवान शहीद हो चुके हैं। इनमें से एक आतंकवादी पाकिस्तानी नागरिक बताया जा रहा है। वहीं, इस ऑपरेशन में एक आर्मी मेजर भी घायल हुए हैं।
गुद्दर जंगल में शुरू हुआ मुठभेड़
यह एनकाउंटर उस समय शुरू हुआ जब सुरक्षा बलों ने गुद्दर जंगल क्षेत्र में आतंकियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना मिलने के आधार पर तलाशी अभियान शुरू किया। तलाशी अभियान के दौरान आतंकियों ने सुरक्षा बलों पर फायरिंग कर दी। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच जबरदस्त गोलीबारी और मुठभेड़ हुई। सुरक्षा बलों ने स्थिति को काबू में करने के लिए हर संभव प्रयास किया और आतंकवादियों को निष्क्रिय करने की कोशिश की।
दो सैनिकों की शहादत
इस ऑपरेशन में दो जवान शहीद हुए। उनकी पहचान सब-परभत गौड़ और लांस नायक नरेंद्र सिंधु के रूप में हुई है। वहीं एक आर्मी मेजर घायल हुए हैं जिनकी हालत स्थिर बताई जा रही है। आर्मी के कश्मीर आधारित चिनार कॉर्प्स ने ट्वीट कर शहीदों को श्रद्धांजलि दी और कहा कि “हम उन बहादुर जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं जिन्होंने देश की सेवा करते हुए सर्वोच्च बलिदान दिया। उनका साहस और समर्पण हमेशा प्रेरित करेगा।”
तलाशी अभियान जारी
इससे पहले, जम्मू-कश्मीर पुलिस से मिली खुफिया जानकारी के आधार पर सेना, सीआरपीएफ और पुलिस ने गुद्दर जंगल में संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया। सतर्क जवानों ने संदिग्ध गतिविधियों को नोट किया और आतंकियों को चुनौती दी, जिसके बाद आतंकवादियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। सुरक्षा बल पूरे सावधानी और रणनीति के साथ आतंकियों को नष्ट करने और अपने क्षेत्र को सुरक्षित करने में जुटे हैं।
आतंकियों की पहचान और डीजीपी का दौरा
प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार मारे गए आतंकियों में एक स्थानीय था और दूसरा विदेशी आतंकवादी था, जिसका कोड नाम रहीम भाई बताया जा रहा है। इस एनकाउंटर स्थल का दौरा डीजीपी नलिन प्रभात ने किया और इस संयुक्त ऑपरेशन की सराहना की। उन्होंने कहा कि सुरक्षा बलों का यह प्रयास आतंकवादियों के खिलाफ निर्णायक कदम है और जनता के लिए सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह मुठभेड़ कुलगाम में शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए बेहद जरूरी थी।