Indigo Airlines के प्रमोटर राकेश गंगवाल और उनके परिवार के ट्रस्ट ने मंगलवार को लगभग 11,385 करोड़ रुपये की कीमत पर 5.7 प्रतिशत हिस्सेदारी ब्लॉक डील के जरिए बेची। इस डील में चिंकर्पु फैमिली ट्रस्ट ने भी हिस्सा लिया। यह कदम इंडिगो की सबसे बड़ी एयरलाइन में उनकी हिस्सेदारी कम करने का हिस्सा है।
2.2 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री हुई
खबरों के अनुसार गोल्डमैन सैक्स, मॉर्गन स्टेनली और जेपी मॉर्गन ने इस हिस्सेदारी की बिक्री के लिए एजेंट की भूमिका निभाई। इस ब्लॉक डील में 2.2 करोड़ शेयर 5175 रुपये प्रति शेयर के फ्लोर प्राइस पर बेचे गए। यह हिस्सेदारी कंपनी के कुल 5.7 प्रतिशत के बराबर है।
हिस्सेदारी की कीमत और पिछले सौदों का विस्तार
इस सौदे से पहले गंगवाल और परिवार के ट्रस्ट के पास इंडिगो में करीब 13.5 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। फ्लोर प्राइस सोमवार के क्लोजिंग प्राइस से 4.5 प्रतिशत कम था। इससे पहले अगस्त 2024 में गंगवाल के परिवार ने 5.24 प्रतिशत हिस्सेदारी 9549 करोड़ रुपये में बेची थी।
शेयर बिक्री की वजह विवाद और हिस्सेदारी कम करना
राकेश गंगवाल ने फरवरी 2022 में सह-संस्थापक राहुल भाटिया के साथ कॉरपोरेट गवर्नेंस को लेकर विवाद के बाद अपनी हिस्सेदारी कम करना शुरू कर दी थी। तब से गंगवाल और उनकी पत्नी शोभा गंगवाल लगातार इंडिगो के शेयर बेच रहे हैं। इससे इंडिगो में उनका नियंत्रण घटता जा रहा है।
पिछले साल से जारी है शेयरों की बिक्री का सिलसिला
सितंबर 2022 में गंगवाल और उनकी पत्नी ने 2.74 प्रतिशत हिस्सेदारी 2005 करोड़ रुपये में बेची थी। फरवरी 2023 में शोभा ने 4 प्रतिशत हिस्सेदारी 2944 करोड़ में बेची। अगस्त में फिर करीब 2.9 प्रतिशत हिस्सेदारी 2800 करोड़ से अधिक में बिकी। यह सब उनकी हिस्सेदारी कम करने की रणनीति का हिस्सा है।