29 जून 2025 को Indian Cricket Team ने बर्मिंघम में एक खास पल मनाया। ठीक एक साल पहले इसी दिन भारत ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 का खिताब जीता था। उस ऐतिहासिक जीत की पहली सालगिरह को टीम इंडिया ने पूरे जोश और उमंग के साथ मनाया। भले ही टीम इंग्लैंड के दौरे पर टेस्ट मैच की तैयारी कर रही है, लेकिन अपने इतिहास के इस गौरवशाली पल को भुलाना टीम इंडिया ने मुनासिब नहीं समझा। बर्मिंघम में एक छोटा सा जश्न हुआ, जहां केक काटा गया और यादों को ताजा किया गया।
दो केक और एक जश्न
बीसीसीआई ने इस सेलिब्रेशन का वीडियो भी साझा किया है जिसमें टीम के सभी खिलाड़ी हंसते और मुस्कुराते नजर आए। खास बात यह रही कि इस मौके पर दो केक लाए गए थे। एक टीम इंडिया के नाम और दूसरा टी20 वर्ल्ड कप 2024 जीत के नाम। पूरा माहौल बेहद खुशनुमा था और हर खिलाड़ी के चेहरे पर उस जीत की चमक फिर से नजर आई। यह जश्न टीम भावना और एकता का प्रतीक बन गया।
In Birmingham, bringing in one-year anniversary of #TeamIndia's T20 World Cup 🏆 Triumph!
Core memory 🥹 pic.twitter.com/FUUjbKdnHN
— BCCI (@BCCI) June 29, 2025
केक काटने को लेकर हुआ भ्रम
जैसे ही केक काटने का वक्त आया तो वहां हल्का सा भ्रम पैदा हो गया कि आखिर पहला केक कौन काटेगा। वजह ये थी कि उस जीत के कप्तान रोहित शर्मा इस वक्त इंग्लैंड दौरे पर टीम के साथ नहीं हैं। इसलिए जब कप्तान नहीं थे तो तय करना मुश्किल हो गया कि कौन आगे आए। इस बीच सबसे ज्यादा विकेट लेने वाले गेंदबाज अर्शदीप सिंह को आगे लाया गया लेकिन वह हिचकिचाए। फिर जसप्रीत बुमराह को बुलाया गया और उन्होंने आगे आकर केक काटा।
रविंद्र जडेजा को दी गई रिटायरमेंट की बधाई
जैसे ही केक कटा, सभी खिलाड़ियों ने एक-दूसरे को केक खिलाया और पुराने लम्हों को याद किया। इस मौके पर रविंद्र जडेजा का भी जिक्र हुआ। दरअसल, जडेजा ने टी20 वर्ल्ड कप जीतने के बाद इस फॉर्मेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया था। रिषभ पंत और बुमराह ने मिलकर जडेजा को रिटायरमेंट की शुभकामनाएं दीं और उनका सम्मान किया। ये भावनात्मक क्षण था जिसने टीम की एकता और सम्मान की संस्कृति को दिखाया।
इंग्लैंड टेस्ट की तैयारी के साथ यादगार पल
भले ही टीम इंडिया फिलहाल इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज की तैयारी में जुटी है लेकिन जीत की यह सालगिरह मनाकर उन्होंने साबित कर दिया कि इतिहास को सम्मान देना जरूरी होता है। यह सिर्फ एक जश्न नहीं था बल्कि उस मेहनत, जुनून और टीमवर्क का उत्सव था जिसने भारत को एक बार फिर विश्व विजेता बनाया। अब देखना है कि टेस्ट क्रिकेट में यह टीम कितनी मजबूती से आगे बढ़ती है।